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Bihar Politics: लोकसभा चुनाव में कैसे बढ़ेगी महिलाओं की सहभागिता? गिनती के 7-8 नामों तक सिमट जाती है भागीदारी

मोदी सरकार ने बीते साल संसद में नारी शक्ति वंदन अधिनियम को पारित कराया। बिल पेश करते हुए कानून मंत्री ने कहा था कि इस कानून से लोकसभा में महिला सांसदों की संख्या 181 हो जाएगी। लोकसभा में फिलहाल 82 महिला सांसद हैं। हालांकि लोकसभा में बिहार की महिला सांसदों का प्रतिनिधित्व न्यून है। बिहार के लोकसभा चुनाव में महिलाओं की सहभागिता महज सात-आठ नामों तक सिमट जाती है

By BHUWANESHWAR VATSYAYAN Edited By: Mohit Tripathi Updated: Thu, 07 Mar 2024 02:59 PM (IST)
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लोकसभा चुनाव में कैसे बढ़ेगी महिलाओं की सहभागिता। (फाइल फोटो)
भुवनेश्वर वात्स्यायन, पटना। विगत पंद्रह वर्षों के दौरान बिहार के लोकसभा चुनाव में महिलाओं की सहभागिता की तस्वीर यह है कि सात-आठ नामों के बीच ही यह मुख्य रूप से दिखती रही है। चुनाव में जीत हासिल करने की उपलब्धि हो या फिर दूसरे नंबर पर रहने की बात, इनमें वही सात-आठ महिलाएं ही दिखती रहीं हैं। दिलचस्प है कि जो महिलाएं लोकसभा चुनाव के समर में नजर आयीं, उनमें से अधिकतर नाम अपने स्वजनों की राजनीतिक हैसियत की वजह से हैं।

2019 के चुनाव में सात महिलाएं प्रमुखता से दिखीं

वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में आठ महिलाएं चुनावी समर में प्रमुखता से दिखीं। शिवहर लोकसभा चुनाव क्षेत्र से रमा देवी की जीत हुई। रमा देवी ने 2009 के लोकसभा चुनाव में भी शिवहर लोकसभा क्षेत्र से जीत हासिल की थी।

कुल तीन महिलाओं को 2019 के लोकसभा चुनाव में जीत हासिल की थी। इनमें जदयू की टिकट पर सीवान से कविता सिंह तथा वैशाली से लोजपा की टिकट पर वीणा देवी को जीत हासिल हुई थी। वहीं 2019 के आम चुनाव में पांच महिलाएं दूसरे नंबर पर रहीं।

सीवान से कविता सिंह के मुकाबले हेना शहाब चुृृनाव मैदान में थीं। वह दूसरे नंबर पर रहीं। इसी तरह मुंगेर लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस की टिकट पर नीलम देवी मैदान में थीं। वह भी दूसरे नंबर पर रहीं।

सासाराम से मीरा कुमार पूर्व की तरह कांग्रेस की टिकट पर मैदान में थीं। वह भी दूसरे नंबर पर रहीं। पाटलिपुत्र सीट से मैदान में रहीं डा. मीसा भारती भी दूसरे स्थान पर रहीं।

नवादा लोकसभा क्षेत्र से राजद की टिकट पर विभा कुमारी चुनाव मैदान में थीं। वह भी दूसरे नंबर पर रहीं। जिन लोगों को 2019 के लोकसभा चुनाव में जीत हुई उसमें कविता सिंह व वीणा देवी नए नाम के रूप में थीं।

2014 में प्रत्याशी रहीं महिलाएं 2019 में नहीं आयीं नजर

वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान जो महिलाएं चुनावी समर में दिखीं उनमें कई 2019 के चुनावी समर में नजर नहीं आयीं। बांका से पुतुल कुमारी ने 2014 में चुनाव लड़ा था पर 2019 में वह नहीं दिखीं। इसी तरह वीणा देवी ने मुंगेर लोकसभा क्षेत्र से 2014 के चुनाव में जीत हासिल की थी पर 2019 में वह चुनाव मैदान में नजर नहीं आयीं।

2009 में 4 महिलाएं थीं उम्मीदवार, सभी को जीत मिली

वर्ष 2009 के लोकसभा चुनाव में चार महिलाएं मुख्य रूप से चुनाव मैदान में थीं और इनमें से सभी को जीत मिलीं। रमा देवी शिवहर से, आरा से मीना सिंह, सासाराम से मीरा कुमार और उजियारपुर से अश्वमेध देवी को जीत मिली थी। वहीं 2010 में बांका लोकसभा क्षेत्र के लिए हुए उप चुनाव में पुतुल सिंह को जीत मिली थी।

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