हम शुरू से ही रहे हिमायती... अगर ये भी होता तो', पढ़िए महिला आरक्षण बिल पर नीतीश समेत क्या बोले बिहार के नेता
केंद्र सरकार ने मंगलवार को नए संसद भवन में कदम रखा। इस दौरान नए भवन में लोकसभा की कार्यवाही के दौरान सरकार ने पहला बिल पेश किया। सरकार ने महिला आरक्षण बिल (नारी शक्ति वंदन अधिनियम) को सदन के सामने रखा जिसे लेकर देशभर में चर्चा हो रही है। वहीं बिहार के मुख्यमंत्री समेत पक्ष-विपक्ष के नेताओं ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी। आइये जानते हैं किसने क्या कहा।
राज्य ब्यूरो, पटना : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार यानी आज लोकसभा में महिला आरक्षण बिल (नारी शक्ति वंदन अधिनियम) पेश किया। इसे लेकर बिहार में पक्ष-विपक्ष नेताओं ने अपनी प्रतिक्रयाएं दी हैं। भाजपा के साथ-साथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी मोदी सरकार के इस कदम की सराहना की है। पढ्एि, महिला आरक्षण विधेयक पर किसने क्या कहा....
सीएम ने कहा- स्वागत है, लेकिन ये भी होना चाहिए था...
सीएम नीतीश कुमार ने महिला आरक्षण बिल का स्वागत किया। उन्होंने कहा, ''हम शुरू से ही महिला सशक्तिकरण के हिमायती रहे हैं और बिहार में हमलोगों ने कई ऐतिहासिक कदम उठाए हैं। हमारा मानना है कि संसद में महिला आरक्षण के दायरे में अनुसूचित जाति एवं जनजाति की तरह पिछड़े और अतिपिछड़े वर्ग की महिलाओं के लिए भी आरक्षण का प्रविधान किया जाना चाहिए।''
नीतीश के मुताबिक, "प्रस्तावित बिल में यह कहा गया कि पहले जनगणना होगी और उसके बाद निर्वाचन क्षेत्रों का परिसीमन होगा। तब यह विधेयक लागू होगा। इसलिए जरूरी है कि जनगणना का काम शीघ्र पूरा किया जाना चाहिए। जनगणना तो वर्ष 2021 में ही हो जानी चाहिए थी, लेकिन अभी तक यह हो न सकी। जनगणना के साथ जातिगत जनगणना भी करानी चाहिए, तभी इसका सही फायदा महिलाओं को मिलेगा।"
महिलाओं को मिलेगा उनका अधिकार
लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष और एनडीए के सदस्य चिराग पासवान ने महिला आरक्षण बिल सदन में पेश किए जाने पर खुशी जाहिर की। उन्होंने कहा कि संसद में नारी शक्ति वंदन विधेयक पारित होने से महिलाओं को उनका अधिकार मिल सकेगा।
चिराग ने कहा कि लंबे समय से हम लोग महिलाओं के अधिकार से संबंधित इस विधेयक के संसद में पारित होने की उम्मीद लगाए थे। मुझे खुशी है कि नारी शक्ति वंदना के रूप में इस विधेयक को प्रस्तुत किया गया है। उम्मीद करता हूं कि सर्वसम्मति से यह विधेयक पारित हो, ताकि महिलाओं को उनका अधिकार मिल सके।
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ऐतिहासिक है महिला आरक्षण विधेयक
राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के प्रवक्ता श्रवण कुमार अग्रवाल ने इस विधेयक को को ऐतिहासिक बताया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में महिलाओं के सशक्तीकरण तथा लोकतंत्र में महिलाओं की भागीदारी को लेकर प्रतिबद्ध केंद्र सरकार ने एक नया इतिहास रचा है।
महिलाओं को अधिकार देने राजनीतिक रूप से सशक्त बनाने के लिए प्रधानमंत्री के नेतृत्व में राजग सरकार ने ऐतिहासिक फैसला लिया है।
पीएम ने नारी शक्ति के लिए कई दरवाजे खोले
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने इसे नारी सशक्तिकरण के लिए बड़ा कदम बताया। उन्होंने कहाकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने तीज पर्व के दिन कैबिनेट में इस प्रस्ताव को मंजूरी दी और पारण के दिन इस विधेयक को लोकसभा में पेश कर देश की महिलाओं को बड़ा उपहार दिया है। पीएम ने नारी शक्ति वंदन विधेयक से नारी शक्ति के लिए कई दरवाजे खोले हैं।
महिला आरक्षण के पक्ष में राजद को राजी कराएं नीतीश
राज्यसभा सांसद सदस्य सुशील मोदी ने महिला आरक्षण विधेयक पेश करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को बधाई दी। उन्होंने कहा कि अब पीएम-पद के दावेदार नीतीश कुमार को यह सुनिश्चित करना चाहिए। राजद इस विधेयक के पारित होने में कोई अड़ंगेबाजी न कर सके।
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