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'अंकल प्रणाम! मैं आपके दोस्त का बेटा हूं', नीतीश कुमार के जनता दरबार में बोला युवक, CM को बताई अपनी समस्या

पटना में सोमवार को नीतीश कुमार के जनता दरबार में लोगों ने सीएम के सामने अपनी समस्याएं रखी। इसमें निजी जमीन पर कब्जा करने की शिकायतें सबसे ज्यादा रहीं। इस दौरान एक युवक ने खुद को सीएम नीतीश के पुराने साथी का बेटा बताया।

By BHUWANESHWAR VATSYAYANEdited By: Aditi ChoudharyPublished: Mon, 12 Jun 2023 03:46 PM (IST)Updated: Mon, 12 Jun 2023 03:46 PM (IST)
पटना में सीएम नीतीश के जनता दरबार में जमीन से जुड़ी समस्याएं लेकर पहुंचे लोग। जागरण

पटना, राज्य ब्यूरो। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जनता दरबार में सोमवार को राज्य के अलग-अलग हिस्सों से लोग अपनी-अपनी शिकायत लेकर पहुंचे। बक्सर से आए एक व्यक्ति ने बताया कि उसे सोलह साल पहले 2007 में इंदिरा आवास की पहली किस्त मिली थी। 2023 लगभग आधा बीत चुका है, लेकिन दूसरी किस्त नहीं मिली है। मुख्यमंत्री ने संबंधित अधिकारी को तुरंत इस मामले को देखने का निर्देश दिया।

जनता दरबार में निजी व सरकारी जमीन के कब्जे की काफी शिकायतें भी मुख्यमंत्री के पास पहुंचीं। कैमूर की एक महिला ने कहा कि उसका इंदिरा आवास सरकार की दी हुई जमीन पर बना है। अभी प्रशासन से उसे नोटिस मिला है कि इंदिरा आवास अतिक्रमण वाली जमीन पर बना है। मुख्यमंत्री ने संबंधित अधिकारी से इस बारे में बात की। अधिकारी ने बताया कि जांच के क्रम में यह बात सामने आई है कि इंदिरा आवास जिस जमीन पर बना है, वह अतिक्रमण वाली जमीन नहीं है।

जनता दरबार में पहुंचा नीतीश के कॉलेज साथी के बेटा

इसके बाज जनता दरबार में पहुंचे एक युवक ने आते ही मुख्यमंत्री को कहा- प्रणाम अंकल। मैं आपके इंजीनियरिंग कालेज के दिनों के साथी का पुत्र हूं। आपके अधिकारी दाखिल करते हैं, लेकिन खारिज नहीं करते हैं। मैंने जमीन लिया था, उसका दाखिल तो हो गया पर खारिज नहीं हो रहा है। इससे बहुत परेशानी हो रही है।

सीओ दाखिल-खारिज नहीं कर रहे

पूर्णिया से आए व्यक्ति ने यह गुहार लगाई कि सीओ व कर्मचारी उसकी जमीन का दाखिल खारिज नहीं कर रहे है। हालांकि, संबंधित जमीन के बारे में डीसीएलआर ने उसके पक्ष में फैसला दिया है। मुख्यमंत्री ने संबंधित विभाग के अधिकारी को एक्शन लेने का निर्देश दिया। सीवान से आई एक महिला ने भी कहा कि सीओ दाखिल-खारिज नहीं कर रहे है।

निजी जमीन पर कब्जा करने की काफी शिकायतें

जनता दरबार में निजी जमीन पर अवैध तरीके से कब्जा कर लिए जाने की काफी शिकायतें पहुंचीं। सुपौल से आए एक व्यक्ति ने कहा कि उसके दादा जी के नाम पर जो जमीन थी उस पर कब्जा कर लिया गया है। गलत तरीके से रसीद भी काट लिया गया है। शिकायत किया तो उस पर हरिजन उत्पीड़न एक्ट के तहत मुकदमा कर दिया गया।

जमीन बेची सात धुर और कब्जा कर लिया 12 धुर

शिवहर से आए एक व्यक्ति ने बताया कि 50 साल पहले उसके दादा ने सात धुर जमीन बेची थी पर जिसने जमीन खरीदी उसने 12 धुर पर कब्जा कर लिया है।

14 फीट की सड़क सिकुड़कर नौ फीट रह गई

एक व्यक्ति ने यह शिकायत किया कि उसके इलाके में 14 फीट की सड़क थी। हालांकि, दबंगों ने इतना अधिक अतिक्रमण कर लिया है कि सड़क की चौड़ाई नौ फीट की हो गयी है। दबंगों के दहशत से कोई कुछ नहीं बोल पाता।

परिमार्जन की शिकायत तीन महीने से पोर्टल पर अटकी 

एक व्यक्ति ने बताया कि अपनी जमीन से जुड़े मामले में उसने परिमार्जन के लिए राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के संबंधित पोर्टल पर तीन महीने पहले आवेदन किया था पर अभी तक वह अटका हुआ है। मुख्यमंत्री ने संबंधित अधिकारी को कहा कि मैंने तो पहले कहा था कि पुराने सिस्टम को भी रखिए।


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