SSC MTS Exam: पूर्णिया में SSC परीक्षा सेंटर पर बायोमेट्रिक को बाइपास कर चल रहा था फर्जीवाड़े का खेल, 35 गिरफ्तार
पूर्णिया में एसएससी की एमटीएस परीक्षा में फर्जीवाड़े का मामला सामने आए है। बायोमेट्रिक को बाइपास करके आरोपी फर्जीवाड़े को अंजाम दे रहे थे। इसके लिए डिजिटल परीक्षा सेंटर के पास 15 हजार रूपये महीने पर एक फ्लैट लिया गया था जिसमें गिरोह के सरगना द्वारा परीक्षा देने के लिए दूसरे छात्रों को रखा जाता था। पुलिस ने इस मामले में 35 लोगों को गिरफ्तार किया है।
राजीव कुमार, पूर्णिया। पूर्णिया शहर के गुलाबबाग हासदा रोड स्थित पूर्णिया डिजिटल सेंटर परीक्षा केंद्र में चल रही एसएससी की एमटीएस परीक्षा में फर्जीवाड़े के खेल में संजीव मुखिया गिरोह की ओर पुलिस की शक की सुई घूम रही है। पुलिस ने फर्जी परीक्षार्थी के सहारे परीक्षा पास कराने के लिए सेंटर मैनेज करने की सूचना पर छापेमारी करते हुए सेंटर के सात कर्मी, 14 फर्जी परीक्षार्थी के साथ-साथ 14 वास्तविक परीक्षार्थी को भी गिरफ्तार किया है।
कटिहार जिले का रोशन कुमार व नालंदा के विवेक कुमार को इसका मुख्य सरगना बताया जा रहा है। इन दोनों सरगना के तार संजीव मुखिया से जुड़े हो सकते हैं, जिसकी पुलिस जांच कर रही है। एसएससी परीक्षा में फर्जीवाड़ा का यह खेल बायोमेट्रिक को बाइपास कर किया जा रहा था।फर्जीवाड़ा करने वालों द्वारा डिजिटल परीक्षा सेंटर के पास 15 हजार रूपये महीने पर एक फ्लैट लिया गया था। इसके अलावा परीक्षा सेंटर से उस फ्लैट तक बायोमेट्रिक का वायर अंडर ग्राउंड वायरिंग कर ले जाया गया था। इसी फ्लैट में असली परीक्षार्थी को गिरोह के सरगना द्वारा रखा जाता था और दूसरे के बदले परीक्षा देने वाले छात्र डिजिटल सेंटर में बैठकर दूसरे के बदले परीक्षा देते थे। छापेमारी करने वाली पुलिस ने अंडर ग्राउंड बायोमेट्रिक वायर को भी जब्त किया है।
एसएससी परीक्षा के इस खेल में एसएससी के फ्लाइंग आफिसर इजहार आलम की संलिप्तता पाई गई है। इजहार आलम एसएससी मध्य क्षेत्र प्रयागराज में पदस्थापित हैं। पुलिस ने इनके खिलाफ भी प्राथमिकी दर्ज कर इनकी भूमिका की जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने इस सेंटर से तीन लैपटॉप, चार लाख 20 हजार नकद, एक प्रिंटर, 18 मोबाइल, दो बाइक, दो चार पहिया वाहन, वाइफाइ , डीभीआर, मॉनिटर, 12 ब्लैंक चेक, 22 एटीएम कार्ड, 52 आधार कार्ड, 40 ई प्रवेश पत्र व सात मूल कागजात भी बरामद किए हैं।
पकड़ में आए अभियुक्तों ने किया अहम खुलासा
इस मामले में गिरफ्तार पूर्णिया डिजिटल के कर्मियों ने पूछताछ में बताया कि डिजिटल लैब के मालिक विवेक कुमार जो मानपुरा पटेढ़ी बेलसर जिला वैशाली का रहने वाला है एवं उसका मुख्य सहयोगी रोशन कुमार पिता सूर्यदेव मंडल , खोटा मिलिक डूमर जिला कटिहार का रहने वाला है। इसके अलावा राहुल राज केवाईडीह नूरसराय जिला नांलदा के द्वारा फ्लाईंग आफिसर से सांठ-गांठ कर फर्जीबाड़ा का यह खेल खेला जा रहा था। जांच में यह बात भी सामने आई कि फ्लैट जो किराए पर लिया गया था, वह सुरेश चंद्र साहा का था।होटल में छात्रों के बदले परीक्षा देने वाले छात्रों को ठहराया गया था
पुलिस जांच में यह भी खुलासा हुआ है कि असली छात्रों के बदले परीक्षा देने के लिए जिन छात्रों को गिरोह के सरगना द्वारा बुलाकर रखा गया था, उसे सदर थाना क्षेत्र के एक होटल में ठहराया गया था। यह होटल पूर्णिया डिजिटल के पास ही है। पुलिस ने उस होटल के कमरे से फर्जी ई एडमिट कार्ड, कई आधार कार्ड, कई छात्रों का मूल प्रमाण पत्र, पासबुक, चेकबुक , कई एटीएम कार्ड, कई साइबर उपकरण, केवल तार एवं चार चक्का एवं दो चक्का वाहन को जब्त किया गया।
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