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पूर्णिया में ट्रैफिक पुलिस की हैवानियत, पहले कार में मारी टक्कर फिर कमरे में बंद करके पीटा; बीमार पिता को भी नहीं छोड़ा

Bihar Crime बिहार के पूर्णिया जिले की पुलिस पर बर्बरता से पिटाई करने का आरोप लगा है। पीड़ित का कहना है कि पुलिस कर्मियों ने पहले उसकी कार का ठोकर मारी। इसके बाद विरोध करने पर थाने ले जाकर बर्बरता से मारपीट की गई। वहीं दूसरी ओर पुलिस कर्मियों ने भी मारपीट के दौरान जानलेवा हमला करने का आरोप लगाया है।

By Narendra Kumar Anand Edited By: Mohit Tripathi Updated: Fri, 28 Jun 2024 01:49 PM (IST)
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कार में ठोकर मारने का विरोध करने पर ट्रैफिक पुलिस ने युवकों को पीटा। (सांकेतिक फोटो)
जागरण संवाददाता, पूर्णिया। बिहार के पूर्णिया में थाना चौक पर सरेराह ट्रैफिक पुलिस और पब्लिक के बीच हुई भिड़ंत में एक ही परिवार के तीन लोगों ने पुलिस वालों पर थाने ले जाकर बर्बरतापूर्ण पिटाई का आरोप लगाया गया है। मारपीट में घायल पुलिस के जवान ने भी जानलेवा हमले की बात कही है।

चुनापुर निवासी अशोक झा ने बताया कि वे रामबाग से कपड़े देकर गिरिजा चौक होते हुए अपनी कार से चुनापुर लौट रहे थे।

कार में उनके साथ उनका बेटा विशाल कुमार और पीयूष कुमार भी था। कार के थाना चौक पहुंचने पर यातायात पुलिस के वाहन ने पीछे से उनकी कार में ठोकर मार दी।

सीसीटीवी में कैद हुई घटना

अशोक झा ने बताया कि कार में ठोकर मारने पर मैंने आपत्ति जताई, जिसके बाद थाना चौक के आगे इस वाहन पर बैठे चालक ने गालियां देनी शुरू कर दी।

पुलिस वाले ने वैन से डंडा निकाला और पीटना शुरू कर दिया। समूचा घटनाक्रम थाना चौक पर लगे सीसीटीवी में कैद है, जिसे देखा जा सकता है।

पीटते हुए थाने ले गए ट्रैफिक पुलिसकर्मी

इस मामले में जख्मी दोनों युवकों के पिता ने बताया कि उन्होंने पुलिस के जवान से कहा मैं पैर से लाचार हूं। मुझे मत मारिए, फिर भी पुलिस वाले ने पीटना शुरू कर दिया।

इस पर दोनों तरफ से हाथापाई शुरू हो गई। देखते ही देखते यातायात पुलिस के कई जवान वहां पहुंच गए, जो उन्हें और उनके बेटे को पीटते हुए यातायात थाने ले गए। उनकी कार भी जब्त कर ली।

हाथ-पैर बांधकर बर्बरतापूर्वक पिटाई का आरोप

उन्होंने आगे बताया कि थाने ले जाने बाद मेरे दोनों बेटे का हाथ-पैर बांधकर यातायात थाने में बर्बरतापूर्वक पिटाई की गई। बेटे को पीटता देखकर मेरी सांस फुलने लगी।

मैं हार्ट का मरीज हूं, थोड़ा पानी दे दें कहा तो वहां मौजूद पुलिस वाले ने चेहरे पर मूत्र विसर्जन करने की बात कहकर पानी तक नहीं दिया।

ट्रैफिक पुलिस के ड्राइवर ने पीड़ितों पर ही मढ़ा आरोप 

वहीं, मारपीट में घायल यातायात पुलिस के चालक पंकज कुमार ने बताया कि कार वाले लगातार उन्हें ओवरटेक कर रहे थे। एक बार बड़ा हादसा होते-होते बच गया।

पुलिस वाहन चालक ने बताया कि जैसे ही मैं आगे बढ़ा, कार की ड्राइविंग सीट पर बैठे लड़के ने गाली दी। इसके बाद उन्होंने इसका विरोध किया।

इसके बाद उन लड़कों ने अपनी कार से बेंत निकालकर उनके सिर पर हमला कर दिया। इसमें उनके सिर में गहरी चोट आई। उन्हें बचाने आए होमगार्ड के जवान गंगानंद यादव को भी उन्होंने बुरी तरह पीटा।

थानाध्यक्ष ने क्या कहा?

इस संबंध में केहाट थाना अध्यक्ष कौशल कुमार ने बताया कि घायल पुलिस के जवान और युवकों को उपचार के लिए अस्पताल लाया गया है। उपचार के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

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