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Bihar: अंशु की जगह जली थी अंजू की चिता, घरवालों के गायब होने पर जताई जा रही ऑनर किलिंग की आशंका

बिहार के पूर्णिया में अकबरपुर ओपी क्षेत्र के डढ़वा गांव स्थित नहर से 15 अगस्त को बरामद अज्ञात शव अब नया मोड़ आ गया है। पहचान में चूक से जिस लड़की का दाह संस्कार किया गया था उसके सामने आने के बाद पुलिस के लिए शव की पहचान करना चुनौती बन गया था। आठ दिन की कड़ी मशक्कत के बाद पुलिस शव का पहचान करने में सफल हो गई है।

By Jagran NewsEdited By: Mohit TripathiUpdated: Wed, 23 Aug 2023 09:07 PM (IST)
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अंशु के फेर में जली थी अंजू की चिता, हत्या के पीछे दफन है गहरा राज।

संवाद सूत्र, (भवानीपुर) पूर्णिया: बिहार के पूर्णिया में अकबरपुर ओपी क्षेत्र के डढ़वा गांव स्थित नहर से 15 अगस्त को बरामद अज्ञात शव अब नया मोड़ आ गया है। पहचान में चूक से जिस लड़की का दाह संस्कार किया गया था, उसके सामने आने के बाद पुलिस के लिए शव की पहचान करना चुनौती बन गया था।

आठ दिन की कड़ी मशक्कत के बाद पुलिस शव का पहचान करने में सफल हो गई है। हालांकि उसकी हत्या क्यों और किसने की अभी इसका कोई स्पष्ट कारण सामने नहीं आया है।

अंजू की हत्या कर फेंका गया था शव

पूर्णिया के अकबरपुर ओपी क्षेत्र से बरामद शव मधेपुरा के चौसा थानाक्षेत्र के सोहरा गांव निवासी परमानंद शर्मा की बेटी अंजलि कुमारी उर्फ अंजू की थी।

अंजू विवाहित थी और उसकी हत्या के बाद लाश को नहर में फेंक दिया गया। अंजु के स्वजनों के फरार रहने से पुलिस ऑनर किलिंग की आशंका पर भी जांच कर रही है।

क्या था हत्या का कारण

अकबरपुर ओपी अध्यक्ष सूरज ने बताया कि अबतक की जांच में यह बात सामने आयी है कि अंजली उर्फ अंजू की शादी मधेपुरा जिले के मजौरा ओपी क्षेत्र के किसी गांव में हुई थी।

अंजू अपनी शादी से खुश नहीं थी। इस कारण वह कई बार ससुराल से फरार भी हो गई थी। इससे उसके माता-पिता सहित अन्य स्वजन भी काफी नाराज थे। पुलिस अंजु के फरार स्वजनों की तलाश कर रही है।

स्वजनों के फरार होने से कई तरह की आशंका जताई जा रही हैं। पुलिस हर बिंदु पर बारीकी से जांच कर रही है।

शव के पहचान में क्यों हुई गलती

15 अगस्त को भवानीपुर थानाक्षेत्र के अकबरपुर ओपी के डढ़वा गांव स्थित नहर में उपलाता एक अज्ञात युवती का शव पुलिस ने बरामद किया था।

सोशल मीडिया पर शव की तस्वीर वायरल होने पर बलिया ओपीक्षेत्र के तुलसी बिशनपुर निवासी विनोद मंडल ने इस शव की पहचान अपनी बेटी अंशु कुमारी के रूप में की थी।

कई दिनों का शव होने के चलते उसका चेहरा वीभत्स हो गया था। ऐसे में अंगुली व युवती के बदन पर मौजूद कपड़े के आधार पर शव की पहचान स्वजनों ने की थी।

महीनेभर से गायब थी अंशु

अंशु प्रेम-प्रसंग के कारण एक महीने से घर से गायब थी। घर से गायब होने के बाद अंशु कुमारी ने पिता की मर्जी के खिलाफ जाकर जानकीनगर थानाक्षेत्र के रुपौली हाल्ट निवासी दूसरी जाति के अपने प्रेमी निरंजन कुमार से मंदिर में शादी रचा ली थी। शादी के बाद वह अपने ससुराल में रह रही थी।

इधर, शव की पहचान की फेर में पिता ने उसे अंशु का शव मान उसका दाह संस्कार कर दिया था। बाद में अंशु ने वीडियो कॉल कर अपने जीवित होने का प्रमाण दिया था। इसके बाद चिता में जली उस अंजान शव की शिनाख्त की कोशिश में पुलिस जुटी हुई थी।