पूर्णिया में भूमि माफियाओं का आतंक, जमीन खाली नहीं की तो सरेआम बुलडोजर से ढाह दिया मकान; सामान भी उठा ले गए
पूर्णिया में भूमि माफियाओं ने हथियारों के बल पर आठ परिवारों के घरों को बुलडोजर से ढहा दिया। करीब 30-40 की संख्या में आए गुर्गों ने घरों में रखा सामान भी लूट लिया। पीड़ितों का आरोप है कि पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। बताया जा रहा है कि भूमि माफियाओं ने घर में घंटे तक तांडव मचाए रखा और पुलिस को भनक तक नहीं लगी।
संवाद सूत्र, पूर्णिया पूर्व (पूर्णिया)। पूर्णिया के कालीघाट में शुक्रवार की रात भू माफियाओं ने लगभग 30-40 की संख्या में पहुंचकर आठ परिवार के आशियाने को हथियार के बल पर दो बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया।
इसके बाद गृह स्वामियों को बंधक बनाकर उनके घरों में रखे, सभी सामान को लूट कर लेकर चले गए। अपराधियों का तांडव लगभग ढाई से 3 घंटे चलता रहा, लेकिन पुलिस के कानों में जू तक नहीं रेंगा।
कालीघाट के आसपास ही डायल 112 नंबर की गाड़ी अक्सर लगी रहती है। पुलिस की कार्यशैली ग्रामीणों के मन में संदेह पैदा कर रही है।
घटना के संबंध में पीड़िता राजकुमारी देवी ने कहा कि वह अपने बेटी बबीता देवी और दामाद ओम प्रकाश के साथ रहती हैं। शुक्रवार को शाम करीब 6 बजे वह सब्जी लाने के लिए अपनी बेटी के साथ गई थीं। वहां कुछ लोगों ने पहले जमीन से घर हटा लेने की धमकी दी।इसके बाद शुक्रवार की रात करीब 12 बजे 30-40 आदमी दो जेसीबी और 3-4 ट्रेक्टर लेकर पहुंचे। इसके बाद दरवाजा से लेकर घर तक ढाह दिया।
सालों से जमीन खाले करने की मिल रही थी धमकी
वहीं, पीड़ितों ने बताया कि उन्होंने यह जमीन रीता देवी से खरीदी थी। वह मकान बना कर रह रहे हैं, लेकिन बेलोरी के महेंद्र साह जबरदस्ती सालों से इस जमीन पर दावा कर उसे खाली करने को कह रहा था।इसको लेकर थाने में मामला भी दर्ज है, लेकिन उन्होंने भूमाफियाओं के साथ मिलकर शुक्रवार की रात्रि मकान को तोड़ दिया और घर में रखे सभी सामान को भी ट्रैक्टर पर लेकर चला गए।
अब इस मामले को लेकर न्यायालय में भी आवेदन दिया गया है। वहीं, सदर थाना में आवेदन देकर उचित कार्रवाई करने की मांग की गई है।इस संबंध में सदर थाना अध्यक्ष राजीव कुमार लाल ने बताया कि मामले को लेकर आवेदन दिया गया है। मामला भूमि विवाद संबंधित है। मामले की जांच पड़ताल की जा रही है जो भी दोषी होंगे उसे किसी भी सूरत में बक्सा नहीं जाएगा।
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