BPSC Exam: 'नियोजित शिक्षकों में टैलेंट की कमी नहीं', काबिलियत पर शक करने वालों को टॉपर राजेश ने दिया करारा जवाब
BPSC Exam अक्सर देखा गया है कि नियोजित शिक्षकों पर सवाल उठाए जाते हैं। उनकी काबिलियत पर शक किया जाता है। हालांकि अब समाज में नियोजित शिक्षकों को बदनाम करने वालों को बिहार के राजेश मिश्रा ने हिंदी विषय में टॉप कर करारा जवाब दिया है। रानीपतरा के राजेश कुमार मिश्रा ने बिहार में 6वां स्थान प्राप्त किया है।
By Narendra Kumar AnandEdited By: Aysha SheikhUpdated: Fri, 20 Oct 2023 02:50 PM (IST)
प्रशांत कर सोनू, पूर्णिया। 11वीं और12वीं के हिंदी शिक्षकों की नियुक्ति के लिए बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित की गई परीक्षा में रानीपतरा के राजेश कुमार मिश्रा ने बिहार में 6वां स्थान प्राप्त किया है।
राजेश कुमार मिश्रा ने ना सिर्फ पूरे पूर्णिया जिले का नाम रोशन किया है, बल्कि रानीपतरा का नाम भी पूरे बिहार में ऊंचा किया है। राजेश मिश्रा ने यह उपलब्धि पूर्णिया पूर्व प्रखंड अंतर्गत केजीपी उच्च माध्यमिक विद्यालय भोगा भटगामा में नियोजित शिक्षक रहते हुए प्राप्त की है।
बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी से की पढ़ाई
पूर्णिया जिले के पूर्णिया पूर्व प्रखंड अंतर्गत रानीपतरा निवासी स्वतंत्रता सेनानी स्व मुकुंद मिश्रा का ज्येष्ठ पौत्र व शारदानंद मिश्रा का पुत्र राजेश कुमार मिश्रा केजीपी उच्च माध्यमिक विद्यालय भोगा भटगामा पूर्णिया पूर्व पूर्णिया में माध्यमिक शिक्षक के पद पर 2007 से ही सामाजिक विज्ञान विषय पर कार्यरत है।उन्होंने 2006 में बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी से बीएड की शिक्षा प्राप्त की, जिसके बाद उन्हें माध्यमिक शिक्षक के पद पर नियुक्त किया गया। तब से मिश्रा विद्यालय में बच्चों के बीच शिक्षा बांट रहे हैं।
क्या बोले राजेश कुमार मिश्रा?
इस विषय पर राजेश कुमार मिश्रा का कहना है कि मुझे पूरे बिहार में छठा स्थान प्राप्त हुआ है जो मेरे लिए बड़ी उपलब्धि है। मैं उच्च माध्यमिक शिक्षक के पद पर लगभग 18 साल से कार्यरत हूं। मुझे यह संदेश देना है कि नियोजित शिक्षक में भी टैलेंट की कमी नहीं है।चाहे बीएससी की परीक्षा से गुजरना पड़े या उससे भी उच्च स्तरीय परीक्षा में बैठना पड़े, हम लोग घबरानेवालों में से नहीं हैं। वहीं इस संबंध में नियोजित शिक्षक संघ के जिला सचिव रामशरण मेहता ने कहा है कि नियोजित शिक्षकों में मेधा की कमी नहीं है।
समाज में नियोजित शिक्षकों को बदनाम करने वालों को राजेश मिश्रा ने हिंदी विषय में टॉप कर करारा जवाब दिया है। राजेश मिश्रा ने नियोजित शिक्षकों का सर गर्व से ऊंचा कर दिया है और साबित कर दिया किया नियोजित शिक्षकों में टैलेंट की कोई कमी नहीं है।उन्होंने कहा कि सरकार को अविलंब सभी नियोजित शिक्षकों को बिना शर्त राज्यकर्मी का दर्जा देना चाहिए, जिससे वे अपने भविष्य के प्रति निश्चिन्त रह सकें और विद्यालय में मन लगाकर अध्ययन अध्यापन का काम कर सकें।
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