Bihar Politics बिहार में रुपौली विधानसभा सीट पर उपचुनाव होने से पहले यहां की सियासत फिर से गरमा गई है। रुपौली सीट से आरजेडी की नेता बीमा भारती भी किस्मत आजमा रही हैं। लेकिन इस बीच एक निर्दलीय उम्मीदवार का नामांकन रद्द हो गया तो वहीं एक ने अपना नाम वापस ले लिया है। अब 11 प्रत्याशी रुपौली उपचुनाव लड़ेंगे।
संवाद सूत्र, धमदाहा (पूर्णिया)। रुपौली विधानसभा उप चुनाव को लेकर सरगर्मी तेज हो गई है। बुधवार को नाम वापसी के अंतिम दिन एक निर्दलीय प्रत्याशी ने अपना नामांकन वापस ले लिया है। अब कुल 11 प्रत्याशी चुनावी मैदान में रह गए हैं।
क्या बीमा भारती की राह आसान होगी?
जल्द ही उन्हें चुनाव चिह्न का आवंटन कर दिया जाएगा। निर्दलीय प्रत्याशी के नामांकन वापस लेने से बीमा भारती (Bima Bharti) की राह थोड़ी आसान हो सकती है, क्योंकि जो कुछ वोट कटने वाला था, वह अब बच जाएगा। हालांकि, उनके खिलाफ टक्कर में जेडीयू के कलाधर मंडल भी हैं, तो अब मुकाबला दिलचस्प हो सकता है।
इस संबंध में निर्वाची पदाधिकारी सह डीसीएलआर विनय कुमार ने बताया कि रुपौली विधानसभा उपचुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी सिंघयान के शंकर सिंह ने अपना नामांकन वापस ले लिया है। अब 11 प्रत्याशी चुनाव लड़ेंगे।
13 प्रत्याशियों ने नामांकन किया था दाखिल
बताते चलें कि रुपौली विधानसभा उपचुनाव के लिए कुल 13 प्रत्याशियों ने नामांकन पत्र दाखिल किया था। 24 जून को संवीक्षा के दौरान एक निर्दलीय प्रत्याशी नीलम देवी के नामांकन पत्र में त्रुटि पाए जाने कारण उनका नामंकन रद्द कर दिया गया। इसके बाद नाम वापसी की अंतिम तिथि को बुधवार को एक और निर्दलीय प्रत्याशी ने अपना नामांकन पत्र वापस ले लिया। अब 11 प्रत्याशी चुनाव मैदान में अपनी किस्मत आजमाएंगे।
मैदान में बचे अब ये उम्मीदवार
मैदान में अब जदयू से कलाधर मंडल, राजद से बीमा भारती, राष्ट्रीय जन संभावना पार्टी से चंद्रदीप सिंह, भारतीय सार्थक पार्टी से राजीव कुमार, आजाद समाज पार्टी से रवि रौशन, निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में शंकर सिंह, लालू प्रसाद यादव, अरविंद प्रसाद सिंह, मु. शादाब आजम, खगेश कुमार व दीपक कुमार बचे हैं। बुधवार को ज्वाइंट कमिश्नर जीएसटी सह नोडल आफिसर एक्सपेंडिचर देवानंद शर्मा ने धमदाहा अनुमंडल कार्यालय स्थित निर्वाचन कक्ष पहुंचकर निर्वाचन कार्यों की समीक्षा की।
उन्होंने बताया कि दैनिक रूप से संधारित किए जाने वाले चुनावी व्यय के लेखा की जांच की जाएगी। व्यय प्रेक्षक भारत निर्वाचन आयोग की सहमति से अभ्यर्थियों द्वारा किए जाने वाले व्यय के लेखा की जांच के लिए तीन तिथियां निर्धारित की गई हैं।
उम्मीदवार इस तरह से अपनी व्यय लेखा की जांच करा सकते हैं
एक जुलाई, चार जुलाई एवं आठ जुलाई को कोपरेटिव बैंक, पूर्णिया के प्रथम तल के सभाकक्ष में अभ्यर्थी स्वयं या निर्वाचन अभिकर्ता के माध्यम से उपस्थित होकर उक्त तिथि में अपनी व्यय लेखा की जांच करा सकते हैं। निर्वाची पदाधिकारी सह डीसीएलआर विनय कुमार ने बताया कि चुनाव चिह्न आवंटन को लेकर पटना से अभी निर्देश नहीं मिला है। निर्देश मिलते ही सभी प्रत्याशियों को चुनाव चिह्न आवंटित कर दिया जाएगा।
ये भी पढ़ें
Prashant Kishor: ये 6 दिग्गज लिख रहे प्रशांत किशोर की सियासी पटकथा, कोई पूर्व IAS तो कोई रह चुके हैं IPS
Samrat Chaudhary: सम्राट चौधरी ने कह दी लालू के दिल पर चोट लगने वाली बात, सियासत हुई तेज; अब क्या करेगी RJD?
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।