Bridge Collapse: बिहार में भ्रष्टाचार का एक और नमूना, पूर्णिया में ढलाई होते ही भरभराकर गिरा पुल; दो घायल
Bridge Collapse In Baisi बिहार में यूंं तो आए दिन भ्रष्टाचार के मामले सामने आते रहते हैं लेकिन पूर्णिया के बायसी में निर्माणाधीन पुल के भरभराकर गिरने से अधिकारियों में हड़कंप मच गया है। अब इसके संवेदक पर कार्रवाई करने की बात कही जा रही है।
By Rajeev KumarEdited By: Prateek JainUpdated: Tue, 31 Jan 2023 07:32 PM (IST)
पूर्णिया, राजीव कुमार: पूर्णिया के बायसी में 113. 74 लाख का एक पुल ढलाई होते ही ध्वस्त हो गया। यह पुल ग्रामीण कार्य विभाग बायसी द्वारा बनवाया जा रहा था। मंगलवार को इस पुल की ढलाई की जा रही थी कि इसी दौरान पुल का आधा हिस्सा भरभरा कर गिर गया। इसके बाद निर्माणाधीन स्थव पर मौजूद इस पुल के संवेदक मुंशी भाग निकले। वहीं, पुल गिरने से दो मजदूर भी मामूली रूप से जख्मी हुए हैं, जिनका इलाज पास के निजी चिकित्सकों के यहां कराया गया।
बायसी के खपड़ा पंचायत में बनाए जा रहे इस पुल के संवेदक अमौर के रहने वाले मो. तकसीर आलम हैं तथा निर्माण कार्य की देखरेख करने वाली एजेंसी ग्रामीण कार्य विभाग बायसी है। इस पुल की लंबाई 20. 10 मीटर है तथा प्रधानमंत्री सड़क योजना के तहत बनाए जा रहे इस पुल के बन जाने से खपड़ा पंचायत के दो गांव चौनी एवं मलहरिया आपस में जुड़ जाएंगे।
संवेदक की लापरवाही से ध्वस्त हुआ पुल: अधिकारी
पुल के ढलाई होते ही ध्वस्त होने की सूचना मिलने के बाद विभागीय अधिकारियों में हड़कंप मच गया और वे भागे-भागे पुल निर्माणास्थल पर पहुंचे, जहां उनके पहुंचने तक स्थानीय ग्रामीणों की भीड़ भी जमा हो गई। बायसी के ग्रामीण कार्य विभाग के कार्यपालक अभियंता रामू प्रसाद ने माना कि ढलाई होते ही यह पुल संवेदक की लापरवाही के कारण ध्वस्त होकर गिरा है। उन्होंने यह भी बताया कि तीन दिन पूर्व उन्होंने खुद इस निर्माणाधीन पुल का निरीक्षण किया था और संवेदक को कई तरह के सुधार करने के बाद पुल की ढलाई करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद भी संवेदक ने बिना किसी सूचना के आज पुल की ढलाई शुरू कर दी, जिस कारण पुल के ध्वस्त होने की घटना घटी है।संवेदक को ब्लैक लिस्ट में डालने की भेजी जाएगी रिपोर्ट
ढलाई होते ही पुल ध्वस्त होने की खबर बाद विभागीय अधिकारी हरकत में आ गए। इस मामले में लापरवाह संवेदक मो. तकसीर आलम को ब्लैक लिस्ट में डालने के लिए राज्य मुख्यालय को रिपोर्ट भेजने की तैयारी शुरू कर दी गई है। कार्यपालक अभियंता रामू प्रसाद ने बताया की आज शाम होने के कारण इस मामले की रिपोर्ट पटना नहीं भेजी गई है। बुधवार को ब्लैक लिस्ट में डालने को लेकर हर हाल में रिपोर्ट भेजी जाएगी।ध्वस्त पुल ने खोली विभाग में फैले कमीशनखोरी की कलई
बायसी के खपड़ा पंचायत में ढलाई होते ही ध्वस्त हुए पुल ने ग्रामीण कार्य विभाग में फैले भष्ट्राचार एवं कमीशनखोरी की कलई खोलकर रख दी है। पूर्व से ही कमीशन को लेकर विवादों में रहे इस विभाग में काम की गुणवत्ता कोई महत्व नहीं रखती, बल्कि कमीशन की रकम सब कुछ तय करती है। कमीशन का बोलबाला इस कदर है कि योजना के प्राक्कलन में जिस गुणवत्ता का उल्लेख किया जाता है, उसका अनुपालन दूर-दूर तक नहीं होता है।
कमीशन खाने वाले अधिकारी इस ओर से पूरी तरह से आंखें बंद कर लेते हैं। योजना में चाहे अच्छी किस्म के छड़ तथा मानक के अनुसार छड़ देने का मामला हो या फिर बालू एवं सीमेंट की किस्म का हो, सबमें घटिया सामान का ही उपयोग किया जाता है। जब यह पुल ही ढलाई होते धवस्त हो गया तो इस पुल से होकर गुजरने वाले बड़े वाहनों का बोझ यह पुल कितने दिनों तक बर्दाश्त कर पाता इसका अंदाजा लगाया जा सकता है।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।