Move to Jagran APP

Pakistani Funding Case की अब EOU करेगी जांच, स्पेशल टीम का किया गया गठन; डेटा जुटाने का काम शुरू

पूर्णिया एसपी आमिर जावेद ने बताया कि इस मामले की जांच अब आर्थिक अपराध इकाई करेगी। साइबर थाना पूर्णिया में यह मामला सात दिसंबर को धारा 419 420 467 468 471 379 34 भादवि एवं धारा 66 सी 66 डी आईटीएक्ट के तहत दर्ज किया गया था। इस मामले की जांच का जिम्मा संभालते ही आर्थिक अपराध इकाई हरकत में आ गई है।

By Rajeev KumarEdited By: Rajat MouryaUpdated: Fri, 15 Dec 2023 05:54 PM (IST)
Hero Image
Pakistani Funding Case की अब EOU करेगी जांच, स्पेशल टीम का किया गया गठन (प्रतीकात्मक तस्वीर)
राजीव कुमार, पूर्णिया। Pakistani Funding Case पाकिस्तान से वाया नेपाल फंडिग मामले की जांच अब आर्थिक अपराध इकाई करेगी। इस मामले की गंभीरता को देखते हुए ईओयू ने पूर्णिया पुलिस से इस मामले की जांच का जिम्मा ले लिया है। आर्थिक अपराध इकाई अब साइबर थाना में दर्ज थाना कांड संख्या 55/2023 की जांच अपने स्तर से करेगी।

पूर्णिया एसपी आमिर जावेद ने बताया कि इस मामले की जांच अब आर्थिक अपराध इकाई करेगी। साइबर थाना पूर्णिया में यह मामला सात दिसंबर को धारा 419, 420, 467, 468, 471, 379, 34 भादवि एवं धारा 66 सी , 66 डी आईटीएक्ट के तहत दर्ज किया गया था। इस मामले की जांच का जिम्मा संभालते ही आर्थिक अपराध इकाई हरकत में आ गई है।

आर्थिक अपराध इकाई ने इस मामले की जांच के लिए एक विशेष टीम का गठन किया है। इस टीम द्वारा पूर्णिया पुलिस द्वारा जुटाई गयी जानकारी के साथ- साथ अब इस मामले में अपने स्तर से भी जानकारी एवं पाकिस्तानी फंडिग का डाटा जुटाने में लग गयी है।

बताया गया कि पाकिस्तानी फंडिग मामले में लगातार हो रहे नए खुलासे से पुलिस को इस मामले की जांच में कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था। अब इस मामले की जांच का प्रभार आर्थिक अपराध इकाई द्वारा संभाले जाने के बाद इस मामले के आरोपितों तक पहुंचना आसान होगा।

एक मोबाइल चोरी से मामला आया था सामने

पाकिस्तानी फंडिग मामले का खुलासा एक मोबाइल चोरी की जांच में हुआ। बीकोठी थाना क्षेत्र के बेरचिया ग्राम निवासी मनोज कुमार यादव ने दो दिसबंर को अपनी मोबाइल चोरी करने की शिकायत थाने में दर्ज कराई थी। इस मोबाइल चोरी होने के बाद उनके भारतीय स्टेट बैंक के खाते से दो लाख अठासी हजार रूपये उड़ा लिए गए। इसके बाद जब पुलिस ने जांच शुरू की तो

अब तक 3 आरोपित गिरफ्तार

इस मामले में तीन आरोपित सुशील कुमार, मु. शहनवाज एवं मु. साकिन को गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तारी के बाद जब पुलिस ने इन तीनों आरोपितों के मोबाइल फोन की जांच की तो पुलिस को होश उड़ गए। उनके मोबाइल नंबर से लगातार पाकिस्तान बात करने के प्रमाण मिले।

इसके बाद जब पुलिस ने जांच आगे बढ़ाया तो यह खुलासा हुआ कि इन आरोपितों ने एजेंट बनकर पाकिस्तानी हैंडलर से मिलकर पाकिस्तान फंडिग की राशि को नेपाल के खाते में पहले मंगाया फिर उस राशि को इंडियन करेंसी में तब्दील कर देश के हजारों बैंक खाते में खपाने का काम किया। इसके बाद पुलिस ने कई बैंक खातों में भेजी गयी राशि को खाते से निकासी पर रोक भी लगाया।

पूर्णिया साइबर थाने में दर्ज पाकिस्तान से फंडिग मामले की जांच का जिम्मा आर्थिक अपराध इकाई ने संभाल लिया है। इस मामले की नए सिरे से गहनता से जांच की जाएगी और इस पूरे नेटवर्क को ध्वस्त किया जाएगा। - नैयर हसनैन खान, एडीजी, आर्थिक अपराध इकाई

ये भी पढ़ें- भारत के खिलाफ D-Company की बड़ी साजिश! सुराग के लिए Meta को गया ई-मेल, आतंकियों को नेपाल के रास्ते भेजी गई थी 'मोटी रकम'

ये भी पढ़ें- Pakistani Funding का अयोध्या लिंक खंगालने में जुटी जांच एजेंसियां, 500 से अधिक खातों में भेजी गई राशि

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।