Giriraj Singh: 'विस्फोटक हो रहे हालात', गिरिराज सिंह को किस बात का डर? विभाजन-नेहरू और सनातनी सब आए याद
Giriraj Singh बिहार में बेगूसराय से सांसद और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह इन दिनों सीमांचल के जिलों में भ्रमण कर रहे हैं। इसी क्रम में वह पूर्णिया पहुंचे हुए हैं। यहां उन्होंने मीडिया से बता करते हुए अपनी चिंता साझा की। इसके साथ ही उन्होंने देश के बंटवारे से लेकर पूर्व पीएम नेहरू और सनातन धर्म को लेकर अपने विचार रखे।
जागरण संवाददाता, पूर्णिया। Giriraj Singh: केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा है कि देश विभाजन के वक्त अगर पंडित नेहरू हिंदुओं को भारत ले आए होते और मुसलमानों को पाकिस्तान भेज दिया जाता, तो आज देश की सामाजिक समरसता को कोई खतरा नहीं होता।
बांग्लादेश और पाकिस्तान के हिंदू शुरू से प्रतिकार करना सीख लेते तो देश की स्थिति ऐसी नहीं होती। सीमांचल के चारों जिले किशनगंज, पूर्णिया, अररिया और कटिहार में बड़ी संख्या में डेमोग्राफी बदल रही है।
इसी को लेकर हिन्दू संगठनों के साथ एक बड़ी बैठक होगी। इन जिलों में बड़ी तेजी से आबादी बढ़ रही है, जिससे स्थिति बिगड़ रही है। जब तक देश में सनातनियों का बहुमत है, तभी तक लोकतंत्र भी सुरक्षित है।
इससे पहले सोमवार रात केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह पूर्णिया पहुंचे। सर्किट हाउस में विश्राम के बाद मंगलवार को उन्होंने विश्व हिन्दू परिषद के कार्यकर्ताओं के साथ एक अहम बैठक की। इसके बाद प्रेस वार्ता को संबोधित किया।
असम के सीएम का नाम लेकर बरसे गिरिराज
सर्किट हाउस में प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा का हवाला देते हुए कहा कि देश में हमारा अस्तित्व खतरे में है और हिंदुओं की आबादी गिर गई है। उन्होंने मुस्लिमों की आबादी बढ़ने को लेकर चिंता जताई।सिंह ने कहा कि कुछ ऐसे ही हालात पूर्वांचल और देश के दूसरे हिस्से में है। तुष्टिकरण की राजनीति के कारण ही 1947 में पंडित नेहरू के नेतृत्व में भारत के बंटवारे के समय पाकिस्तान, जो बाद में पूर्वी पाकिस्तान के रूप में अलग हुआ और फिर बांग्लादेश बना।
वहां से हिंदुओं को भारत ले आया जाता और भारत के मुसलमान जो योजनाबद्ध तरीके से यहां रह गए, उनको पाकिस्तान भेज दिया जाता तो आज भारत की सामाजिक समरसता को कोई खतरा नहीं होता।
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