जमीन को बंजर बना रही ये विदेशी घास, इंसान ही नहीं जानवरों के लिए भी है खतरनाक, नष्ट करने का सिर्फ ये तरीका
आप कहीं भी जाएं आपको गाजर घास आसानी से दिख जाएगी। गाजर घास को विदेशी घास भी कहते हैं। दिखने में भले ही ये घास आपको खूबसूरत लगे लेकिन ये घास उपजाऊ जमीनों को बंजर बनाने का काम कर रहा है। यह विदेशी घास न सिर्फ खेतों पर बुरा असर डालती है बल्कि लोगों और पशुओं को भी जानलेवा बीमारियों की ओर धकेलने का काम करती है।
दिवाकर सिंह सूरज, भवानीपुर (पूर्णिया)। खेत हो या सड़क या फिर रेलवे ट्रैक... आप कहीं भी जाएं, आपको गाजर घास आसानी से दिख जाएगी। गाजर घास को विदेशी घास भी कहते हैं। दिखने में भले ही ये घास आपको खूबसूरत लगे, लेकिन ये घास उपजाऊ जमीनों को बंजर बनाने का काम कर रहा है।
यह विदेशी घास न सिर्फ खेतों पर बुरा असर डालती है, बल्कि लोगों और पशुओं को भी जानलेवा बीमारियों की ओर धकेलने का काम करती है।
प्रगतिशील किसान डॉ. अमित प्रकाश सिंह और प्रो. शम्भू प्रसाद सिंह कहते हैं इस घास पर पेस्टीसाइड का प्रभाव भी नहीं के बराबर होता है। इस घास पर घास मारने वाले दवाइयों के उपयोग के बाद भी यह नहीं मरता है, जबकि इसके बगल का अन्य खर-पतवार दवाइयों के हल्के प्रभाव से ही खत्म हो जाते हैं।
काफी ज्यादा मात्रा में तेजी से फैल रहे इस विदेशी घास को नष्ट करने के लिए वर्तमान समय में कोई कारगर उपाय नहीं होने से यहां की उपजाऊ भूमि जहां बंजर होने के कगार पर पहुंच रही है। वहीं, इसके प्रभाव में आकर यहां के लोग काफी ज्यादा चर्मरोग से ग्रसित होते जा रहे हैं।
कैसे पहुंचा विदेशी घास
जानकारों ने बताया कि यह विदेशी घास का बीज सर्वप्रथम साठ के दशक में मेक्सिको एवं अमेरिका से आयातित गेहूं के साथ यहां पहुंचा था। जिस वजह से यहां के रेलवे पटरियों के अगल-बगल में कुछ मात्रा में इस घास को देखा गया था।इसके बाद धीरे-धीरे यहां के सड़कों के किनारे और खेतों में काफी मात्रा में यह विदेशी घास फैल गया है। इसके बाद क्षेत्र में आये बाढ़ के द्वारा भी यह यहां की उर्वरा जमीन में काफी मात्रा में फैली थी।
किसानों ने बताया कि सड़क किनारे यह विदेशी घास सड़क निर्माण में बाहर से लाये जाने वाले गिट्टी के माध्यम से यहां पहुंचा है। इस कारण यह विदेशी घास सड़कों के किनारे काफी मात्रा में उग आया है।बताया जाता है कि सड़कों के किनारे उग आये इस घास का दुष्प्रभाव सड़कों से गुजरने वाले राहगीरों पर काफी ज्यादा पड़ा है। जिस वजह से वर्तमान समय में यहां चर्मरोग से ग्रसित रोगियों की संख्या में काफी इजाफा हुआ है।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।