MGNREGA Shift Timing: मनरेगा मजदूरों से दो शिफ्ट में लिया जाएगा काम, गर्मी से मिलेगी राहत
गर्मी के बढ़ते प्रकोप को लेकर मनरेगा मजदूरों के कार्य समय में बदलाव किया गया है। मनरेगा मजदूरों से दो शिफ्ट में काम लिया जाएगा। पहली शिफ्ट सुबह छह बजे से 11 बजे तक का होगी। जबकि दूसरी शिफ्ट में दोपहर बाद 330 बजे से शाम छह बजे तक काम होगा। इसको लेकर मनरेगा आयुक्त सह मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी द्वारा सभी डीएम व डीडीसी को दिशा निर्देश दिया गया है।
जागरण संवाददाता, पूर्णिया। मनरेगा मजदूरों के लिए खुशखबरी है। गर्मी को देखते हुए सरकार ने उन्हें राहत प्रदान की है। अब तपती दोपहरी में उन्हें काम नहीं करना पड़ेगा बल्कि उनसे सुबह और शाम में काम लेने का निर्देश दिया गया है। साथ ही कार्य स्थल पर उनके पीने का पानी, शेड आदि की भी व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया है।
इस संबंध में मनरेगा आयुक्त सह मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी संजय कुमार ने सभी डीएम व डीडीसी को पत्र लिख कर आवश्यक दिशा निर्देश जारी किया है।
मनरेगा पदाधिकारी ने बताया कि मुख्यालय से मिले आदेश का अनुपालन के लिए सभी प्रखंडों में निर्देश जारी किया गया है। गर्मी तक मनरेगा मजदूरों से दो शिफ्ट में काम लिया जाएगा। इससे जिले के लगभग सवा छह लाख मनरेगा मजदूरों को लाभ मिलेगा।
सुबह छह बजे से 11 और शाम 3.30 से छह बजे तक लिया जाएगा काम
जिले में गर्मी का सितम जारी है। पिछले एक सप्ताह से तापमान 40 से 41 डिग्री सेल्सियस के बीच बना हुआ है। आसमान से आग बरस रही है। ऐसे में लोगों का घर से निकलना मुश्किल हो गया है। बावजूद इसके दो वक्त की रोटी की जुगत में मजदूर काम करने को विवश हैं। यह देख विभाग ने जॉब कार्डधारी मजदूरों को राहत दी है।
गर्मी के बढ़ते प्रकोप को लेकर मनरेगा मजदूरों के कार्य समय में बदलाव किया गया है। अब मनरेगा मजदूरों से दो शिफ्ट में काम लिया जाएगा। पहली शिफ्ट सुबह छह बजे से 11 बजे तक का होगी। जबकि दूसरी शिफ्ट में दोपहर बाद 3:30 बजे से शाम छह बजे तक काम होगा। इसको लेकर मनरेगा आयुक्त सह मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी द्वारा सभी डीएम व डीडीसी को दिशा निर्देश दिया गया है।
मनरेगा आयुक्त ने मजदूरों के लिए कार्य स्थल पर हर तरह की सुविधाएं मुहैया कराने का भी निर्देश दिया है। कार्यस्थल पर शेड और पानी की व्यवस्था के साथ हर हाल में फर्स्ट ऐड किट, पीने के पानी और क्रेच (आवश्यकतानुसार) आदि जरूरी व्यवस्था भी बहाल करने का निर्देश भी सभी मनरेगा कार्यक्रम पदाधिकारी को दिया गया है।
बता दें कि जिले में क्रियान्वित मनरेगा योजनाओं में मजदूरों से काम लिया जा रहा है। जिससे जॉब कार्डधारी मजदूरों को काम देते हुए चालू वित्तीय वर्ष में उनके 100 मानव दिवस के लक्ष्य को पूरा किया जा सके।
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