Bihar Politics: राहुल से प्यार, तेजस्वी से तकरार के बीच पहेली बना पप्पू का किरदार; क्या है सियासी चाल?
पूर्णिया के निर्दलीय सांसद पप्पू यादव का कांग्रेस के प्रति प्रेम जगजाहिर है लेकिन तेजस्वी यादव से उनकी तकरार भी किसी से छुपी नहीं है। राहुल गांधी की वोटर अधिकार यात्रा में पप्पू की भूमिका एक पहेली बनी हुई है। पोस्टरों में तेजस्वी यादव की गैरमौजूदगी और राजद के वोट बैंक पर पप्पू की नजर ने राजनीतिक गलियारों में उत्सुकता बढ़ा दी है।
प्रकाश वत्स, पूर्णिया। कांग्रेस मेरी जान है, जान है, जान है...। पूर्णिया के निर्दलीय सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव कांग्रेस के प्रति यह निष्ठा व प्यार एक बार नहीं सौ बार जता चुके हैं। उनका यह प्यार वोटर अधिकार यात्रा के क्रम में 23 अगस्त की रात पूर्णिया पहुंच रहे राहुल गांधी के कार्यक्रम को लेकर भी दिखने लगा है।
इसके विपरीत हाल में ही निर्दलीय सांसद का यह बयान भी सूर्खियों में रहा था कि अगर तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री बने तो उनकी जान को खतरा है। कांग्रेस के प्रति प्यार व तेजस्वी से तकरार के बीच राहुल की यात्रा में सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव का किरदार लोगों के लिए पहेली बन गया है।
दिलचस्प यह है कि यह तकरार राहुल गांधी के स्वागत में लग रहे सांसद पप्पू यादव के पोस्टर में भी दिख रही है। सांसद समर्थकों द्वारा जितने भी पोस्टर लगाए गए हैं, उनमें कांग्रेस नेता राहुल गांधी के साथ निर्दलीय सांसद ही है। इन पोस्टरों में पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव सहित महागठबंधन के अन्य घटक दल के नेता गायब हैं।
इस यात्रा की अगुवाई भले ही राहुल गांधी कर रहे हैं, लेकिन इसमें महागठबंधन की एकजुटता दिखाने का लगातार प्रयास किया गया है।
यही नहीं, विधानसभा में विपक्ष के नेता सह पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव इसमें लगातार हिस्सा ले रहे हैं और कार्यक्रम को मजबूती प्रदान करते हुए सत्ता पक्ष पर जमकर हमला भी बोल रहे हैं। ऐसे में कार्यक्रम में पप्पू यादव के किरदार पर राजनीतिक गलियारों की भी पैनी नजर है।
राजद की जमीन छीन ही पप्पू ने पहना है ताज
राजद से सांसद पप्पू यादव की यह तकरार पुरानी है। लोकसभा चुनाव में पूर्णिया सीट कांग्रेस की हिस्से में मानी जा रही थी। इसी आस में पप्पू यादव अपनी जन अधिकार पार्टी का कांग्रेस में विलय कर लिया था। ऐन मौके पर राजद ने पूर्णिया सीट पर दावेदारी ठोक दी और ऐसे में वे बेटिकट हो गए थे। अंतत: इसे उन्होंने बड़ी लड़ाई बनायी और निर्दलीय मैदान में उतरकर राजद की उम्मीदवार बीमा भारती का जमानत तक जब्त करा दिया।
इस दौरान खास बात यह रही कि पूरे चुनाव के दौरान सांसद समर्थक कांग्रेस का झंडा थामे रहे और कांग्रेस के प्रति अपनी निष्ठा खुद सांसद भी जताते रहे। इसके विपरीत राजद विशेषकर पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव उनके खास निशाने पर रहे।
क्या राहुल-तेजस्वी के साथ दिखेंगे पप्पू?
राहुल गांधी की वोटर अधिकार यात्रा में सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव किस रोल में दिखेंगे, इस पर राजनीतिक प्रेक्षकों की भी नजर टिकी हुई है। सांसद कोसी व सीमांचल की राजनीति में अपना प्रभाव बढ़ाने की कोशिश में लगातार जुटे हुए हैं। सांसद की नजर राजद के वोट बैंक पर है। इस स्थिति को राजद भी भांप चुकी है।
पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने भी हाल में सीमांचल का कई दौरा किया है। इन स्थितियों के बीच 24 अगस्त को सुबह पूर्णिया में निकलने वाली वोटर अधिकार यात्रा में राहुल व तेजस्वी के साथ पप्पू दिखेंगे या नहीं, यह सवाल हर जेहन में है।
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