Pappu Yadav: 'न किसी के आगे हाथ फैलाना, न मजदूरी करना...'; पूर्णिया में पप्पू यादव ने दिखाई दरियादिली
पप्पू यादव ने मंगलवार को कर्नाटक में सड़क हादसे में जान गंवा चुके कैलाश ऋषि के परिजनों से मुलाकात की। पप्पू यादव मृतक के परिवार जनों की हालत देखकर द्रवित हो उठे। उन्होंने कहा कि जो चले गए उनकी कमी को तो पूरा नहीं किया जा सकता परंतु आगे उनके परिवार को कहीं हाथ न फैलाना पड़े हमारी यही कोशिश रहेगी।
संवाद सूत्र, केनगर (पूर्णिया)। केनगर प्रखंड के जगनी पंचायत के सौराहा गांव निवासी कैलाश ऋषि की कर्नाटक के उडुपी जिले में सड़क दुघर्टना में हुई मौत को लेकर जनाधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह पूर्व सांसद पप्पू यादव सौराहा गांव पहुंचे। सोमवार की देर संध्या घने कोहरे के बावजूद भी पूर्व सांसद सौराहा गांव पहुंचकर मृतक के परिजनो से मुलाकात कर गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए उन्हें ढांढस बंधाया।
पूर्व सांसद ने अपने निजी कोष से मृतक की पत्नी रेखा देवी को 25 हजार रुपए तथा कर्म काण्ड कर रहे छोटे भाई उमेश ऋषि को 10 हजार रुपए आर्थिक सहायता प्रदान किया। उन्होंने मृतक की पत्नी रेखा देवी को राशि प्रदान कर कहा इस राशि से स्वरोजगार कर परिवार का भरण-पोषण करें। स्वरोजगार करने से आपको न तो मजदूरी करनी होगी और न ही किसी के आगे हाथ फैलाना होगा।
'हम सुख-दुख में खड़े रहेंगे'
जनाधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि इस पीड़ित परिवार के साथ हम सुख-दुख में खड़े रहेंगे। पप्पू यादव ने ग्रामीण मंटू कुशवाहा से कहा कि मृत कैलाश ऋषि की पुत्री प्रीति कुमारी एवं डोली कुमारी के नाम से बैंक में खाता खुलवाकर खाता नंबर पूर्णिया स्थित पार्टी कार्यालय भेज दें। इन दोनों बच्ची के खाता में 25-25 हजार रुपये जमा कर दिया जाएगा तथा बच्ची की शादी पार्टी की तरफ से कराई जाएगी। मृतक के पूरे परिवार को दो दिन के अन्दर वस्त्र भी उपलब्ध कराया जाएगा।
'...हमारी यही कोशिश रहेगी'
पप्पू यादव मृतक के परिवार जनों की हालत देखकर द्रवित हो उठे। उन्होंने कहा कि जो चले गए उनकी कमी को तो पूरा नहीं किया जा सकता, परंतु आगे उनके परिवार को कहीं हाथ न फैलाना पड़े, हमारी यही कोशिश रहेगी। मौके पर मौजूद पंचायत के मुखिया मंगल ॠषि ने कहा कि गरीबों-महादलितों के लिए पप्पू यादव किसी मसीहा से कम नहीं है। वास्तव में पूर्णिया को ऐसे ही प्रतिनिधि की आवश्यकता है, जो लोगो के हर सुख-दुख में उनके साथ खड़ा रहे।
वहीं पूर्व सांसद के मृतकों के परिजनों से मिलने के दौरान भारी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे। लोगों ने अपनी व्यथा को पूर्व सांसद के समक्ष रखा, जिसमें सरकारी योजनाओं का गरीबों तक नहीं पहुंचना, अगर पहुंचता भी है तो उसका बंदरबांट हो जाना, भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ना इत्यादि मसले शामिल थे। पूर्व सांसद ने ध्यान से गंभीरतापूर्वक सारी शिकायतों को सुना और ग्रामीणों को आश्वस्त करते हुए कहा कि उनकी जो समस्याएं हैं उनका समाधान सांसद बनने के एक सप्ताह के अन्दर किया जाएगा।
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