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Purnia News: गंगा में जहाज डूबने के मामले में IG शिवदीप लांडे का एक्शन, 11 बिन्दुओं पर फिर से मांगी रिपोर्ट

पूर्णिया के आईजी शिवदीप वामन राव लांडे ने गंगा नदी में जहाज डूबने के मामले में बड़ी कार्रवाई की है। उन्होंने मनिहारी थाना में दर्ज मामले की जांच में कई अहम बिंदुओं को उजागर किया है। आईजी ने इस मामले की समीक्षा के बाद कई अधिकारियों की भूमिका पर सवाल खड़ा किया है। इस मामले में आईजी ने अनुसंधानकर्ता से 11 बिन्दुओं पर अपनी रिपोर्ट देने को कहा है।

By Rajeev Kumar Edited By: Rajat Mourya Updated: Wed, 09 Oct 2024 06:09 PM (IST)
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गंगा में जहाज डूबने के मामले में शिवदीप लांडे का एक्शन। फाइल फोटो
राजीव कुमार, पूर्णिया। मनिहारी-साहिबगंज फेरी सेवा के दौरान 26 मार्च, 2022 को गंगा नदी की धारा में एक जहाज डूब गया था। अब इस मामले में कइयों की कश्ती डूबने वाली है। पूर्णिया के आईजी शिवदीप वामन राव लांडे ने इस मामले को लेकर मनिहारी थाना में दर्ज थाना कांड संख्या 64/2022 की जांच में कई अहम बिंदुओं को उजागर किया है।

आईजी ने इस मामले की समीक्षा के बाद कई अधिकारियों की भूमिका पर सवाल खड़ा किया है। इस मामले में आईजी ने अनुसंधानकर्ता से 11 बिन्दुओं पर अपनी रिपोर्ट देने को कहा है। आईजी ने इस मामले में कटिहार के तत्कालीन खनन पदाधिकारी, जिला परिवहन पदाधिकारी, एमवीआई कटिहार, मनिहारी के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, मनिहारी के अनुमंडल पदाधिकारी, मनिहारी थाना के थाना अध्यक्ष सहित मनिहारी के अंचल अधिकारी की भूमिका की जांच करने का भी निर्देश दिया है।

इस मामले की समीक्षा के दौरान आईजी ने यह पाया कि गंगा में पत्थर लदे वाहनों के डूबने की घटना एक संगठित आर्थिक अपराध है। मगर जहाज डूबने की घटना के बाद महज जहाज संचालक एवं उससे जुड़े लोगों तक ही अनुसंधान को सीमित रखा गया है। इस मामले में अन्य व्यक्तियों की संलिप्तता के संबंध में ना कोई जांच की गई और ना ही अग्रेतर कार्रवाई की गई।

आईजी के अनुसार, इस मामले में कटिहार के तत्कालीन जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन, एमवीआई, डीटीओ एवं खनन विभाग की भूमिका की जांच की जानी चाहिए, लेकिन अनुसंधान में इसका किसी तरह का उल्लेख नहीं किया गया है।

आईजी ने दाहु यादव की गिरफ्तारी का दिया निर्देश

इस मामले की समीक्षा के बाद आईजी ने इस मामले के अप्राथमिकी अभियुक्त रमेश कुमार यादव उर्फ दाहु यादव की गिरफ्तारी के लिए विशेष टीम गठन कर गिरफ्तारी सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। इसके अलावा, मनिहारी थाना क्षेत्र में चल रहे जहाज ट्रक के लाइसेंस परमिट जांच के संबंध में एमवीआई एवं डीटीओ की भूमिका की जांच कराने को कहा है।

आईजी ने कहा है कि इतनी बड़ी घटना होने के बाद भी इस पूरे घटना की जांच साहेबगंज प्रशासन द्वारा किया गया है, जबकि रिपोर्ट में कटिहार जिला प्रशासन द्वारा इस मामले की जांच कराने का कोई उल्लेख नहीं है। आईजी ने इस मामले में फाइनेंशियल ट्रेल की जांच करने का भी निर्देश दिया है।

जांच में जहाज चालक पिंटू यादव का लाइसेंस निकला फर्जी

आईजी ने अपनी समीक्षा रिपोर्ट में कहा है कि अनुसंधान में यह बात सामने आई है कि जहाज चालक पिंटू यादव का लाइसेंस फर्जी है तथा उसके स्थान पर हबिबुल मोला द्वारा न्यायालय में उपस्थित होकर जमानत कराया गया है। यह मामला काफी गंभीर है, लेकिन इस मामले में अब तक सुसंगत धाराओं के तहत फर्जीवाड़ा के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज नहीं कराई गयी है। आइजी ने इस मामले में तत्काल प्राथमिकी का निर्देश दिया है।

क्या था गंगा में जहाज डूबने का पूरा मामला?

बता दें कि 26 मार्च 2022 को साहेबगंज से चलकर मनिहारी आ रहा जहाज गंगा में डूब गया था। इस मालवाहक जहाज पर आधे दर्जन से अधिक पत्थर लदे ट्रक लोड थे। जहाज डूबने से कई चालक एवं उपचालक की मौत हो गयी थी। इसमें एक चालक जुबैर आलम के पिता अब्दुल खलील की लिखित शिकायत पर मनिहारी थाना में मामला दर्ज किया गया था।

IG ने एसपी को चेताया, अभी भी हो रहा ओवरलोड नावों का परिचालन

पूर्णिया आईजी ने कटिहार एसपी को एक पत्र लिखकर इस मामले को लेकर चेताया है कि अभी भी मनिहारी-साहेबगंज के बीच ओवरलोड नावों का परिचालन हो रहा है। कटिहार एसपी को भेजे गए पत्र में आईजी ने कहा है कि पूर्व की घटनाओं से बिना कोई सीख लिए क्षमता से अधिक यात्रियों को लोड कर मनमाना किराया वसूला जा रहा है। जिससे किसी भी वक्त बड़ी घटना की आंशका बनी हुई है। आईजी ने कहा कि इन नावों एवं जहाजों से मादक पदार्थ की तस्करी की भी संभावना बनी हुई है। इसको लेकर आवश्यक कदम उठने को कहा गया है।

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