Purnia News: एक लाख में नवजात को बेचने की हुई डील, ग्राहक बन गई पुलिस की टीम; ऐसे महिला समेत 3 सौदागरों को दबोचा
पूर्णिया पुलिस ने नवजात बेचने की कोशिश में तीन सौदागरों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तारों में एक महिला भी शामिल है जो शहर के अस्पतालों में बच्चा डिलीवरी का काम करती थी। पुलिस ने नवजात को बरामद कर लिया और पता चला कि गिरोह ने पहले भी दो नवजातों को बेचा था। गिरोह के अन्य तीन सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए छापामारी जारी है।
जागरण संवाददाता, पूर्णिया। पूर्णिया पुलिस की विशेष टीम ने ग्राहक बन एक नवजात को बेचने की कोशिश में महिला समेत तीन सौदागरों को रंगे हाथ गिरफ्तार किया है।
इस गिरोह द्वारा पूर्व में भी दो नवजातों को बेचने की बात कबूल की गई है। पुलिस ने उक्त नवजात को भी बरामद कर लिया है, जो इसी जिले का है, लेकिन नवजात सौदागरों के पास कैसे आया, यह अभी स्पष्ट नहीं है।गिरफ्तार तस्करों में शहर के मधुबनी थाना क्षेत्र के लंका टोला की संगीता रानी, कटिहार जिले के फलका थाना अंतर्गत छोटी चातर निवासी अंकित राज एवं अविनाश कुमार शामिल है।
पुलिस के संज्ञान में आया एक मोबाईल नंबर
पूरे मामले की जानकारी देते हुए एएसपी आलोक रंजन ने बताया कि पुलिस अधीक्षक को एक माह से यह सूचना मिल रही थी कि शहर में नवजात के सौदागरों का कोई गिरोह सक्रिय है। इसी क्रम में गिरोह के एक सदस्य का मोबाइल नंबर संज्ञान में आया।इस आधार पर गत 10 से 12 दिन से इस गिरोह द्वारा एक नवजात की बिक्री के लिए ग्राहक खोजने की बात सामने आयी। इस सूचना पर एसपी के निर्देश पर पुलिस उपाधीक्षक शत्रुघ्न मंडल एवं पुलिस निरीक्षक लाल बहादुर के नेतृत्व में विशेष टीम का गठन किया गया।
टीम के सदस्य ग्राहक बन सौदागरों से बातचीत का सिलसिला आरंभ किया। इस दौरान सौदागरों द्वारा पुलिसकर्मी को नवजात को सौंपने व इसकी कीमत वसूलने के लिए पूर्णिया के भिन्न-भिन्न स्थलों पर बुलाते रहे। अंत में नवजात को एक लाख रुपये में केनगर थाना क्षेत्र के सत्यम धर्म कांटा के पास सौंपने पर बात बनी।
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