बिहार सरकार के निर्देश पर राज्य में कार्यरत भारतीय व बिहार प्रशासनिक सेवा के सभी अधिकारियों द्वारा अपनी संपत्ति का ब्योरा सार्वजनिक किया गया है। पड़ताल में यह बात भी सामने आई कि अधिकारी भी आम लोगों की तरह सोच-समझकर खर्च करते हैं।
By Adarsh TiwariEdited By: Aditi ChoudharyUpdated: Tue, 04 Apr 2023 12:54 PM (IST)
सासाराम (रोहतास), जागरण संवाददाता। रोहतास के डीएम धर्मेंद्र कुमार से अधिक अमीर उनके साथ काम करने वाले अन्य अधिकारी हैं। उनसे अधिक पैसा एडीएम और सदर एसडीएम के पास है। सबसे मजेदार यह कि यहां पदस्थापित डीटीओ इन तीनों पर भारी हैं। उनके पास सबसे अधिक पैसा है।
बिहार सरकार के निर्देश पर राज्य में कार्यरत भारतीय व बिहार प्रशासनिक सेवा के सभी अधिकारियों द्वारा अपनी संपत्ति का ब्योरा सार्वजनिक किया गया है। पड़ताल में यह बात भी सामने आई कि अधिकारी भी आम लोगों की तरह सोच-समझकर खर्च करते हैं और आड़े वक्त में काम आने के लिए स्वर्णाभूषण पर भरोसा करते हैं।
डीएम धर्मेंद्र कुमार सोने के शौकीन
डीएम धर्मेंद्र कुमार के पास अपना कोई वाहन नहीं है। चल-अचल संपत्ति के नाम पर एक लाख 25 हजार रुपया नकद, बैंक खाते में 11 लाख 59 हजार रुपये, प्रोविडेंट फंड में 7.5 लाख और 490 ग्राम सोना है। इसके अलावे उन्हें दो लाख 35 हजार 742 रुपये का बैंक लोन भी चुकाना है। अचल संपत्ति के नाम पर सिर्फ पैतृक जमीन में एक तिहाई हिस्सेदारी है। वाहन के नाम पर इनके पास अपनी कोई गाड़ी नहीं है।
एडीएम की पत्नी चलवाती हैं ई-रिक्शा
एक बड़े पद के पदाधिकारी की पत्नी होने के बावजूद अपनी आत्मनिर्भरता के लिए एडीएम चंद्रशेखर प्रसाद सिंह की पत्नी भाड़े पर मालवाहक ई-रिक्शा चलवाती हैं। यह सुनने में अटपटा जरूर लगेगा, लेकिन सोलह आने सच है। ऐसा खुद एडीएम द्वारा सरकार को दिए गए अपनी संपत्ति के ब्योरा में कहा गया है।
वहीं, पैसे के मामले में एडीएम डीएम से भी आगे हैं। इनके पास नगद 18 हजार, पत्नी के पास 16 हजार, खुद के बैंक खाते में 21 लाख, 14. 99 लाख के बांड, एक अल्टो कार, 15 ग्राम सोना और अचल संपत्ति में खेती योग्य चार एकड़ जमीन के अलावा शहर में 250 वर्ग फिट में जमीन है।
IAS चंद्रिमा के पास न घर और न कार
जिले के डेहरी अनुमंडल में पदस्थापित अनुमंडलाधिकारी युवा आइएएस चंद्रिमा अत्रि धन संपत्ति के मामले में काफी कमजोर हैं। इनके पास रहने के लिए अपने नाम पर न तो एक अदद मकान है और ना ही घूमने के लिए मोटर गाड़ी। गहने के नाम पर मात्र 50 ग्राम सोने के आभूषण हैं। नगदी के नाम पर हाथ में मात्र 50 हजार रुपये और बैंक खाते में तीन लाख रुपया है। इसके अलावे दो लाख रुपये पोस्टल बचत के रूप में है।
सदर एसडीएम से ज्यादा पैसे वाली उनकी पत्नी
सदर एसडीएम मनोज कुमार से ज्यादा पैसे वाली उनकी पत्नी हैं। एसडीएम के पास नगद 12 हजार हैं तो पत्नी के पास 27 हजार रुपये है। एसडीएम के बैंक खाते में 17 लाख 55 हजार 80 रुपये, तो पत्नी के पास 20 लाख 42 हजार 200 रुपया जमा है। वाहन के नाम पर एसडीएम के पास हुंडई कार है।
जिला परिवहन पदाधिकारी सब पर भारी
डीटीओ रामबाबू अपने आला अधिकारियों से भी धनी हैं। इनके पास नगद 39 हजार 490, बैंक खाते में 22 लाख 20 हजार 527 रुपये हैं। इनकी पत्नी के पास नगद राशि एक लाख 25 हजार 780 रुपये, बैंक खाते में 36 लाख 94 हजार 918 रुपये जमा है। डीटीओ के पास अलग-अलग कंपनियों के शेयर के रूप में 13 लाख 84 हजार और पत्नी के पास 2 लाख 45 हजार के शेयर हैं। वाहन के नाम पर अल्टो कार और एक करोड़ से अधिक का बैंक कर्ज है। लगभग डेढ़ करोड़ से अधिक की अचल संपत्ति पत्नी के नाम पर है।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।