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Bihar: हादसों को दावत दे रहे सड़क किनारे खड़े ट्रक, NH-2 पर हुए रोड एक्सीडेंट में 7 लोगों ने गंवाई जिंदगी

Sasaram Road Accident News सड़क के किनारे खड़े बड़े-बड़े कंटेनर और ट्रक आए दिन सड़क हादसों का कारण बन रहे हैं। सासाराम से दुर्घटना की बड़ी खबर सामने आई है। एनएच दो पर बुधवार की सुबह एक कंटेनर और स्कॉर्पियो के बीच टक्कर हो गई। इस दुर्घटना में सात लोगों की मौत हो गई। मृतकों में तीन बच्चे और दो महिलाएं भी शामिल हैं।

By Sanjeev KumarEdited By: Mohit TripathiUpdated: Wed, 30 Aug 2023 06:12 PM (IST)
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NH-2 पर हुए रोड एक्सीडेंट में 7 लोगों ने गंवाई जिंदगी। जागरण
संवाद सूत्र, शिवसागर (रोहतास): हाईवे पर सड़क के किनारे खड़ी गाड़ियां लोगों के लिए काल बन रही है। बुधवार सुबह सासाराम के शिवसागर में पखनारी पेट्रोल पंप के पास NH-2 पर एक कंटेनर में स्कॉर्पियो की टक्कर होने से सात लोगों की मौत हो गई, जबकि पांच लोग बुरी तरह से घायल हो गए हैं। मृतकों में पति, पत्नी, दो बच्चे और भतीजी शामिल हैं।

पखनारी पेट्रोल पंप के पास NH-2 पर हुए इस सड़क हादसे के पहले पिछले छह महीने में जिले के शिवसागर और टेकारी के बीच कई बड़ी दुर्घटनाएं सड़क किनारे खड़ी गाड़ियों से टकराने से हो चुकी है, जिसमें कई लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी।

हादसे को दावत दे रहे सड़क किनारे खड़े कंटेनर और ट्रक

2018 में भी इसी जगह 14 अगस्त को गुप्ताधाम से जलाभिषेक कर लौट रहे कांवरियों से भरी मैजिक वैन में ट्रक ने टक्कर मार दी थी, जिसमें आरा के चार कांवरियों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई थी।

2022 में पांच मई को हुई सड़क दुघर्टना में टेकारी गांव के एक व्यक्ति व 11 नवंबर को हुए सड़क हादसे में सोनहन थाना क्षेत्र के अलीपुर गांव निवासी सुदर्शन दुबे के पुत्र लवकेश दुबे की जान चली गई थी।

वहीं, बीते साल चार मई को टेकारी के पास ही सड़क दुघर्टना में सासाराम मुफस्सिल थाना क्षेत्र के बहड़ार गांव निवासी छठु पासवान के बेटे अभय कुमार की मौत हो गई थी।

इससे पहले 2017 के अगस्त को गुप्ताधाम से लौट रहा श्रद्धालुओं से भरा ट्रैक्टर अऊआ गेट के पास सड़क किनारे खड़ी गाड़ी को बचाने के चक्कर में चाट में पलट गया था, जिसमें एक दर्जन श्रद्धालुओं की मौत हो गई थी। ये सभी श्रद्धालु भोजपुर जिला के थे।

वहीं, शिवसागर स्टेशन रोड के पास सड़क किनारे खड़े ट्रक में एक यात्रियों से भरी बस पीछे से टक्कर मार दी थी, जिसमें तीन लोगों मौत और आधा दर्जन लोग बुरी तरह से घायल हो गए थे।

हादसों के बावजूद नहीं खुल रही प्रशासन की आंखें

सड़क किनारे खड़ी गाडियों से हो रही इतनी घटनाओं के बावजूद प्रशासन की आंखें नही खुल रही है। स्थानीय पुलिस भी जब्त गाडियों को सड़क किनारे ही खड़ी कर देती है। इससे भी कई घटनाएं घटित हो चुकी है।

उतरप्रदेश के रहने वाले ट्रक चालक मोती लाल ने बताया कि सरकार इस हाईवे को चार लेन से सिक्स लेन बना रही है, लेकिन औरंगाबाद से लेकर कैमूर तक कहीं भी गाड़ियों को खड़ा करने का लेन सड़क निर्माण कंपनी व प्रशासन द्वारा नहीं बनाया गया है।

चालक ने बताया कि अगर सड़क किनारे गाड़ी खड़ी करने का लेन बनाया गया होता, तो सड़क दुर्घटनाओं में कमी आती। वाहन खड़ा करने का लेन नहीं बनाए जानें पर जब कभी चालक को नींद आने लगती हैं, तो वे सड़क किनारे गाड़ी खड़ा कर सो जाते है, जिससे दुर्घटनाएं होती रहती हैं।

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