Bihar News: दुर्गावती नदी में बहे युवक का 40 घंटे बाद बरामद हुआ शव, खबर मिलते ही बेहोश हुई पत्नी
बिहार के रोहतास में कैमूर पहाड़ी स्थित गायघाट के पास सोमवार को झरना के तेज बहाव में बाइक सहित दुर्गावती नदी में गिरे युवकों में से एक का शव बुधवार को घटना के 40 घंटे बाद बरामद किया गया। दूसरे युवक की खोजबीन के लिए गोताखोर व स्थानीय ग्रामीण प्रयास कर रहे हैं।
संवाद सूत्र, चेनारी (रोहतास): बिहार के रोहतास में कैमूर पहाड़ी स्थित गायघाट के पास सोमवार को झरना के तेज बहाव में बाइक सहित दुर्गावती नदी में गिरे युवकों में से एक का शव बुधवार को घटना के 40 घंटे बाद बरामद किया गया। दूसरे युवक की खोजबीन के लिए गोताखोर व स्थानीय ग्रामीण प्रयास कर रहे हैं।
पुलिस के अनुसार कैमूर पहाड़ी पर स्थित गुप्ताधाम से दर्शन कर लौटने के क्रम में सोमवार की देर शाम बाइक सवार दो श्रद्धालु पहाड़ी झरने के तेज बहाव की चपेट में आने से बाइक सहित 70 फिट नीचे दुर्गावती नदी जा गिरे थे।
काफी खोजबीन के दौरान बुधवार की सुबह मल्हीपुर गांव निवासी बसावन साह के 30 वर्षीय पुत्र रतन साह का शव बरामद किया गया है।
प्रभारी थानाध्यक्ष पंकज कुमार के अनुसार शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सासाराम सदर अस्पताल भेजा गया है। सीओ निशांत कुमार ने बताया कि एक शव मिला है। एसडीआरएफ की टीम दूसरे युवक की खोजबीन में लगी है।
गांव में पसरा मातम
इस घटना में मृत रतन साह का शव जैसे ही गांव लाया गया, मातमी सन्नाटा पसर गया। जब उसकी अर्थी उठने लगी तो हर किसी की आंखें नाम हो गई।
स्वजनों के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे थे। पत्नी रीता की रो-रोकर बुरा हाल है। ग्रामीणों के अनुसार रतन अपने घर का इकलौता कमाने वाला सदस्य था। सावन में वह गुप्ता धाम में दुकान लगाता था। बरसात के चलते इस समय उसकी दुकान बंद थी।
स्वजनों के अनुसार रतन सोमवार की सुबह खाना खाकर गुप्ताधाम के लिए निकला था। शाम को अचानक सूचना मिली कि पानी का तेज बहाव होने से वह नदी में गिर गया है।
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खबर मिलते ही हुई बेहोश पत्नी
पति के बहने की खबर सुनते ही पत्नी रीता बेहोश हो गई। बच्चों को पता चला कि उनके सर से पिता का साया हमेशा के लिए उठ गया है, तो वे भी मां संग लिपटकर रोने लगे। इतने में आसपास के लोग भी जुट गए।
रतन की मौत का सदमा रीता को ऐसा लगा, कि वह रोते-रोते बेहोश हो जा रही है। महिलाएं उसे संभालने में लगी हैं। ढांढस बढ़ा रही थी, वहीं बड़े-बुजुर्ग बच्चों को संभाल रहे थे।
यह दृश्य देखकर आसपास के लोगों की आंखें भी नम हो जाती थीं। रतन अपने पीछे पत्नी, एक पुत्र व तीन पुत्री के साथ 90 वर्षीय मां को छोड़ गए हैं।