Move to Jagran APP

Bihar News: नहीं रहे ईमानदारी व सादगी के प्रतीक पूर्व विधायक शिवपूजन सिंह, जेपी आंदोलन में बढ़-चढ़कर लिया था भाग

Bihar News सादगी व ईमानदारी के प्रतीक रहे प्रखंड के हरिदासपुर गांव निवासी मृदुल स्वभाव के धनी समाजवादी नेता पूर्व विधायक 85 वर्षीय शिवपूजन सिंह का गुरुवार की सुबह निधन हो गया। उनकी मौत की खबर मिलते ही अंतिम दर्शन के लिए उनके घर पर लोगों की भीड़ उमड़ पडी़। उन्होंने जेपी आंदोलन में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया था। वह हमेशा भ्रष्टाचार का विरोध करते थे।

By Nirantar Kumar PandeyEdited By: Sanjeev KumarUpdated: Thu, 30 Nov 2023 05:18 PM (IST)
Hero Image
पूर्व विधायक शिवपूजन सिंह का निधन (जागरण)
संवाद सूत्र, कोचस( रोहतास)। राजनीति में शुचिता, सादगी व ईमानदारी के प्रतीक रहे प्रखंड के हरिदासपुर गांव निवासी मृदुल स्वभाव के धनी समाजवादी नेता पूर्व विधायक 85 वर्षीय शिवपूजन सिंह का गुरुवार की सुबह निधन हो गया। उनकी मौत की खबर मिलते ही अंतिम दर्शन के लिए उनके घर पर लोगों की भीड़ उमड़ पडी़।

जेपी आंदोलन में बढ़-चढ़कर लिया था भाग

जेपी आंदोलन में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने वाले, भ्रष्टाचार उन्मूलन, सामाजिक न्याय, जाति व्यवस्था तोड़ने, समता मूलक समाज की स्थापना व विधायकों का वेतन बंद करने की बात कहने वाले कर्मठता के प्रतीक थे। उनकी सादगी और ईमानदारी ऐसी कि उनका हर कोई कायल था। 1977 में जनता पार्टी के टिकट पर दिनारा विधान सभा क्षेत्र से तत्कालीन विधायक लक्ष्मण राय को हराकर पहली बार विधायक बने थे।

विधायकों का वेतन निरस्त करने की आवाज उठाई थी

उस वक्त कर्पूरी ठाकुर बिहार के मुख्यमंत्री थे। उस समय शिवपूजन सिंह विधान सभा में विधायकों का वेतन निरस्त करने की आवाज उठाई थी। कहा था कि विधायकों को वेतन की क्या आवश्यकता है। हमारी आवश्यकता तो क्षेत्र की जनता की सेवा करने की है। उन्होंने अपने जीवन भर का पेंशन समाज कल्याण में लगाया। सरकार से मिले कुछ रुपये से जमीन खरीद कर ट्रस्ट के नाम कर दिया।

अंतिम संस्कार गांव के धर्मवती नदी तट पर किया जा रहा

स्वजनों के अनुसार उनके पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार गांव के धर्मवती नदी तट पर किया जा रहा है। पूर्व विधायक के निधन पर राजद विधायक विजय कुमार मंडल, बसपा नेता उदय प्रताप सिंह, सिपाही राय, रामप्रवेश सिंह कुशवाहा, पूर्व मुखिया जगमोहन सिंह, पूर्व प्रमुख शिवपूजन सिंह, समेत अन्य लोगों ने उनके आवास पर पहुंच श्रद्धांजलि अर्पित की।

यह भी पढ़ें

KK Pathak: कितने पढ़े लिखे हैं केके पाठक? इन डिग्रियों के साथ UPSC में लहराया था परचम

KK Pathak: बिहार में डर तो नहीं लग रहा? केके पाठक के सवाल पर यूपी की शिक्षिकाओं ने दिया गजब का जवाब


आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।