Bihar Crime: शिक्षा विभाग का अजब-गजब खेल! 40 का सामान 140 में... MDM की थाली खरीद में बड़ा घपला, यहां पढ़ें पूरा मामला
थाली-बर्तन तथा भवन मरम्मति में अनियमितता को लेकर एकबार फिर शिक्षा विभाग सुर्खियों में आ गया है। फिलहाल चुनाव आयोग के निर्देश पर भवन मरम्मत में बिना प्राक्कलन का कार्य एवं थाली खरीद में हेराफेरी करने का मामला चर्चा का विषय बना हुआ है। अधिकारियों ने थाली खरीद के लिए विद्यालय शिक्षा समिति के बैंक खाते में राशि तो भेज दी।
संवाद सूत्र, करगहर (रोहतास)। जिले के शिक्षा विभाग में आए दिन अनियमितता की शिकायतें मिलती रही हैं। इसके लिए प्रधानाध्यापक दोषी माने जाते हैं, जबकि अधिकारियों की मिलीभगत से विभाग को कठघरे में खड़ा होना पड़ता है।
थाली-बर्तन तथा भवन मरम्मति में अनियमितता को लेकर एकबार फिर शिक्षा विभाग सुर्खियों में आ गया है। फिलहाल चुनाव आयोग के निर्देश पर भवन मरम्मत में बिना प्राक्कलन का कार्य एवं थाली खरीद में हेराफेरी करने का मामला चर्चा का विषय बना हुआ है।
पूरे मामले की जांच कराने की मांग
बताया जाता है कि अधिकारियों ने स्टील की थाली खरीद के लिए विद्यालय शिक्षा समिति के बैक खाते में राशि तो भेज दी, लेकिन बाद में जिले के एक वेंडर के खाते में राशि देने के लिए दबाव दिया जाने लगा। जिसके बाद प्रधानाध्यापक आवाज उठाने लगे हैं।स्थानीय विधायक तक पहुंच पूरे मामले की जांच कराने की मांग कर रहे हैं। स्थानीय प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी सह डीपीओ-एमडीएम द्वारा चेक के माध्यम से थाली की राशि वेंडर को देने के लिए दबाव दिया जा रहा है। प्रधानायापकों की मानें तो थाली शिक्षा समिति द्वारा खरीद की जानी है।
अधिकारी के दबाव में थाली विद्यालयों में रख भी ली गई
प्रखंड के सभी प्राथमिक व मध्य विद्यालयों में स्टील की थाली खरीदने के लिए विद्यालय शिक्षा समिति के खाते में विभाग द्वारा आरटीजीएस की गई है। साथ ही थाली खरीद की उपयोगिता प्रमाण पत्र का प्रारूप भी व्हाट्सऐप पर भेजा गया है।थाली खरीद के लिए अभी शिक्षा समिति की बैठक भी नहीं हुई है, तभी वेंडर के माध्यम से थाली विद्यालयों में भेज दी गई है। अधिकारी के दबाव में थाली विद्यालयों में रख भी ली गई है।
प्रधानाध्यापक बीआरसी में फरवरी माह का एमडीएम उपयोगिता प्रमाण पत्र जमा करने पहुंचे तो उन्हें यह कहकर लौटा दिया गया कि आपूर्ति की गई थालियों का चेक जमा करने के उपरांत ही प्रमाण पत्र जमा किया जाएगा।
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