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Bihar News: सोन नदी में तीन दिन से फंसे दो दर्जन से अधिक ट्रक, बारिश के बाद एकाएक बढ़ा जलस्तर; रेस्क्यू जारी

सोन नदी में जलस्तर बढ़ने से बालू लोडिंग के लिए आए 30 ट्रक दो पोकलेन मशीन और एक ऑल्टो कार पानी में फंस गई है। सोन नदी में अचानक पानी का स्तर बढ़ने व अपने को चारों तरफ से घिरते देख वाहन चालकों में अफरा-तफरी मच गई। शुक्रवार से नदी में फंसे वाहनों का रेस्क्यू करने का काम युद्धस्तर पर जारी है।

By Upendra MishraEdited By: Aditi ChoudharyUpdated: Sat, 01 Jul 2023 04:22 PM (IST)
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सोन नदी में तीन दिन से फंसे दो दर्जन से अधिक ट्रक, बारिश के बाद एकाएक बढ़ा जलस्तर; रेस्क्यू जारी

डेहरी आनसोन (रोहतास), जागरण संवाददाता। मुसलाधार बारिश व इंद्रपुरी बराज से पानी छोड़े जाने के चलते सोन नदी में जलस्तर बढ़ने से बालू लोडिंग के लिए आए 30 ट्रक, दो पोकलेन मशीन और एक ऑल्टो कार पानी में तीन दिन से फंसी हुई है। सोन नदी में अचानक पानी का स्तर बढ़ने व अपने को चारों तरफ से घिरते देख वाहन चालकों में अफरा-तफरी मच गई।

हालांकि, सभी चालक सुरक्षित निकल गए। ट्रकों को भी निकालने का प्रयास हुआ, लेकिन सफलता नहीं मिली।इधर, घटना की जानकारी होते ही काफी संख्या में स्थानीय लोग भी सोन तट पर जुट गए। शुक्रवार से नदी में फंसे वाहनों का रेस्क्यू करने का काम युद्धस्तर पर जारी है। कटार बालू घाट पर फंसे वाहनों को निकालने के लिए जेसीबी के सहयोग से वैकल्पिक रास्ते का निर्माण शुरू हुआ।

शनिवार शाम तक ट्रकों को निकालने का लक्ष्य

डेहरी की सर्किल ऑफिसर अनामिका कुमार ने कहा कि ट्रकों को हटाने की कवायद कल से ही चल रही है। सोन नदी पर 100 मीटर की सड़क बनाई गई है। हालांकि, जल स्तर में वृद्धि के कारण समस्या हो रही है। हम अभी भी कोशिश कर रहे हैं। प्रशासन से लेकर सभी विभाग हमारा सहयोग कर रहे हैं, लेकिन आज शाम तक सभी ट्रकों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया जाएगा।

गुरुवार रात से ही नदी में फंसे ट्रक 

जानकारी के अनुसार, इंद्रपुरी ओपी थाना क्षेत्र के कटार स्थित सोन नदी बालू घाट के निकट जलस्तर बढ़ने से यह स्थिति पैदा हुई। बता दें कि गुरुवार रात से ही मूसलाधार बारिश के चलते नदी का जलस्तर बढ़ने लगा, जबकि इस इलाके से बालू की निकासी की जा रही थी।

अचानक सोन नदी में आए ऊफान के कारण बीच में कई ट्रक फंस गए हैं। यह सभी ट्रक बालू निकालने के लिए नदी के बीच में गए हुए थे। घाट संचालक हीरा सिंह ने बताया कि प्रकृति के सामने सभी विवश हैं। जलस्तर घटने के बाद टोचन कर पानी में फंसे ट्रकों को निकालने का काम शुरू किया जाएगा।

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