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Rohtas News: न अच्‍छी सड़क, न स्‍वास्‍थ्‍य सुवि‍धा; प्रसूता को खाट बांधकर पहाड़ी इलाके से लाए लोग; नवजात की मौत

Bihar Hindi News जिले की रोहतासगढ़ पंचायत अंतर्गत नागाटोली गांव में स्वास्थ्य सुविधा के अभाव में प्रसव के दौरान नवजात की मौत की हो गई। नागाटोली गांव निवासी कमला देवी प्रसव वेदना से तड़प रही थी। यहां पास में कोई अस्‍पताल आदि‍ की सुवि‍धा नहीं है। महिला को खटोले से ग्रामीणों ने पहाड़ से उतारकर नीचे एक निजी अस्पताल में पहुंचाया था।

By Jagran News Edited By: Prateek Jain Updated: Mon, 24 Jun 2024 06:22 PM (IST)
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प्रसूता को बांस से बंधी खाट पर नीचे उतारकर लाते लोग।

संवाद सूत्र, सासाराम (रोहतास)। प्रखंड के रोहतासगढ़ पंचायत अंतर्गत नागाटोली गांव में सड़क व स्वास्थ्य सुविधा के अभाव में प्रसव के दौरान एक नवजात की मौत क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई है। ग्रामीणों के अनुसार, नागाटोली गांव निवासी कमला देवी प्रसव वेदना से तड़प रही थी।

पास में कोई अस्पताल या अन्य स्वास्थ्य सुविधा के अभाव में महिला को खटोले से ग्रामीणों ने पहाड़ से उतारकर नीचे एक निजी अस्पताल में पहुंचाया। उक्त अस्पताल में दर्द से छटपटाती महिला की जैसे-तैसे डिलेवरी कराई गई, लेकिन इस दौरान बच्चे की मौत हो गई।

आने-जाने का कोई साधन नहीं

ग्रामीणों के अनुसार, खटोले से पहाड़ से नीचे आने के क्रम में महिला की तबीयत ज्यादा खराब हो गई। आने-जाने का अन्य कोई साधन पहाड़ के लोगों के पास नहीं है।

नीचे से एंबुलेंस को पहाड़ी रास्ते से नागाटोली आने-जाने में चार घंटे तक का समय लग जाता है, जबकि पहाड़ी घाटी के रास्ते खटोले से लाने में 45 मिनट ही लगता है। इसलिए आपातकाल में ज्यादातर लोग मरीज को खटोले से ही लेकर नीचे आ जाते हैं।

पीएचसी प्रभारी बोले- एंबुलेंस के लिए फोन नहीं आया

पीएचसी प्रभारी अनुज कुमार ने कहा कि इस मामले की कोई जानकारी उन्हें नहीं थी और ना ही कोई एंबुलेंस के लिए अस्पताल को फोन आया था। अगर सूचना मिलती तो एंबुलेंस को तत्काल नागाटोली गांव भेज दिया जाता।

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