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Bihar News: आवारा कुत्तों के झुंड ने भेड़ों पर किया हमला... 67 की मौत, लोगों ने की ये मांग

गुरुवार देर रात स्थानीय नगर पंचायत के वॉर्ड दो के पास गंगवलिया वन के समीप 18 से 20 आवारा कुत्तों के झुंड ने समूह में सो रही भेड़ों पर हमला कर दिया और इस हमले में 57 भेड़ों की मौत कुछ ही देर में ही हो गई और वहीं 10 भेड़ों की मौत समय से इलाज नहीं मिल पाने की वजह से हुई।

By brajesh pathak Edited By: Shoyeb Ahmed Updated: Sat, 23 Mar 2024 12:03 PM (IST)
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जख्मी हालत में भेड़ को दिखाते भेड़पालक

संवाद सूत्र, कोचस (रोहतास)। Stray Dogs Attacked On Sheeps: स्थानीय नगर पंचायत के वॉर्ड दो स्थित गंगवलिया वन के समीप गुरुवार की देर रात 18 से 20 आवारा कुत्तों के झुंड ने समूह में सो रही भेड़ों पर हमला कर दिया। जिससे 57 भेड़ों की मौत कुछ ही देर में हो गई। 10 भेड़ों की मौत शुक्रवार को समय से इलाज नहीं मिलने के कारण हो गई।

अभी डेढ़ दर्जन भेडे़ं गंभीर बताई जा रही हैं और सभी भेड़ स्थानीय वार्ड तीन निवासी चिरकुट पाल की बताई गई हैं। भेड़ों का बीमा नहीं होने से लगभग आठ से 10 लाख से अधिक का नुकसान हुआ है। जिले में अवारा कुत्तों के झुंड का इस तरह का पहला हमला बताया जाता है।

भेड़पालक सोनू पाल ने ये कहा

भेड़पालक के पुत्र सोनू पाल ने बताया कि लगभग दो सौ भेड़ों को चराने के बाद वे नदी किनारे गंगवलिया वन के समीप खेत में भेड़ों को एक जगह कर अपने भी तिरपाल लगा सो गए थे।

रात लगभग एक बजे 18 से 20 अवारा कुत्तों का झुंड भेड़ों पर हमला कर दिया। कई भेड़ें बच्चा देने वाली थी, जिन्हें कुत्तों ने काटकर जख्मी कर दिया।

57 भेड़ों की हुई मौत

बताया कि वे और उनके साथ एक व्यक्ति और थे जो कुत्तों को किसी तरह भगाने में कामयाब हुए। भय था कि कुत्ते उन पर भी हमला नहीं कर दें। घटना की सूचना घर पर दी गई, जिसके बाद लोग पहुंचे। इस क्रम में 90 भेड़ों को कुत्तों ने नोच डाला था। रात में चिकित्सीय सुविधा के अभाव में 57 भेड़ों की मौत हो गई।

भेड़पालक ने बताया कि इसकी सूचना स्थानीय पशु चिकित्सा पदाधिकारी को दी गई, इसके बावजूद भी वे समय पर नहीं पहुंच सके।

बाजार में नहीं थी एंटि रैबिज दवा उपलब्ध

दिन में पशु अस्पताल के चिकित्सक आए तो उनके पास एंटि रैबिज दवा नहीं थी। बाजार में पांच सौ से कम में नहीं मिल पा रहा था। चिकित्सक के एक सहयोगी के प्रयास से 15 सौ में 10 एंटिरैबिज इंजेक्शन लगाया गया। उसमें से भी आज 10 भेड़ों ने दम तोड़ दिया।

सोनू ने बताया कि भेड़ों का बीमा नहीं हुआ था। इस बारे में किसी अधिकारी ने कोई जानकारी भी हम भेड़ पालकों को नहीं दी है। एक भेड़ की कीमत 12 से 15 हजार रुपये तक है। आठ से 10 लाख रुपये का नुकसान हुआ है।

भेड़ों की मौत से परिवार सदमे में

भेड़ों की मौत से भेड़ पालक परिवार सदमे में है। पशु चिकित्सा पदाधिकारी डा.आशुतोष कुमार सुमन ने दो दर्जन भेड़ों की मौत की पुष्टि की है। बताया कि सात भेड़ों का इलाज चल रहा है, जिनकी स्थिति गंभीर है। मृत भेड़ों का पोस्टमॉर्टम भी नहीं कराया गया।

लोगों ने वन विभाग से कुत्तों को पकड़ने की मांग की

लोगों का कहना है कि इस क्षेत्र में कुत्तों के झुंड द्वारा भेड़ों या अन्य पशुओं पर हमला की पहली घटना है। बताया कि नगर क्षेत्र में आवारा कुत्तों की भरमार हो गई है।

लोगों ने वन विभाग से कुत्तों को पकड़ने की मांग की है, ताकि दोबारा इस तरह की घटना की पुनरावृति न हो सके।एडीएम चंद्रशेखर प्रसाद सिंह ने कहा कि मामले की जांच कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।

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