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Vinoba Bhave University के रिटायर्ड शिक्षकों की बल्ले-बल्ले! 7वें वेतन आयोग का मिलेगा लाभ, इन शिक्षकों को 10 लाख का भुगतान

विनोबा भावे विश्वविद्यालय (Vinoba Bhave University) के सेवानिवृत शिक्षकों की वर्षों से लंबित मांग गुरुवार को पूरी हो गई है। सेवानिवृत शिक्षकों को सातवें वेतन आयोग के तहत बकाया राशि भुगतान की मंजूरी मिल गई है। इसके तरह 10-10 लाख रुपये की अतिरिक्त राशि का भुगतान शिक्षकों को किया गया है। प्रस्ताव को शिक्षा विभाग ने मंजूरी देते हुए बकाया राशि 16 करोड़ 82 लाख रुपये निर्गत भी कर दिए।

By Jagran News Edited By: Mohit Tripathi Updated: Fri, 14 Jun 2024 09:15 AM (IST)
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विनोबा भावे विवि के रिटायर्ड शिक्षकों सातवें वेतन आयोग का मिला लाभ।
जागरण संवाददाता, हजारीबाग। विनोबा भावे विश्वविद्यालय के सेवानिवृत शिक्षकों की वर्षों से लंबित मांग गुरुवार को पूरी हो गई है। प्रभारी कुलपति सुमन कैथरीन किस्फोट्टा के प्रयास से सेवानिवृत शिक्षकों को सातवें वेतन आयोग के तहत बकाया राशि भुगतान की मंजूरी मिल गई है।

इसके तरह 10-10 लाख रुपये की अतिरिक्त राशि का भुगतान शिक्षकों को किया गया है। इससे पहले तक सातवें वेतन का लाभ नहीं मिलने की वजह से उन्हें 10 लाख रुपये ही सेवानिवृत के बाद प्राप्त हुए थे। इस फैसले का लाभ एक जनवरी 2016 के बाद सेवानिवृत हुए करीब 200 शिक्षकों को मिलेगा।

प्रभारी कुलपति ने नियम परिनियम की प्रक्रिया को पूरा करते हुए शिक्षकों को यह सम्मान दिलाया है। इसमें सबसे महत्वपूर्ण भूमिका विभावि के वित्त सलाहकार सुनील कुमार सिंह की रही। उन्होंने पाया कि दूसरे राज्यों के विश्वविद्यालयों में इसका लाभ शिक्षकों को मिल रहा था।

यहां तक कि रांची विश्वविद्यालय के भी शिक्षक इससे लाभान्वित हो चुके थे। लेकिन, हजारीबाग विभावि के शिक्षकों को इससे वंचित रखा गया था। इसके बाद उन्होंने प्रत्येक संचिका का गहन अध्ययन करने के बाद इसे सिंडिकेट और फाइनेंस कमेटी में लेकर गए। यहां से इसे मंजूरी दिलवाने के बाद कुलपति के माध्यम से शिक्षा विभाग को भेजा गया।

प्रस्ताव की मंजूरी के साथ बकाया 16 करोड़ 82 लाख भी किए निर्गत 

प्रस्ताव को शिक्षा विभाग ने मंजूरी देते हुए बकाया राशि 16 करोड़ 82 लाख रुपये निर्गत भी कर दिए। राशि निर्गत होने के बाद अब शिक्षकों के खाते में राशि भी पहुंच चुकी है। वहीं, अवकाश प्राप्त शिक्षकों ने इसे ऐतिहासिक निर्णय बताया है।

सेवानिवृत शिक्षक डॉ. प्रमोद कुमार बताते हैं कि प्रभारी कुलपति द्वारा यह कदम अवकाश प्राप्त शिक्षकों के लिए एक सम्मान है। कुलसचिव डा. मोख्तार आलम ने इस मुहिम को अंजाम तक पहुंचाने में विशेष योगदान दिया है।

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