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साइबर ठगों का नया पैंतरा: सरकारी अधिकारी के नंबर से भी आ सकता है Fake Call, ठगी से बचने के लिए ये तकनीक अपनाएं

साइबर बदमाशों ने भोले-भाले लोगों को ठगने के लिए नया पैंतरा अपनाया है। अब सरकारी अधिकारियों के नंबर से भी फर्जी कॉल आ सकते हैं। सहरसा के एसपी उपेंद्र नाथ वर्मा ने बताया कि साइबर ठगों से बचने के लिए लोगों को सचेत रहना होगा। अगर किसी सरकारी अधिकारी के नंबर से फेक कॉल आता है तो उसी नंबर पर दोबारा कॉल करें। ऐसे आप ठगी से बच सकते हैं।

By Kundan SinghEdited By: Rajat MouryaUpdated: Thu, 07 Dec 2023 05:34 PM (IST)
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सरकारी अधिकारी के नंबर से भी आ सकता है Fake Call, ठगी से बचना है तो ये तकनीक अपनाएं
अमरेंद्र कांत, सहरसा। Cyber Crime Fake Call साइबर बदमाश ठगी के लिए नए-नए पैंतरे का इस्तेमाल करते रहते हैं। ठग सरकारी अधिकारी के नंबर से फर्जी कॉल कर ठगी कर सकते हैं। साइबर बदमाशों ने कई बड़े अधिकारी के नाम पर फेसबुक पर अकाउंट बनाकर ठगी की कोशिश ही नहीं की बल्कि कुछ लोगों से ठगी भी कर ली। हालांकि, ऐसे मामले में सावधानी से आप ठगी से बच सकते हैं।

सरकारी नंबर से कॉल आने पर...

एसपी उपेंद्र नाथ वर्मा ने बताया कि तकनीक का गलत इस्तेमाल कर साइबर बदमाश द्वारा सरकारी नंबर या किसी अटपटे नंबर से ठगी के लिए लोगों को फोन करने लगे हैं। जिस कारण आम लोगों को सचेत रहने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि किसी एप के माध्यम से ऐसे कॉल किए जाते हैं, लेकिन अगर सरकारी नंबर से किसी को कॉल आता है और किसी तरह का प्रलोभन या कार्य कराने की बात कहा जाता है तो ऐसी स्थिति में उसी नंबर पर कॉल बैक करें। कॉल बैक करने पर सही नंबर पर कॉल जाएगा और सही स्थिति से लोग अवगत होकर ठगी से बच सकते हैं।

सहरसा में भी फैल रहा है साइबर ठग का नेटवर्क

सहरसा में भी साइबर ठग अपना नेटवर्क फैला चुके हैं। एसपी ने बताया कि पहले जिले में लॉटरी के माध्यम से ठगी कर रहे ठग गिरोह का पर्दाफाश हो चुका है। जबकि सहरसा जिले की सूचना पर ही पश्चिम बंगाल के सिल्लीगुड़ी व नवादा में साइबर बदमाश जो सहरसा जिले के रहने वाले थे उसकी गिरफ्तारी हो चुकी है।

उन्होंने बताया कि तीन लेयर में साइबर बदमाश काम करते हैं। पहले लेयर में भोले-भाले लोगों को फंसाकर प्रलोभन देकर अकाउंट खुलवाते हैं और एटीएम कार्ड, इंटरनेट बैंकिंग पासवार्ड खुद रख लेते हैं। उसी खाते में राशि साइबर बदमाश मंगाते हैं और फिर कुछ रुपये छोड़कर सभी रुपये निकाल लेते हैं। जिस कारण ऐसे मामले सामने आने पर सही बदमाश पकड़ में नहीं आ पाता है। जिस कारण लोग किसी को अपना एटीएम कार्ड व पासवर्ड नहीं दें। साइबर ठगी से बचने के लिए सावधानी जरूरी है। किसी लालच में फंसने व किसी मैसेज से मिले लिंक को खोलने से बचने की जरूरत है।

अधिकारी के नाम पर बनाया फर्जी अकाउंट

साइबर बदमाश गत माह में सहरसा के एडीएम ज्योति कुमार के नाम से फेसबुक पर फर्जी अकाउंट बनाकर ठगी की कोशिश की। यह मामला साइबर थाना में दर्ज है। इसी बीच सहरसा एसपी उपेंद्र नाथ वर्मा का फेसबुक पर फर्जी आईडी बनाया गया। जिसमें बेतिया एसपी बताकर ठगी की कोशिश की गई।

उल्लेखनीय है कि सहरसा एसपी पहले बेतिया में एसपी थे। फर्जी अकाउंट बनाकर कई लोगों से पैसे की मांग की। उनके एक जानने वालों ने पैसे भी दे दिया। जब इसकी जानकारी एसपी को मिली तो साइबर बदमाश के खिलाफ साइबर थाना में एक दिसंबर को केस दर्ज कराया गया। जिसकी पहचान में पुलिस जुटी हुई है।

साबइर ठगी से बचने के लिए सावधानी आवश्यक है। किसी भी प्रलोभन वाले मेल की सत्यता जांचे। यही नहीं बिल जमा करने व अन्य के नाम पर भेजे गये लिंक को नहीं खोले। बैंक कभी खाता बंद होने को लेकर फोन नहीं करती है। साइबर बदमाशों के खिलाफ पुलिस का अभियान चल रहा है। कई की गिरफ्तारी पहले हुई है। आगे भी कार्रवाई चल रही है। - उपेंद्र नाथ वर्मा, एसपी, सहरसा

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