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हिदी के प्रति बच्चों को करें प्रोत्साहित : डीडीसी

सहरसा। सोमवार को समाहरणालय सभागार हिदी दिवस के मौके पर गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठ

By JagranEdited By: Updated: Mon, 14 Sep 2020 06:03 PM (IST)
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हिदी के प्रति बच्चों को करें प्रोत्साहित : डीडीसी

सहरसा। सोमवार को समाहरणालय सभागार हिदी दिवस के मौके पर गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए उप विकास आयुक्त राजेश कुमार सिंह ने कहा कि हिदी हमारी राष्ट्रभाषा है इसलिए इसे हर स्तर पर मजबूत करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि हमलोगों पर दो दायित्व है। सरकारी सेवा में रहने के कारण कार्यालयों में हिन्दी का शुद्ध- शुद्ध प्रयोग एवं घरों में अपने अपने बच्चों को हिन्दी पढ़ने के लिए प्रोत्साहित करना। अगर हम इतना भी प्रयास करते रहेंगे, तो हमारी राष्ट्रभाषा का निरंतर विकास होगा। भूमि सुधार उप समाहर्ता राजेन्द्र दास ने कहा-हिदी की शुद्धता के लिए व्याकरण के साथ साहित्यिक किताबें पढ़नी चाहिए। दक्षिण के राज्यों आज भी हिन्दी को निचले ²ष्टि से देखा जाता है, इसलिए हमलोगों को इसपर अधिकतम ध्यान देने की जरूरत है। कार्यक्रम का संचालन करते हुए मुक्तेश्वर मुकेश ने कहा कि हिदी अब राजभाषा का मोहताज नहीं, यह विश्व भाषा के रुप में 137 देशों में 230 करोड़ लोगों के द्वारा बोली जाती है। इसी बल पर आठवां विश्व हिदी सम्मेलन संयुक्त राष्ट्र संघ में जून 2007 में सम्पन्न हुआ था। कहा कि तीन सौ विदेशी विश्वविद्यालयों में हिन्दी पढ़ाई जाती है। आज यह संकल्प लेना चाहिए कि हिदी को राष्ट्रभाषा का जो दर्जा मिला है, उस अनुरूप घर से लेकर कार्यालय और विद्यालयों में हिदी का उपयोग हो। वक्ता बलराम पासवान ने सरकारी कार्यालयों के साथ न्यायालयों में हिदी कामकाज पर जोर दिया। विवेक कुमार ने राजभाषा के रूप में हिदी प्रयोग की संवैधानिक जानकारी दी। कार्यक्रम में

नजारत उप समाहर्ता अजमल खुर्शीद, प्रभारी पदाधिकारी सामान्य शाखा चंदन झा, वरीय उप समाहर्ता नसीम अहमद, प्रधान सहायक स्थापना कुंदन सिंहा, फणीभूषण,अनीश विवेक आदि मौजूद रहे। मुक्तेश्वर की कविता के साथ समारोह सम्पन्न हुआ।

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