KK Pathak News: केके पाठक का मिशन कैसे होगा पूरा? इंटर की पढ़ाई के बीच आ रही बड़ी बाधा
KK Pathak बिहार में शिक्षा व्यवस्था को सुधारने को लेकर केके पाठक का विभाग हर स्तर पर कार्य कर रहा है। कुछ हद तक सफलता मिली है। इस कड़ी में कॉलेज में इंटर की पढ़ाई पर विराम लगाने का फैसला लेने के बाद प्लस टू स्कूलों पर दारोमदार बढ़ गया है। नवहट्टा के बच्चों को संसाधन और शिक्षकों की कमी का दंश भुगतना पड़ेगा।
संवाद सूत्र, नवहट्टा (सहरसा)। KK Pathak बिहार बोर्ड की ओर से मैट्रिक परीक्षा परिणाम की घोषणा के बाद प्लस टू स्कूलों में नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो गई है। ऑनलाइन आवेदन लिया जा रहा है। कॉलेज में इंटर की पढ़ाई पर विराम के बाद प्लस टू स्कूलों पर ही सारा दारोमदार है।
नवहट्टा प्रखंड के बच्चों को संसाधन और शिक्षकों की कमी का दंश भुगतना पड़ेगा। एक दर्जन माध्यमिक विद्यालय से लगभग साढ़े 11 हजार छात्र-छात्राओं ने मैट्रिक की परीक्षा उत्तीर्ण किया, जहां ग्रामीण इलाके के प्लस टू हाइस्कूलों में शिक्षकों की कमी हाल ही में पूरी कर ली गई है।
वहीं, नगर पंचायत नवहट्टा स्थित राज्य संपोषित उच्चतर माध्यमिक विद्यालय एवं प्रोजेक्ट कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में शिक्षकों की कमी है।
स्कूलों में छात्रों को क्या है परेशानी
वहीं, स्कूलों में छात्र अनुपात में बैठने की समुचित सुविधा नहीं होने के कारण परेशानी होती है। राज्य संपोषित उच्च विद्यालय नवहट्टा में गणित, रसायन शास्त्र, भौतिक जीव विज्ञान, हिंदी, अंग्रेजी, मनोविज्ञान समाजशास्त्र, अर्थशास्त्र, मैथिली संस्कृत कंप्यूटर विषय के शिक्षक नहीं है।
इसके साथ ही प्लस टू के लिए अपना कोई भवन नहीं है। माध्यमिक विद्यालय के भवन में हीं संचालन होता है। वहीं, प्लस टू कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में गणित रसायन शास्त्र, अंग्रेजी, मनोविज्ञान, अर्थशास्त्र, मैथिली, संस्कृत कंप्यूटर विषयों के शिक्षक उपलब्ध नहीं है।
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