रेल प्रशासन के लिए आमान परिवर्तन बनी चुनौती
सहरसा। पूर्व मध्य रेल सहरसा से गढबरूआरी के बीच आमान परिवर्तन कार्य पूरा करना रेल प्रशासन
सहरसा। पूर्व मध्य रेल सहरसा से गढबरूआरी के बीच आमान परिवर्तन कार्य पूरा करना रेल प्रशासन के लिए चुनौती बन गयी है। इसी वर्ष दिसंबर माह तक इस रेल खंड में रेल परिचालन बहाल करने का लक्ष्य निर्धारित है। जिस कारण रेल निर्माण विभाग द्वारा निर्माण कार्य में तेजी लायी जा रही है। इन दिनों आमान परिवर्तन को समय सीमा के अंदर पूरा करने के लिए प्लेटफार्म नंबर तीन और चार पर निर्माण कार्य कराया जा रहा है। तीन के साथ-साथ चार एवं पांच नंबर प्लेटफार्म पर भी टाइल्स लगाने का काम किया जा रहा है। सहरसा से गढबरूआरी के बीच करीब 16 किमी की दूरी तक रेल पटरी तो कब की बिछ चुकी है। लेकिन इस रेल खंड में रेल परिचालन को लेकर कई काम अधूरे है। हालांकि सिग्नल से जुड़े केबल की समस्या बहुत हद तक ठीक हो गयी है। पूर्व मध्य रेल के मंडल रेल प्रबंधक आरके जैन के प्रयास से ही दूसरे रेल खंड के लिए आए उच्च क्षमता वाले केबुल को सहरसा मंगा दिया गया है। जिस कारण अब रेलकर्मियों को सिग्नल सिस्टम को दूर करने में राहत महसूस हो रही है। तीन नए प्लेटफॉर्म का निर्माण है अधूरा सहरसा स्टेशन पर आमान परिवर्तन को लेकर ही तीन नए प्लेटफॉर्म का निर्माण कार्य निर्माणाधीन है। 3 से 5 नंबर वाले प्लेटफार्म में से तीन पर टाइल्स करीब बिछ चुका है। लेकिन चार व पांच पर कार्य शेष है। वहीं तीन नंबर प्लेटफार्म पर शेड भी लगाया जा रहा है। पुराने शेड को उंचा करने के लिए उसे खोल दिया गया था। अब उसका हाईट बढ़ाकर उसे लगाया जा रहा है। कई अधिकारियों का होगा निरीक्षण सहरसा से गढबरूआरी तक आमान परिवर्तन कार्य पूरा होने के बाद कई रेल अधिकारियों का निरीक्षण होगा। निरीक्षण के बाद ही
ही अंतिम रूप से इस खंड पर यात्री ट्रेन चलायी जाएगी। रेल प्रशासन ने प्रथम चरण में गढबरूआरी तक ही ट्रेन चलाने का लक्ष्य रखा है। दूसरे चरण में गढबरूआरी से सुपौल होते हुए सरायगढ. तक ट्रेन चलाने की योजना प्रस्तावित है। पूर्व मध्य रेल के महाप्रबंधक का निरीक्षण कार्यक्रम सहरसा से फारबिसगंज तक प्रस्तावित है।
कोट
सहरसा से गढबरूआरी के बीच आमान परिवर्तन कार्य इस वर्ष के अंत तक पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित है। रेल निर्माण विभाग इसे पूरा करने में जुटी हुई है।
वी.उपाध्याय, एईएन, रेल निर्माण विभाग