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Saharsa News: सहरसा में पीपा पुल से टकराकर नदी में डूबी नाव, मची अफरा-तफरी; 40 यात्री थे सवार

Saharsa News सहरसा में कोसी नदी में एक नाव पीपा पुल से टकराकर नदी में डूब गई। महिषी अंचल क्षेत्र के राजनपुर घाट की घटना बताई जा रही है। बताया जा रहा है कि नाव पीपा पुल के एयर ड्रम से टकराकर कोसी नदी में डूब गई । नाव पर सवार लोग किसी प्रकार पानी से निकलने में सफल रहे। जानमाल का नुकसान नहीं हुआ।

By Kundan Singh Edited By: Sanjeev Kumar Updated: Sun, 21 Jul 2024 11:32 PM (IST)
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सहरसा की कोसी नदी में डूबी नाव (जागरण)

संवाद सूत्र, महिषी (सहरसा)। Saharsa News: सहरसा के महिषी अंचल क्षेत्र के राजनपुर घाट के समीप पीपा पुल के एयर ड्रम से टकराकर शनिवार को एक नाव कोसी नदी में डूब गई । नाव पर सवार लोग किसी प्रकार पानी से निकलने में सफल रहे। जानमाल का नुकसान नहीं हुआ।

जानकारी के अनुसार राजनपुर पंचायत के विशनपुर से सवारियों से भरी नाव नदी के दूसरे किनारे राजनपुर घोंघसम घाट के लिए खुली। नाव जैसे ही राजनपुर के समीप पहुंची वहां किनारे पर नदी के तेज धारा के विपरीत दिशा में परिचालन के दौरान नाविक का नियंत्रण गड़बड़ा गया और सवारियों से भरी नाव पानी में खड़े पीपा पुल के एयर ड्रम से टकराकर पानी में डूब गयी।

ग्रामीणों के अनुसार जिस समय नाव दुर्घटना हुई उसपर 30 से 40 लोग के अतिरिक्त 10 बाइक व दूध व्यापारियों के समान सहित आम लोगों के सामान भी लदे थे।

घटना के बाद नदी का किनारा नजदीक होने की वजह से लोग किसी तरह पीपा पुल के एयर ड्रम के सहारे और तैर कर अपनी जान बचाने में सफल रहे। ग्रामीणों के सहयोग से किसी प्रकार नाव पर लदे दस में से छह मोटरसाइकिल को पानी से निकाला गया शेष को निकालने में सफलता नहीं मिल सकी ।

वर्ष 2022-23 में निबंधित थी नाव

 जानकारी के अनुसार नाव परिवहन नियम के अनुकूल वर्ष 2022-23 में निबंधित करवाया गया था । दुर्घटनाग्रस्त नाव बिशनपुर निवासी अर्जुन यादव के नाम निबंधित था। लेकिन नदी में नाव परिचालन के नियमों का अनुपालन नाव मालिक व नाविक द्वारा नहीं किया जा रहा था।

नाव पर क्षमता से अधिक लोग, वाहन व सामान लदे थे । जिसपर स्थानीय प्रशासन द्वारा सतत निगरानी के अभाव में नाविक मनमानी करते रहते हैं। ग्रामीणों ने बताया कि नदी पार करने के लिए नाव मालिकों द्वारा प्रति व्यक्ति 20 रूपये व प्रति मोटरसाइकिल 50 रूपये की दर से किराया वसूल किया जाता है। अधिक आर्थिक लाभ के लोभ में नाव पर क्षमता से अधिक सवारी को बैठाया जाता है।

एयर ड्रम वाले स्थल पर सुरक्षा बैरिकेडिंग का अभाव

नदी किनारे पानी में जहां बाढ़ शुरू होते ही पीपा पूल के सभी एयर ड्रम खड़े किए गए हैं उस जल मार्ग को अंचल प्रशासन द्वारा खतरनाक जल मार्ग घोषित कर घेराबंदी नहीं कराई गई है। सुरक्षा के लिए बैरिकेडिंग नहीं करवाए जाने के कारण अक्सर इस मार्ग से गुजरने वाली नाव इस एयर ड्रम के काफी करीब से गुजरती है । शनिवार को इसी क्रम में नाव एयर ड्रम से टकराकर दुर्घटनाग्रस्त हो गयी।

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