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Saharsa News: 7000 क्विंटल अनाज का डीलरों ने किया गोलमाल, सहरसा में बड़ा घोटाला आया सामने

Saharsa News सहरसा के सत्तरकटैया प्रखंड क्षेत्र में संचालित दो दर्जन से अधिक जनवितरण प्रणाली विक्रेताओं द्वारा 7000 क्विंटल से अधिक खाद्यान्न का गोलमाल कर लिया। बताया जाता है कि यह अनाज प्रत्येक माह मिलने वाली आवंटित खाद्यान्न में से बचते आ रहे शेष अनाज है जो डीलर के भंडार में होना चाहिए वह गायब है। अब इसकी जांच की ज

By Kundan Singh Edited By: Sanjeev Kumar Updated: Thu, 11 Jul 2024 05:26 PM (IST)
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डीलरों ने 7000 क्विंटल अनाज का किया गोलमाल (जागरण)

संवाद सूत्र, सत्तरकटैया ( सहरसा )। Saharsa News: सहरसा के सत्तरकटैया प्रखंड क्षेत्र में संचालित दो दर्जन से अधिक जनवितरण प्रणाली विक्रेताओं द्वारा 7000 क्विंटल से अधिक खाद्यान्न का गोलमाल कर लिया। बताया जाता है कि यह अनाज प्रत्येक माह मिलने वाली आवंटित खाद्यान्न में से बचते आ रहे शेष अनाज है जो डीलर के भंडार में होना चाहिए वह गायब है।

आश्चर्य की बात तो यह है कि इस खाद्यान्न का डीलर द्वारा ना तो समायोजन किया गया है और ना ही भंडार में जमा है। बावजूद विभाग इस बात से अंजान बने हुए हैं। भंडार का स्थलीय जांच भी नहीं किया जा रहा है। हालांकि, विभाग द्वारा अतिरिक्त खाद्यान्न रखने वाले प्रखंड के 25 जनवितरण प्रणाली विक्रेताओं का प्रत्येक माह मिलने वाली खाद्यान्न के आवंटन पर रोक लगा कार्रवाई के नाम पर खानापूर्ति की गई है। 

इन गांवों के डीलर द्वारा की गई है कालाबाजारी

प्रखंड के शाहपुर पैक्स समेत तीन , अगवानपुर के एक , गोबरगढ़ा के एक , सिसई के एक , घीना के एक , कटैया के एक , विशनपुर के एक , नंदलाली के एक , सत्तर के एक रकिया पैक्स समेत तीन , पुरीख के एक , बरहशेर के एक , पंचगछिया के एक , बिहरा के दो एवं लौकही के एक समेत 25 डीलर द्वारा गरीबों को हर माह मिलने वाली मुफ्त खाद्यान्न का सात हजार क्विंटल से अधिक अनाज की कालाबजारी की गई है।

जबकि इन डीलर के पॉश मशीन द्वारा डीलर के पास दो सौ से पांच सौ क्विंटल तक शेष बचे अनाज भंडार दिखाया जा रहा है। बावजूद भंडार में अनाज नहीं है। सूत्रों का कहना है कि जिस अनाज को बैकलॉग बताया जा रहा है, वह कालाबाजारी में बेच दिया गया है। अनाज नहीं रहने के कारण अब रफा-दफा करने के लिए कार्डधारियों से अंगूठा का निशान लेकर समायोजन का प्रयास किया जा रहा है। परिणाम स्वरुप कई जगह कार्डधारियों और पीडीएस दुकानदारों के बीच नोक - झोंक होने की भी बात बताई जा रही है।

आश्चर्य की बात तो यह है कि इस बात की भनक विभागीय अधिकारी को भी है। बावजूद स्थल पहुंच भंडार का जांच नहीं किया जा रहा है। यदि इस मामले की गहन जांच हो तो प्रखंड क्षेत्र के जनवितरण प्रणाली विक्रेताओं द्वारा हजारों क्विंटल अनाज की कालाबाजारी करने का मामला उजागर होगा। 

प्रखंड के विभिन्न पंचायतों में संचालित 25 जनवितरण प्रणाली विक्रेताओं के पास आवंटित खाद्यान्न में से शेष बचे खाद्यान्न का शीघ्र समायोजन करने का सख्त निर्देश दिया गया है। इसके अलावा समायोजन होने तक आवंटन पर रोक लगा  दी गई है। विमलेश कुमार , प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी , सत्तरकटैया।

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