अगले साल से सरायगढ-निर्मली के बीच दौड़ेगी ट्रेन
कोसी क्षेत्र में सबसे बडी रेल परियोजना कोसी रेल महासेतु का निर्माण कार्य चल रहा है।
सहरसा। कोसी क्षेत्र में सबसे बडी रेल परियोजना कोसी रेल महासेतु का निर्माण कार्य चल रहा है। सरायगढ़-भपटियाही- निर्मली के बीच रेल निर्माण कार्य प्रगति पर है। कोसी क्षेत्र को दरभंगा मिथिलांचल से जोड़ने के लिए बनायी गयी कार्य योजना अब तक मूर्त रूप नहीं ले पाई है। कोसी नदी पर रेल महासेतु बनाकर दोनों ओर से एप्रोच पथ बनाकर उसे रेल मार्ग में परिवर्तित करना इस क्षेत्र के लोगों के लिए किसी सपने से कम नहीं है। लेकिन रेल महासेतु का निर्माण कार्य पूरा होने के बाद इसके एप्रोच पथ पर मिट्टी भराई कार्य देख अब लोगों को लगने लगा है कि रेल महासेतु पर ट्रेन निकट भविष्य में दौड़ेगी। कोसी नदी पर करीब दो किलोमीटर बने रेल महासेतु का निर्माण कार्य पूरा हो गया है। महासेतु पर रेल पटरी बिछा दी गयी है। ट्रैक लि¨कग का काम पूरा कर लिया गया है। रेल पुल को छोड़कर शेष भागों में मिट्टी भराई का काम प्रगति पर है। इसके बाद रेल पटरी बिछायी जाएगी।
प्रधानमंत्री ने 6 जून 2003 को किया गया था शिलान्यास
तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने 6 जून 2003 को निर्मली कॉलेज मैदान से सरायगढ़- निर्मली रेल लाइन बनाने के लिए कोसी रेल महासेतु की आधारशिला रखी थी। इसके निर्माण कार्य पर 324 करोड़ रूपये खर्च करने का लक्ष्य था। इसका निर्माण कार्य को वर्ष 2009 में ही पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित था। लेकिन रेल प्रशासनिक उदासीनता के कारण कोसी क्षेत्र की यह महत्वपूर्ण रेल परियोजना अधर में ही लटक गयी। रेल अधिकारियों की मानें तो निधि के अभाव में यह परियोजना लटकी रही। लेकिन इन दिनों रेल निर्माण विभाग इस दिशा में कार्य कर रही है। रेल पुल बनकर तैयार हो गया। सरायगढ़- निर्मली के बीच 22 किमी की दूरी में रेल महासेतु छोड़कर 8 छोटे- बड़े पुल बनकर तैयार है। एप्रोच पथ में मिट्टी भराई हो रही है। इसके बाद रेल पटरी बिछाने का काम होगा। इसके लिए सरायगढ में रेल स्लीपर पहुंचा दी गयी है।
दो किमी लंबे महासेतु में है 44 पाया
सरायगढ़- निर्मली के बीच कोसी नदी पर बने रेल महासेतु में 44 पाया का निर्माण किया गया है। पुल की लंबाई करीब दो किमी है। रेल महासेतु के दोनों ओर लोहे के गार्डर लगाए गए हैं।
जमीन अधिग्रहण का भी लटका था मामला
सरायगढ- निर्मली के बीच जमीन अधिग्रहण का मामला लटका हुआ था। करीब दो एकड़ जमीन का मामला सुलझा लिया गया है। जमीन की मुआवजा राशि सुपौल जिलाधिकारी को रेलवे ने भेज दी है।
अगले वित्तीय वर्ष में दौड़ेगी ट्रेन
सरायगढ़- निर्मली के बीच कोसी नदी पर रेल महासेतु बनकर तैयार है। पुल पर रेल पटरी भी बिछा दी गयी है। एप्रोच रेल पथ में निर्माण कार्य प्रगति पर है। अगले वित्तीय वर्ष 2018-19 में ट्रेन परिचालन करने का लक्ष्य निर्धारित है।
एके राय, मुख्य अभियंता, रेल निर्माण विभाग