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विश्वविद्यालय में शैक्षणिक गतिविधियां बंद, परिसर में सन्नाटा

डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय पूसा के प्रशासन व राज्य सरकार की एडवाइजरी से कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए शैक्षणिक गतिविधियों को 31 मार्च तक बंद रखा गया है।

By JagranEdited By: Updated: Wed, 18 Mar 2020 12:43 AM (IST)
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विश्वविद्यालय में शैक्षणिक गतिविधियां बंद, परिसर में सन्नाटा

समस्तीपुर । डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय पूसा के प्रशासन व राज्य सरकार की एडवाइजरी से कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए शैक्षणिक गतिविधियों को 31 मार्च तक बंद रखा गया है। इसे लेकर विवि के लगभग 70 फीसद छात्र अपने-अपने घर को जा चुके हैं। यहां वैसे छात्र ही रुके हुए हैं, जो रिसर्च वर्क एवं पीएचडी के हैं। साथ में जिन क्षेत्रों में कोरोना वायरस की आशंका प्रबल है, वहां के छात्र सुरक्षा के ²ष्टिकोण से विश्वविद्यालय के हॉस्टल में ही रुके हैं। इनमें ज्यादातर केरल, महाराष्ट्र, यूपी सहित क्षेत्र के छात्र शामिल हैं। विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा रुके छात्रों के बीच जागरूकता अभियान के साथ-साथ साफ-सफाई एवं अधिक मिलने-जुलने पर पाबंदी लगी हुई है।

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परिसर में नहीं आ रहे बाहरी लोग

विश्वविद्यालय के पदाधिकारी व डॉक्टर द्वारा छात्रावास का निरीक्षण किया जा रहा है। दो रूम अलग से रखे गए हैं। अगर किसी में संदेह होता है तो वैसे लोगों को वहां रखा जाएगा और प्रारंभिक जांच के अनुसार अगर कुछ संदेह लगा तो सरकार द्वारा निर्धारित जगह पर उसे पहुंचाया जाएगा। ब्वॉयज हॉस्टल में अधिकतर छात्र अपने घर को चले गए हैं। जहां विश्वविद्यालय परिसर सहित हॉस्पीटल चौक व बैंक चौक, जहां छात्र-छात्राओं का आना-जाना बना रहता था, विश्वविद्यालय परिसर छात्रों से भरा-पूरा रहता था, वहीं सन्नाटा छाया है। प्रशिक्षण भी बंद कर दिए गए हैं। इससे बाहरी लोग भी विश्वविद्यालय परिसर में नहीं आ रहे। कुलपति के निर्देश पर विश्वविद्यालय परिसर की साफ-सफाई साथ में रुके हुए छात्रों पर पूरी निगरानी की जा रही।

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अभिभावकों की अनुमति से ठहरे छात्र

छात्र कल्याण निदेशक डॉ. एके मिश्रा का कहना है कि जो छात्र यहां रह चुके हैं, उनके लिए पूर्ण व्यवस्था की गई है। रुके हुए छात्र विश्वविद्यालय के छात्रावास को सुरक्षित मान रहे और उन्होंने अपने अभिभावकों से यहां रहने की अनुमति प्राप्त कर ली है। केंद्रीय विश्वविद्यालय की शैक्षणिक गतिविधि बंद होने से पूसा बाजार सहित परिसर में स्थित दुकानदारों को काफी नुकसान पहुंच रहा। विश्वविद्यालय के अधीनस्थ अस्पताल के डॉक्टर बच्चा बाबू का बताना है कि प्रारंभिक जांच के लिए सारी व्यवस्था को अस्पताल में चुस्त-दुरुस्त कर लिया गया है।

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