Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

Bihar News: इन फलों की बागवानी कर लाखों की कमाई कर सकते हैं किसान, उद्यान विभाग दे रहा भारी अनुदान

बिहार के समस्तीपुर में किसान अब फलों की बागवानी कर अच्छी कमाई कर सकते हैं। किसानों को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने के लिए उद्यान विभाग ने पहल की है। कृषि विभाग किसानों को आम लीची पपीता अमरूद एवं केला की खेती करने में लागत राशि का 90 प्रतिशत तथा पपीता की खेती करने में लागत राशि का 75 फीसद अनुदान भी देगा।

By Prakash KumarEdited By: Mohit TripathiUpdated: Mon, 31 Jul 2023 03:56 PM (IST)
Hero Image
फलों की बागवानी करने पर उद्यान विभाग दे रहा भारी अनुदान।

जागरण संवाददाता, समस्तीपुर: बिहार के समस्तीपुर में किसान अब फलों की बागवानी कर अच्छी कमाई कर सकते हैं। किसानों को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने के लिए उद्यान विभाग ने पहल की है।

कृषि विभाग किसानों को आम, लीची, पपीता, अमरूद एवं केला की खेती करने में लागत राशि का 90 प्रतिशत और पपीता की खेती करने में लागत राशि का 75 फीसद अनुदान भी देगा।

उद्यान विभाग की वेबसाइट पर करना होगा ऑनलाइन आवेदन

इसके लिए किसानों को उद्यान विभाग की वेबसाइट पर ऑनलाइन आवेदन करना होगा। आवेदन की प्रक्रिया अंतिम चरण में चल रही है। पहले आओ, पहले पाओ की तर्ज पर योजना का लाभ दिया जाना है। वित्तीय वर्ष में 41 हेक्टेयर में चार तरह की फलों की खेती का लक्ष्य कृषि विभाग ने तय किया है।

बागवानी मिशन के तहत 10 हेक्टेयर जमीन में आम, 20 हेक्टेयर में लीची और पांच-पांच हेक्टेयर जमीन में अमरूद व पपीता की खेती की जाएगी। इसके अलावा एक हेक्टेयर में केला का पौधा लगाया जाना है।

आवेदन के लिए देना होगा जरूरी दस्तावेज

किसान उद्यान विभाग की वेबसाइट पर आनलाइन आवेदन कर सकते हैं। आवेदन के साथ जमीन की रसीद, पहचान पत्र, आधार कार्ड, पासपोर्ट साइज फोटो और बैंक पासबुक की डिटेल्स देनी होगी।

आम, केला और अमरूद का बाग लगाने के लिए लाभ लेने से संबंधित जानकारी विभागीय वेबसाइट पर उपलब्ध है। इसके अलावा जिला उद्यान कार्यालय में भी सहायक निदेशक से जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

जिले में आम व लीची को लेकर आवेदन की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। पपीता के लक्ष्य को लेकर विभाग द्वारा किसानों को जागरूक किया जा रहा है। जिले में 41 हेक्टेयर में फलों की खेती होगी। जल्द ही किसानों को पौधा उपलब्ध कराने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।

प्रशांत कुमार, सहायक निदेशक उद्यान।

आपके शहर की तथ्यपूर्ण खबरें अब आपके मोबाइल पर