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इनकी क्या खता! समस्तीपुर में डॉक्टर का परिवार बंगले में 'सील', बुजुर्ग मां-बाप के साथ पत्नी और बच्चे हुए कैद

समस्तीपुर रेल मंडल मुख्यालय स्थित रेलवे अस्पताल में पदस्थापित डॉ शिवाशीष राय के बंगला को प्रशासन ने सील कर दिया। हैरानी की बात यह है कि बंगले के साथ डॉक्टर की पत्नी बुजुर्ग माता-पिता और छोटे बच्चों को भी प्रशासन ने कैद कर दिया।

By Prakash KumarEdited By: Aditi ChoudharyUpdated: Tue, 13 Jun 2023 04:26 PM (IST)
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सील किए गए बंगला के अंदर चिकित्सक के बुजुर्ग माता-पिता, पत्नी व बच्चे।
जागरण संवाददाता, समस्तीपुर: समस्तीपुर रेल मंडल मुख्यालय स्थित रेलवे चिकित्सालय से संविदा समाप्त होने के बाद एक डॉक्टर के बंगले को सील करने का चौंकाने वाला मामला सामने आया है।

डॉक्टर की पत्नी, बुजुर्ग माता-पिता और छोटे पुत्र-पुत्री को बंगले के अंदर ही कैद कर दिया गया। साथ ही बंगले की विद्युत लाइन भी बाधित कर दी गई। पीड़ित पक्ष के अनुसार रेल प्रशासन की ओर से बंगला सील किया गया था।

22 मई को पूरा हो गया था कॉन्ट्रैक्‍ट

हालांकि, मीडिया में खबर आने के बाद बंगले का गेट खोल दिया गया। गेट खोलने आए कर्मी ने पूछने पर बताया कि आईओडब्लू के कहने पर गेट खोलने आए हैं। इसके बाद डॉक्टर के परिवार की ओर से तीन दिन के अंदर बंगला खाली करने का लिखित देने पर प्रशासन की ओर से समय दिया गया है।

मंडल रेल प्रबंधक आलोक अग्रवाल ने बताया कि डॉक्टर की संविदा 22 मई 2023 को समाप्त हो गई थी। इसके बाद बंगला खाली करने का नोटिस दिया गया है, जिसकी प्रति बंगला के गेट पर भी लगा दी गई थी।

उन्होंने रेल प्रशासन की ओर से बंगला को सील करने की बात से इनकार कर दिया। बंगला सील रहने के प्रश्न पर डीआरएम ने स्पष्ट रूप से कहा कि सील रहने में दो चीज हो सकती है।

एक तो उनलोगों ने खुद मामले को वायरल करने के लिए सील कर लिया होगा या हमारे किसी आदमी ने सील किया है तो इसका पता लगाया जा रहा है। उन्होंने स्वीमिंग पुल से संबंधित किसी भी मामले के बारे में भी बात करने से इनकार किया।

22 मई को ही डॉक्टर की संविदा हो गई थी समाप्त

रेलवे चिकित्सालय में संविदा चिकित्सक के पद पर डॉक्‍टर शिवाशीष राय कार्य कर रहे थे। चिकित्सक की संविदा नियुक्ति 22 मई 2023 को समाप्त हो गई। इसके बाद प्रशासनिक स्तर पर संविदा अवधि बढ़ाने के लिए प्रक्रिया चल रही थी। इसी बीच सोमवार की रात्रि बंगला खाली करने के लिए नोटिस लगाया गया।

रेल अधिकारी के पुत्र से हुई थी नोकझोंक

चिकित्सक के बुजुर्ग पिता ने बताया कि डॉ. शिवाशीष सोमवार की रात्रि स्वीमिंग पुल में जाने की बात कहकर घर से निकले थे। बाद में पता चला कि वहां पर रेलवे के वरीय अधिकारी के पुत्र के साथ उनकी नोकझोंक हो गई।

इसके बाद वे वहां से निकल गए। इसके बाद रात्रि में इंजीनियरिंग विभाग और आरपीएफ की टीम बंगला खाली करने के लिए नोटिस देने पहुंची।

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