Bihar News: शिक्षिका को थप्पड़ जड़ने पर स्कूल में बवाल, शिकायत मिलने के बाद एक्शन में आया विभाग; हेडमास्टर निलंबित
Bihar Education News Hindi बिहार के समस्तीपुर जिले में एक शिक्षक ने महिला शिक्षिका को थप्पड़ मारा जिससे जमकर बवाल हुआ। ग्रामीणों ने विद्यालय का घेराव किया और एचएम के निलंबन की मांग की। बीईओ की रिपोर्ट के बाद जिला शिक्षा पदाधिकारी ने एचएम को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। उग्र ग्रामीण शांत हुए और मामला नियंत्रण में आया।
संवाद सहयोगी, पटोरी। बिहार में समस्तीपुर जिले के पटोरी प्रखंड के सोनावती रेशमा उच्च माध्यमिक विद्यालय में बुधवार को एक बेलगाम शिक्षक ने शिक्षिका को थप्पड़ जड़ दिया।
इसके बाद वहां जमकर बवाल हुआ। उग्र ग्रामीणों ने विद्यालय का घेराव कर दिया और एचएम को इस विफलता एवं उनके पूर्व के कुकृत्यों का उल्लेख करते हुए उसके निलंबन और स्थानांतरण पर अड़ गए।एचएम पर पहले से भी कई विभागीय आरोप थे। कार्रवाई की अनुशंसा से संबंधित आधा दर्जन से अधिक पत्र उच्चाधिकारियों के यहां विचाराधीन थे।
घटनास्थल पर पहुंचे बीईओ ने जिला शिक्षा पदाधिकारी को मामले से अवगत कराया। बीईओ को जिला शिक्षा पदाधिकारी ने दूरभाष पर एचएम को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने की जानकारी दी। इस कार्रवाई के बाद उग्र लोग शांत हुए और मामला को नियंत्रण में लाया गया।
ऐसे हुई घटना की शुरुआत
विद्यालय के एचएम अमरजीत कुमार अमर के द्वारा विद्यालय की चाबी एक शिक्षक अरविंद कुमार को दी गई थी। अरविंद कुमार ही हमेशा गेट और एचएम का कक्ष खोला करते थे। शिक्षकों ने बताया कि सभी शिक्षक लगभग 9 बजे आ जाते हैं किंतु चाबी रखने वाले शिक्षक अरविंद कुमार हमेशा देर से आते हैं।बुधवार के दिन भी लगभग 9:15 बजे विद्यालय गेट को खोल दिया किंतु एचएम का कक्षा तब तक नहीं खोला जब तक कि वे नहीं आए। इस बात को लेकर शिक्षकों से उनकी झड़प भी हुई। जब एचएम के कक्ष में शिक्षकों के बीच झड़प बढ़ी तो विनीता कुमारी नामक शिक्षिका से अरविंद कुमार उलझ गए।शिक्षक को नजदीक आने से मना करने पर अरविंद कुमार ने उन्हें थप्पड़ से पीटा। इसका शिक्षकों ने विरोध किया। जब इस घटना की सूचना मिली तो शिक्षिका के परिवार के लोग और ग्रामीण काफी संख्या में जनप्रतिनिधियों के साथ विद्यालय चले आए।
पूर्व से भी उस विद्यालय के एचएम पर कई शिकायतें थी और इसकी जांच बीईओ ने की थी। इन पर कार्रवाई के अनुशंसा के लिए डीपीओ स्थापना तथा डीईओ को पत्र भी भेजा था। कार्रवाई के लिए अनुशंसित यह पत्र अभी विचाराधीन ही था, तब तक यह दूसरी घटना घट गई।लोग मांग करने लगे कि एचएम के कारण विद्यालय का अनुशासन भंग हो रहा है। लोग अड़ गए कि एचएम को जब तक नहीं हटाया जाएगा, तब तक विद्यालय नहीं चलने देंगे और विद्यालय में तालाबंदी कर देंगे।
लोगों ने यह भी कहा कि हम अपने बच्चों को इस विद्यालय से हटा लेंगे। आरोप लगाया कि एचएम हमेशा नशे में धुत रहते हैं और छात्र-छात्राओं को भद्दी भद्दी गालियां भी देते हैं।ग्रामीणों ने कहा कि यह एक प्रतिष्ठित विद्यालय था जहां से लोग उच्च शिक्षा की ओर अग्रसर होते थे किंतु विद्यालय का माहौल इस प्रधानाध्यापक के कारण काफी बिगड़ गया है।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।