Move to Jagran APP

रेलवे की नई पहल, इस जोन में सौर ऊर्जा से दौड़ेगी ट्रेनें; 50 करोड़ से बनेगा ग्राउंड माउंटेड सब स्टेशन

रेलवे के द्वारा यात्रियों की सुविधा को देखते हुए हरस्तर पर काम किया जाता है। इस बीच अब रेल प्रशासन ने सौर ऊर्जा से ट्रेन चलाने की नई पहले की है। वहीं मधेपुरा और पंडौल स्टेशन पर सार्वजनिक निजी साझेदारी के तहत ग्राउंड माउंटेड सौर ऊर्जा परियोजना का कार्यान्वयन किया जाना है। रेलवे इस कार्य के लिए 50 करोड़ रुपये खर्च करेगी।

By Prakash Kumar Edited By: Shashank Shekhar Published: Sat, 29 Jun 2024 08:18 PM (IST)Updated: Sat, 29 Jun 2024 08:18 PM (IST)
समस्तीपुर रेल मंडल में सौर ऊर्जा से दौड़ेगी ट्रेनें। फोटो- जागरण

जागरण संवाददाता, समस्तीपुर। समस्तीपुर रेल मंडल में आने वाले दिनों में सौर ऊर्जा से ट्रेनों का परिचालन होगा। रेल प्रशासन ने नई पहल की है। समस्तीपुर मंडल के दौरम मधेपुरा और पंडौल स्टेशन पर सार्वजनिक निजी साझेदारी के तहत ग्राउंड माउंटेड सौर ऊर्जा परियोजना का कार्यान्वयन किया जाना है। इसके लिए रेलवे 50 करोड़ रुपये खर्च करेगी।

इस परियोजना के प्रारंभ होने से प्रतिदिन लगभग 40 हजार यूनिट प्रदूषण मुक्त बिजली का उत्पादन होगा। यह नवीकरणीय ऊर्जा की दिशा में रेलवे द्वारा उठाया गया एक महत्वपूर्ण कदम है। रेल मंडल अंतर्गत दौरम मधेपुरा में 2.5 मेगावाट और पंडौल स्टेशन के पास 7.5 मेगावाट विद्युत उत्पादन के लिए सब स्टेशन का निर्माण कराया जाएगा। इसके लिए ग्राउंड माउंटेड सौर ऊर्जा परियोजना का कार्यान्वयन किया जाना है।

समस्तीपुर मंडल के 30 स्टेशन और मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय में कुल 222.38 किलो वाट क्षमता का सोलर प्लांट लगा हुआ है। इसमें दरभंगा, जयनगर, सीतामढ़ी, मधुबनी, मुक्तापुर, किशनपुर, हायाघाट, मोहम्मदपुर, ककरघाटी, टेक्टर, तारसराय, भैरापट्टी, अलीनगर टोला, रूपौली, जोगिआरा, राजनगर, पंडौल, हरपट्टी, सोनबरसा कचहरी, रामभद्रपुर, चमुआ, परसौनी, मुरलीगंज, रून्नीसैदपुर, डुमरा, बाजपट्टी, कमतौल, मनीगाछी, बिरौल एवं लोहना रोड स्टेशन शामिल है।

परियोजना के लिए खर्च होंगे 50 करोड़ 

परियोजना पर करीब 50 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान लगाया गया है। रेल मंडल प्रशासन ने निविदा आमंत्रित कर दिया है। 18 जुलाई को निविदा की प्रक्रिया पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है। इसके उपरांत ग्राउंड माउंटेड सौर ऊर्जा सब स्टेशन का निर्माण शुरू हो जाएगा। इसके बाद छह से आठ महीने में कार्य पूर्ण करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।

सौर ऊर्जा से उत्पन्न बिजली से परिचालित होंगी ट्रेनें

परियोजना से रेलवे को सस्ती दरों पर सौर ऊर्जा की प्राप्ति होगी। जिसका इस्तेमाल विद्युत ट्रेनों के परिचालन में किया जाएगा। उत्पादन की अधिकता की स्थिति में इस बिजली का उपयोग बिहार सरकार के माध्यम से आम जनता के उपयोग में भी दिया जाएगा। इसके शुरु होने के उपरांत रेलवे को करोड़ों रुपये के राजस्व की बचत होगी।

क्या कहते हैं अधिकारी

विद्युत की खपत को कम करने के लिए रेलवे मंडल प्रशासन सार्वजनिक और निजी साझेदारी के तहत दौरम मधेपुरा में 2.5 मेगावाट और पंडौल स्टेशन के पास 7.5 मेगावाट का कुल 10 मेगावाट की ग्राउंड माउंटेड सौर ऊर्जा परियोजना को लेकर सब स्टेशन निर्माण करने वाली है। दोनों योजना को पूर्ण करने में करीब 50 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है।- विनय श्रीवास्तव, मंडल रेल प्रबंधक, समस्तीपुर।

ये भी पढ़ें- 

बिहार में एक और कारनामा! अब निर्माणाधीन पुल में आई दरारें, पूछने पर सवालों से भाग रहे अधिकारी

Bihar Flood: कोसी के कहर से मझधार में फंसी यहां के लोगों की जिंदगी, हर बार मचती है तबाही, नहीं आता कोई भी खेवनहार


This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.