बख्तियारपुर-ताजपुर फोरलेन पथ के निर्माण में जल निकासी और सेवा पथ की कमी को लेकर राजपुर-जौनापुर और डुमरी दक्षिणी पंचायत के ग्रामीण 22 अक्टूबर से निर्माण कार्य रोकने की तैयारी में हैं। उन्होंने स्थानीय विधायक और निर्माण एजेंसी के अधिकारियों से वार्ता करने का फैसला किया है। यदि उनकी मांगें नहीं मानी जाती हैं तो वे सड़क निर्माण को रोकेंगे।
संवाद सूत्र, मोहनपुर। राजपुर-जौनापुर पंचायत के बीच से होकर गुजरने वाले निर्माणाधीन बख्तियारपुर-ताजपुर फोरलेन पथ में जल निकासी के लिए पर्याप्त संख्या में बड़े-बड़े पुल और मोहिउद्दीननगर-हरैल-जौनापुर पीडब्ल्यूडी पथ के मिलान-स्थल पर सेवा पथ नहीं दिया जाएगा।
इसको लेकर राजपुर-जौनापुर व डुमरी दक्षिणी पंचायत के ग्रामीण 22 अक्टूबर से उक्त सड़क के निर्माण कार्य को रोकने की तैयारी में हैं। इस आशय का निर्णय इन दोनों पंचायतों के निवासियों की बैठक में रविवार को लिया गया।
बैठक जौनापुर स्थित कालीमंदिर परिसर में आयोजित की गई थी। इसमें उक्त दोनों पंचायतों की मुखिया और पंचायत प्रतिनिधियों के अतिरिक्त दोनों पंचायत के गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
बैठक को संबोधित करते हुए राजपुर-जौनापुर पंचायत के पूर्व मुखिया मनोज कुमार सिंह ने बताया कि कैसे 2016 की बाढ़ से नीचे जलस्तर रहने के बावजूद इन दोनों पंचायतों में बाढ़ के पानी का दबाव (उक्त फोरलेन रोड में जलनिकासी की पर्याप्त व्यवस्था नहीं करने के कारण) अपेक्षाकृत बहुत अधिक था और बाढ़ के समय दोनों पंचायतों के 90 प्रतिशत से अधिक घरों में पानी घुस गया था और उसका जलस्तर 2 से 3 फीट तक था।
वक्ताओं ने बताया कि इस दरम्यान अगर उक्त फोरलेन रोड कई जगहों पर नहीं टूटता तो दोनों पंचायतों में जान-माल की और अधिक क्षति होती। बैठक में इस बात का भी जिक्र किया गया कि 2017 में ग्रामीणों ने इस समस्या को लेकर सड़क में मिट्टी भराई को रोक दिया था।
विधायक ने विधानसभा में उठाया था मुद्दा
स्थानीय विधायक राजेश कुमार सिंह ने ग्रामीणों की इस समस्या को विधानसभा में भी उठाया था और संबंधित मंत्री ने इसके निराकरण के लिए कदम उठाने की बात कही थी, लेकिन इस दिशा में कोई कार्य नहीं हुआ।
ग्रामीणों ने हाजीपुर-बाजिदपुर फोरलेन सड़क और मोहिउद्दीननगर-हरैल-जौनापुर पीडब्ल्यूडी पथ के मिलान-स्थल पर सेवा पथ बनाने की भी मांग की।
बैठक में बताया गया कि इस समस्या से स्थानीय विधायक और उक्त पथ का निर्माण कर रही एजेंसी के अधिकारी को इसकी सूचना दे दी गयी है और सोमवार को उनके साथ वार्ता होने की बात कही गयी है।
अगर उसमें संबंधित ग्रामीणों की उचित मांगों को नहीं माना जायेगा तो मंगलवार यानी 22 अक्टूबर से सड़क निर्माण के कार्य को रोक दिया जाएगा।
इसके पूर्व इस आशय का पत्र शाहपुर पटोरी के एसडीएम व डीएसपी को देने का भी निर्णय लिया गया। इसके लिए आवेदनपत्र पर उपस्थित ग्रामीणों के हस्ताक्षर भी कराया गया। मौके पर काफी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।
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