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Bihar Private School: खतरे में बिहार के 286 प्राइवेट स्कूलों की मान्यता, शिक्षा विभाग ने भेजा नोटिस

Bihar Private School बिहार के सारण जिले में 286 प्राइवेट स्कूल ऐसे हैं जिनकी मान्यता इस समय खतरे में पड़ी हुई है। दरअसल इन स्कूलों को शिक्षा विभाग की ओर से मिले निर्देशों का पालन नहीं करने को लेकर जिला कार्यक्रम पदाधिकारी ने नोटिस भेजा है। इसमें निर्देश का पालन करने के लिए दो दिन का समय दिए जाने की बात कही गई है।

By Amritesh Kumar Edited By: Yogesh Sahu Updated: Mon, 12 Aug 2024 02:22 PM (IST)
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सारण के 286 निजी विद्यालय की मान्यता खतरे में, निबंधन होगा रद

जागरण संवाददाता, छपरा। Bihar News: बिहार के सारण जिले के 20 प्रखंडों में स्थित 286 निजी विद्यालयों की मान्यता (Registration Of Private School) खतरे में आ गई है। शिक्षा विभाग इन निजी विद्यालयों की प्रस्वीकृति रद कर यू-डायस कोड बंद करने की कार्रवाई आरंभ करने जा रहा है।

इन विद्यालयों के प्रबंधन द्वारा अपने यहां नामांकित एक भी छात्र-छात्रा का डाटा ई-शिक्षकोष पोर्टल पर अपलोड नहीं किया गया है।

बस 2 दिन का मिला समय

इस संबंध में जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (समग्र शिक्षा अभियान) प्रियंका रानी ने विद्यालय के प्रधानाचार्य को पत्र भेजकर निर्देश दिया है।

इसमें कहा गया है कि पत्र मिलने के दो दिनों के अंदर अपने-अपने स्कूल के सभी नामांकित छात्र-छात्राओं का ब्यौरा ई-शिक्षा कोष पोर्टल पर अपलोड करना प्रारंभ करें और इस संबंध में समग्र शिक्षा कार्यालय को सूचित करें।

ऐसा नहीं करने पर उनका निबंधन रद कर दिया जाएगा। इस संबंध में प्रधानाध्यापक को भेजे नोटिस में कहा गया है कि बार-बार पत्र देने के बाद भी आपके द्वारा अपने बच्चों का डाटा पोर्टल पर अपलोड नहीं किया जा रहा है।

एक महीने से हो रही थी निर्देश की नाफरमानी

जिला कार्यक्रम पदाधिकारी ने आगे कहा है कि पत्र के एक माह पूर्ण होने जा रहे हैं, लेकिन आप सभी द्वारा अभी तक एंट्री का कार्य प्रारंभ भी नहीं किया गया है। जो खेद का विषय है एवं विभागीय आदेश की अवहेलना है।

अतः निर्देश दिया जाता है कि पत्र प्राप्ति के दो दिनों के अंदर ई- शिक्षाकोष पोर्टल पर बच्चों की एंट्री शुरू करें। एक सप्ताह के अंदर शत-प्रतिशत एंट्री पूर्ण कराना सुनिश्चित करें।

अन्यथा ऐसी स्थिति में यह माना जाएगा कि आपके विद्यालय में बच्चे नामांकित ही नहीं हैं। उन्होंने यह भी कहा है कि इसे आधार मानते हुए विद्यालय की प्रस्वीकृति रद एवं यू-डायस कोड बंद करने की कार्रवाई आरंभ कर दी जाएगी। आसान भाषा में कहें तो ऐसे निजी स्कूलों की मान्यता रद कर दी जाएगी।

क्या है ई-शिक्षाकोष पोर्टल

ई-शिक्षाकोष पोर्टल छात्रों को शैक्षणिक योजनाओं का लाभ प्राप्त करने और शिक्षकों से जुड़ी तमाम जानकारी प्राप्त करने में सहायता करेगा।

इसके अलावा शिक्षक एवं विद्यार्थियों का डाटा ऑनलाइन प्राप्त कर सकेंगे। इस पोर्टल में शिक्षक एवं छात्र की आनलाइन निगरानी करने की सुविधा मिलती है।

ई-शिक्षाकोष पोर्टल में छात्रों के प्रोफाइल की होनी है एंट्री

  • स्कूल यूआईडी कोड
  • स्कूल का नाम
  • क्या छात्र के पास आधार नंबर है हां नहीं
  • नामांकन का आधार (यदि आधार संख्या नहीं है)
  • छात्र का आधार नंबर
  • छात्र का नाम
  • जन्म तिथि
  • लिंग

वर्तमान स्कूल की जानकारी

  • कक्षा
  • स्ट्रीम (यदि कक्षा 11 या 12 है)
  • सेक्शन
  • प्रवेश संख्या
  • प्रवेश तिथि
  • रोल नंबर

व्यक्तिगत जानकारी

  • पिता का नाम
  • माता का नाम
  • सामाजिक श्रेणी ( बीसी/ईबीसी/सामान्य/एससी/एसटी)
  • धर्म (बौद्ध धर्म/ईसाई धर्म/हिंदू धर्म/इस्लाम/जैन धर्म/सिख धर्म)
  • पता
  • क्या छात्र सीडब्ल्यूएसएन (विशेष आवश्यकता वाले बच्चे) है? हां /नहीं
  • विकलांगता का प्रकार (यदि कोई हो): (सीडब्ल्यूएसएन के मामले में हां)
  • मोबाइल नंबर (छात्र/अभिभावक)
  • क्या आय -1.5 लाख है? हां/नहीं

बैंक विवरण (डीबीटी के उद्देश्य के लिए)

  • खाता संख्या
  • खाताधारक का नाम
  • खाताधारक
  • बैंक का नाम

किस प्रखंड के कितने निजी विद्यालयों ने डाटा की एंट्री नहीं की

प्रखंड का नाम स्कूल की संख्या
अमनौर 07
बनियापुर 06
छपरा सदर 54
दरियापुर 08
दिघवारा 14
एकमा 07
गड़खा 07
इसुआपुर 03
जलालपुर 04
लहलादपुर 04
मकेर 04
मांझी 15
मढ़ौरा 08
मशरक 04
नगरा 02
पानापुर 07
परसा 11
रिविलगंज 04
सोनपुर 12
तरैया 05
कुल 286

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