आखिरकार राखी देवी ने हासिल की उप मुख्यपार्षद की कुर्सी
मढ़ौरा। मढ़ौरा नगर पंचायत के उप मुख्य पार्षद के चुनाव को ले जारी गहमागहमी व एक दिन पहले उलटफेर से छाये संशय के बादल गुरुवार को राज्य निर्वाचन आयोग की दिशा निर्देश से खत्म गए। इसके साथ ही उप मुख्य पार्षद के चुनाव के राजनीतिक प्रकरण का पटाक्षेप हो गया। राज्य निर्वाचन आयोग के दिशा निर्देश के आलोक में राखी देवी को निर्वाचन पदाधिकारी सह अनुमंडल पदाधिकारी ने उपमुख्य पार्षद पद के लिए निर्वाचित घोषित कर जीत का प्रमाण पत्र दिया। फिर पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई गई। निर्वाचित घोषित होने की घोषणा होते ही राखी देवी के खेमे में खुशी की लहर दौड़ गई।
मढ़ौरा। मढ़ौरा नगर पंचायत के उप मुख्य पार्षद के चुनाव को ले जारी गहमागहमी व एक दिन पहले उलटफेर से छाये संशय के बादल गुरुवार को राज्य निर्वाचन आयोग की दिशा निर्देश से खत्म गए। इसके साथ ही उप मुख्य पार्षद के चुनाव के राजनीतिक प्रकरण का पटाक्षेप हो गया। राज्य निर्वाचन आयोग के दिशा निर्देश के आलोक में राखी देवी को निर्वाचन पदाधिकारी सह अनुमंडल पदाधिकारी ने उपमुख्य पार्षद पद के लिए निर्वाचित घोषित कर जीत का प्रमाण पत्र दिया। फिर पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई गई। निर्वाचित घोषित होने की घोषणा होते ही राखी देवी के खेमे में खुशी की लहर दौड़ गई।
बता दें कि 30 जुलाई को नगर पंचायत मढ़ौरा के उपमुख्यपार्षद का चुनाव होना था। तीन दौर की वोटिग के बाद जब निर्णय नही हो पाया तो निर्वाची पदाधिकारी ने राज्य चुनाव आयोग से नियमों का हवाला देकर मार्गदर्शन मांगा। पहले हुई वोटिग में राखी देवी को 8 मत जबकि शालू सिंह को 7 मत तथा एक वोट अवैध हुआ था। पहले दौर की वोटिग को आधार बनाकर राज्य निर्वाचन ने राखी देवी को उपमुख्य पार्षद की पद के लिए निर्वाचित घोषित करने का निर्देश दिया। मालूम हो कि राखी देवी वर्तमान नगर पंचायत के मुख्य पार्षद ललन राय के विरोध में चेयरमैन का चुनाव भी लड़ी थी। परन्तु, जरूरी आंकड़ा नही जुटा पाने के कारण हार गई। इसके बाद उपमुख्यपार्षद के लिए दाव खेला । मुख्यपार्षद के विरोध में खड़े पार्षदों का नेतृत्व कर रही राखी के लिए यह चुनाव जीतना इतना आसान भी नहीं था। यह पद दोनों पक्ष के लिए प्रतिष्ठा का विषय बन गया। दोनों तरफ से खूब जोड़ आजमाइस भी हुई । राजनीतिक शतरंज में राखी एवं उनके सहयोगियों के मोहरे कामयाब रहे ।