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जब अमिताभ बच्चन हो गए थे भावुक... छपरा के रोटी बैंक को किया अन्न दान; 'कोई भूखा न सोए' इनकी कोशिश

Chapra News छपरा के रोटी बैंक की कहानी सुन अमिताभ बच्चन भी भावुक हो गए। उन्होंने रोटी बैंक के काम की काफी सराहना की और रोटी बैंक को 1800 किलो आटा चावल और 1800 लीटर घी दान में देने की घोषणा भी कर दी। बता दें कि कौन बनेगा करोड़पति आयोजन समिति के लोगों ने गत दिनों छपरा पहुंचकर रोटी बैंक की गतिविधियों का मूल्यांकन किया था।

By Amritesh KumarEdited By: Aysha SheikhUpdated: Sat, 11 Nov 2023 12:38 PM (IST)
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जब अमिताभ बच्चन हो गए थे भावुक... छपरा के रोटी बैंक को किया अन्न दान
अमृतेश, छपरा। सेवा निस्वार्थ की जाए, तो उसकी गूंज कभी न कभी राष्ट्रीय स्तर पर पहुंच ही जाती है। ऐसा ही छपरा में गत पांच वर्षों से संचालित ‘रोटी बैंक’ के साथ हुआ है।

इनके सेवा भाव को न केवल कौन बनेगा करोड़पति शो के संचालकों ने पहचाना, बल्कि दरिद्रनारायण की क्षुधा तृप्ति के लिए अमिताभ बच्चन ने अपनी ओर से अन्न दान की घोषणा भी कर दी।

रोटी बैंक के अध्यक्ष रवि शंकर उपाध्याय विशेष अतिथि के तौर पर सोनी टीवी के चर्चित रियलिटी शो कौन बनेगा करोड़पति (केबीसी) के अन्नपूर्णा दीपावली स्पेशल एपिसोड में नौ नवंबर की रात 9:00 बजे उपस्थित थे। वे सदी के महानायक एवं बालीवुड स्टार अमिताभ बच्चन के सामने बैठे थे।

अमिताभ ने स्वयं दर्शकों को बताया कि रोटी बैंक गत पांच वर्षों से प्रतिदिन छपरा शहर के लाचार एवं गरीबों को शाम का भोजन कराता आ रहा है, इसके लिए भूरि-भूरि प्रशंसा की। लगे हाथ उन्होंने रोटी बैंक को 1800 किलो आटा, चावल और 1800 लीटर घी दान में देने की घोषणा भी कर दी।

कौन बनेगा करोड़पति आयोजन समिति के लोगों ने गत दिनों छपरा पहुंचकर रोटी बैंक की गतिविधियों का मूल्यांकन किया था। चार-पांच दिनों की गतिविधियों का वीडियो बनाया था। इसके बाद रवि शंकर उपाध्याय को शो में आमंत्रित किया।

150-200 लोगों को हर शाम कराते भोजन

रविशंकर उपाध्याय ने बताया कि पांच मित्रों के साथ मिलकर 10 अक्टूबर 2018 को रोटी बैंक की शुरुआत की थी। पहले अपने-अपने जन्मदिन के अवसर पर ही भोजन बांटते थे, धीरे-धीरे अन्य लोगों का साथ मिला, तो प्रतिदिन शाम में डेढ़ से दो सौ गरीब-लाचारों को भोजन कराने लगे। इनका सूत्र वाक्य है, कोई भूखा नहीं सोए। कोरोना काल में भी खूब सेवा की।

व्यवसाय के बाद बंटाते हाथ

रोटी बैंक के सेवादार राकेश रंजन बताते हैं कि रोटी बैंक से जुड़े सभी लोग अपना व्यवसाय करने के बाद शाम में सेवा देते हैं। दो तरह के भोजन वितरित किए जाते हैं।

पहला रोटी बैंक के अन्नपूर्णा रसोई में बना और दूसरा दान दाताओं द्वारा दिया गया भोजन। दीपावली, होली, छठ में भी सुस्वादु भोजन वितरण जारी रखा जाता है। इसके पीछे मंशा होती है कि किसी का पर्व फीका नहीं पड़े।

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