Bihar News: छपरा में विचित्र बच्ची का जन्म, चार-चार हाथ-पैर देख सभी हुए हैरान; एक शरीर में धड़क रहे थे दो दिल
बिहार के छपरा में एक महिला ने विचित्र बच्ची को जन्म दिया। बच्ची के चार हाथ और चार पैर थे। बच्ची की डिलीवरी करने वाले डॉक्टर भी उसे देखकर हैरान हो गए। कानोंकान यह खबर पूरे अस्पताल में फैल गई। सोशल मीडिया पर बच्ची की तस्वीर वायरल हो रही है।
By Jagran NewsEdited By: Aditi ChoudharyUpdated: Wed, 14 Jun 2023 12:29 PM (IST)
रिविलगंज (सारण)। सारण जिले के रिविलगंज में मंगलवार को एक महिला ने विचित्र बच्ची को जन्म दिया। बच्ची के चार हाथ और चार पैर थे। सिर का आकार भी अजीबोगरीब था। नर्सिंग होम में बच्ची को देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। लोगों के बीच यह कौतूहल का विषय बना हुआ था। कोई इसे ईश्वर का अवतार तो कोई उसे बायोलॉजिकल डिसऑर्डर मान रहा था। हालांकि, जन्म के बाद कुछ देर में ही बच्ची की मौत हो गई।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, छपरा शहर के श्यामचक में संचालित संजीवनी नर्सिंग होम में प्रसूता प्रिया देवी नाम की एक महिला ने इस विचित्र नवजात बच्ची को जन्म दिया था। बच्ची की डिलीवरी करने वाले डॉक्टर भी उसे देखकर हैरान हो गए। कानोंकान यह खबर पूरे अस्पताल में फैल गई। अस्पताल कर्मियों और मरीजों के बीच यह चर्चा का विषय बन गया। सोशल मीडिया पर बच्ची की तस्वीर वायरल हो रही है।
सीने में धड़क रहे थे दो दिल
इस संबंध में अस्पताल के संचालक डॉ अनिल कुमार ने बताया कि बच्ची का एक सिर, चार कान, चार पैर, चार हाथ, दो रीढ़ की हड्डी है। सीने में दिल भी दो धड़क रहा था। अस्पताल प्रबंधन द्वारा ऑपरेशन करके बच्ची को बाहर निकाला गया। जन्म के समय नवजात जीवित थी। करीब 20 मिनट बाद उसकी मौत हो गई।समय पूरा होने के बाद भी नहीं हो रही थी डिलीवरी
पीड़ित महिला का यह पहला बच्चा था। समय पूरा होने के बाद भी डिलीवरी नहीं होने से वह परेशान थी। जांच के बाद ऑपरेशन की सलाह दी गई और बच्ची को बाहर निकाला गया। फिलहाल, महिला स्वस्थ है।
डॉक्टर ने बताया चार हाथ-पैर होने का कारण
डॉक्टर ने बताया कि ऐसे मामले बहुत कम सामने आते हैं। ऐसा तब होता है जब गर्भाशय में एक ही अंडे से दो बच्चे बनते हैं। इस प्रक्रिया में समय रहते दोनों अलग हो गए तो जुड़वा बच्चे पैदा होते हैं, लेकिन किसी कारणवश पूरी तरह से दोनों अलग नहीं हो पाते हैं तो ऐसे बच्चों का जन्म होता है।ऐसे बच्चों के जन्म के समय गर्भवती महिला को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। हालांकि, इस केस में ऑपरेशन के माध्यम से बच्ची की डिलीवरी कराई गई, लेकिन आधे घंटे के भीतर उसकी मृत्यु हो गई।
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