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Cancer Screening: सारण में एक साल में मिले कैंसर के 665 संदिग्ध मरीज, कुल 20441 लोगों की हुई स्क्रीनिंग

सारण जिले के लोगों को कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से बचने के लिए जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। इसके साथ ही टाटा मेमोरियल मुजफ्फरपुर (होमी भाभा कैंसर अस्पताल एवं अनुसंधान अनुसंधान केंद्र) की टीम अस्पताल में नियमित रूप से कैंसर की स्क्रीनिंग कर रही है। पिछले एक साल (नवंबर 22 से नवंबर 23 तक) में मुंह स्तन एवं गर्भाश्य के कुल 20441 लोगों की स्क्रीनिंग की गई।

By Amritesh KumarEdited By: Prateek JainUpdated: Fri, 08 Dec 2023 04:57 PM (IST)
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Saran News: कैंसर की स्क्रीनिंग करती स्वास्थ्य कर्मी।
जागरण संवाददाता, छपरा। सारण जिले के लोगों को कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से बचने के लिए जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। इसके साथ ही टाटा मेमोरियल मुजफ्फरपुर (होमी भाभा कैंसर अस्पताल एवं अनुसंधान अनुसंधान केंद्र) की टीम अस्पताल में नियमित रूप से कैंसर की स्क्रीनिंग कर रही है।

पिछले एक साल (नवंबर 22 से नवंबर 23 तक) में मुंह, स्तन एवं गर्भाश्य के कुल 20441 लोगों की स्क्रीनिंग की गई। इनमें मुंह के 16567, स्तन के 3499 और गर्भाश्य के 375 लोगों की स्क्रीनिंग की गई।

इनमें मुंह के कैंसर के 615, स्तन कैंसर के 37 व गर्भाश्य के मिले तीन संदेहास्पद मरीज मिले थे। इसमें से 665 कैंसर के संदिग्ध मरीज मिले हैं। यहां पर मुख्य कैंसर के संदिग्ध मरीजों की संख्या 557 है।

छपरा सदर अस्पताल में होगा बायोप्सी टेस्ट

छपरा सदर अस्पताल में होमी भाभा कैंसर अस्पताल एवं अनुसंधान केंद्र के तहत इसी महीने से कैंसर रोग की पहचान के लिए बायोप्सी टेस्ट शुरू की जाएगी। इसके लिए मशीन अस्पताल में पहुंच गया है।

सर्जरी के चिकित्सक भी आ रहे हैं। बायोप्सी एक मामूली सर्जिकल प्रक्रिया है, जिसमें शरीर के प्रभावित हिस्सों से कोशिकाओं या उत्तकों का एक नमूना (सैंपल) लेकर माइक्रोस्कोप के जरिए उसकी जांच कर कैंसर की उपस्थिति का पता लगाया जाता है।

बायोप्सी टेस्ट में क्या होता है

बायोप्सी टेस्ट के अंतर्गत जिस सेल्स में कैंसर का शक होता है उसमें कुछ टिश्यूज को निकालकर लैब में खास जांच के लिए दी जाती है। यदि शरीर में कुछ खास तरह के लक्षण दिख रहे हैं तो ऐसी स्थिति में डाक्टर बायोप्सी जांच के लिए टिश्यूज को लैब में भेजते हैं।

लक्षण दिखते ही कैंसर की कराएं जांच

छपरा सदर अस्पताल के होमी भाभा कैंसर अस्पताल एवं अनुसंधान अनुसंधान केंद्र के चिकित्सक डा. सेवी ने बताया कि कैंसर का उपचार शुरूआती लक्षणों को पहचानने के उपरांत ही संभव है। लक्षण नजर आते ही कैसर की जांच करवाने से कई जिंदगी बच सकती है।

समय पर रोगों की पहचान एवं उपचार से कैंसर से होने वाली मौत को काफी हद तक रोका जा सकता है। जागरूकता की कमी, बड़ी संख्या में लोगों द्वारा तंबाकू उत्पाद का सेवन से कैंसर के मामले बढ़े हैं।

एक साल में कितना हुआ जांच, कितने मिले संदिग्ध

मुंह का कैंसर

स्क्रीनिंग-16567

संदिग्ध मिले-56

टीपीके तम्बाकू पाउच केराटोसिस-567

ज्यादा संदिग्ध-08

कंफर्म -07

स्तन कैंसर:

स्क्रीनिंग-3499

संदिग्ध मिले-37

ज्यादा संदिग्ध -- 01

कंफर्म -02

गर्भाशय कैंसर:

स्क्रीनिंग-375

संदिग्ध मिले-94

ज्यादा संदिग्ध-03

कंफर्म -01

स्तन कैंसर के लक्षण

• स्तन के अंदर या काख में गाठ होना।

• स्तन (निपल) से स्त्राव आना।

• स्तन की बाहरी त्वचा का रांग या पोत में बदलाव।

• स्तन की दिशा बदलाव-अंदर की ओर खिंचना।

मुंह कैंसर के लक्षण

• मुंह में छाले व सफेद दाग का होना।

• मुंह का खुलना कम होना।

• तीखा खाने से मुंह में जलन होना।

गर्भाशय कैंसर के लक्षण

• मासिक अवधि के बीच के दिनों में रक्तस्त्राव।

• शा‍रीरिक संबंध बनाने के बाद रक्तस्त्राव।

• रजोनिवृति (मासिक) के बाद रक्तस्त्राव।

• अनियमित भारी मासिक धर्म।

• योनि से असाधारण रक्त के धब्बे के साथ साव निकलना।

• बिना कारण कमजोरी, थकान, वजन कम होना।

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