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Abha Health Card: अब हर व्यक्ति का फ्री में बनेगा डिजिटल आभा ID कार्ड, आपको भी मिलेगा मोदी सरकार की योजना का लाभ

अब हर व्यक्ति का निशुल्क डिजिटल आभा आईडी कार्ड बनाया जाएगा। आभा आईडी कार्ड से मरीजों की मेडिकल हिस्ट्री एक क्लिक में मिल जाएगी। सरकारी व प्राइवेट अस्पतालों में मरीजों को इससे काफी लाभ होगा। आभा आईडी कार्ड के तहत व्यक्ति को 14 अंक का यूनिक नंबर दिया जाएगा। इससे उपचार के दौरान मरीजों को बार-बार परामर्श पर्ची साथ में ले जाने की जरूरत अब नहीं रहेगी।

By Amritesh Kumar Edited By: Rajat Mourya Updated: Thu, 05 Sep 2024 02:37 PM (IST)
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हर व्यक्ति का नि:शुल्क आभा आईडी कार्ड बनाय जाएगा।

जागरण संवाददाता, छपरा। सारण समेत प्रदेश के सभी लोगों का डिजिटल आभा आईडी कार्ड (Abha Health Card) बनेगा, जिसमें संबंधित की पूरी मेडिकल हिस्ट्री दर्ज होगी। इससे अस्पताल में उपचार के दौरान आसानी होगी। केंद्र सरकार की योजना के तहत स्वास्थ्य विभाग की ओर से हर व्यक्ति का नि:शुल्क डिजिटल आभा आईडी कार्ड (आयुष्मान भारत स्वास्थ्य खाता) बनवाया जा रहा है।

इसके तहत 14 अंक का यूनिक नंबर दिया जाएगा। इससे उपचार के दौरान मरीजों को बार-बार परामर्श पर्ची साथ में ले जाने की जरूरत अब नहीं रहेगी। सरकारी व प्राइवेट अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाएं डिजिटल रूप से लोगों के बीमारी की जानकारी प्राप्त कर सकेंगी।

सरकारी, प्राइवेट अस्पताल एवं चिकित्सक मरीज को देखने के साथ ही आभा कार्ड में उनका मेडिकल हिस्ट्री दर्ज कर देंगे। इससे मरीज की पुरानी बीमारी,जांच रिपोर्ट और दवाओं की जानकारी एक क्लिक पर सामने होगी। इस आईडी पर अब मरीजों की जिंदगी भर के उपचार की कुंडली बन जाएगी।

आयुष्मान भारत के आईटी प्रबंधक अभिनय कुमार ने बताया कि डिजिटल हेल्थ मिशन के तहत केंद सरकार आम जनमानस को बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं के लिए प्रत्येक व्यक्ति का डिजिटल हेल्थ आईडी बना रही है। आईडी बनने के बाद सभी मरीजों का ब्योरा आभा पोर्टल पर पर अपलोड किया जाएगा। आभा कार्ड सरकारी अस्पतालों में बनाया जा रहा है।

एक क्लिक पर मिलेगी पूरी जानकारी

इस आईडी में मरीजों की मर्ज के शुरुआत से लेकर उपचार और जांच सब कुछ दर्ज किया जाएगा। कहीं भी उपचार के लिए जाने पर चिकित्सक द्वारा पोर्टल पर मरीज की आईडी डालने ही एक क्लिक पर बीमारी व पहले हो चुकी जांचों की रिपोर्ट, दवाएं, ब्लड ग्रुप की जानकारी सामने होगी। ऐसे में चिकित्सकों को मरीजों को सही उपचार करने में मदद मिलेगी।

भविष्य में बिना आईडी के इलाज नहीं कर पाएंगे चिकित्सक

आभा आईडी स्वास्थ्य विभाग का डिजिटल प्लेटफॉर्म है। इस पर मरीजों की पुरानी बीमारियों के अलावा बुखार तक का इलाज कराने की जानकारी होगी। बिना आभा आईडी के भविष्य में कोई भी चिकित्सक मरीजों का उपचार नहीं कर सकेंगे, इसलिए आभा कार्ड को सरकारी अस्पतालों में तेजी से बनाया जा रहा है।

कार्ड के डेटा से चिकित्सक को यह जानकारी मिल जाएगी कि मरीज को पहले कौन सी दवा दी जा रही थी, उसे आगे उपचार करने में आसानी होगी।

खुद से ही बना सकते हैं आभा कार्ड

एंड्राइड मोबाइल, कम्प्यूटर या लैपटॉप पर आप घर बैठे ही अपना आभा कार्ड बना सकते हैं। इसके आपको गूगल में abha.abdm.gov.in लिखना होगा। इसके होम पेज पर क्रिएट आभा नंबर पर क्लिक करना होगा। इसमें दो ऑप्शन (आधार कार्ड या ड्राइविंग लाइसेंस) मिलेंगे। इसके बाद आधार कार्ड से वेरिफाई करना होगा।

आधार वाले पर क्लिक करने पर आपको अपना आधार कार्ड नंबर भरना होगा। इसके बाद आई एग्री पर क्लिक करना होगा, फिर कैप्चा भरना होगा। इसके बाद नेक्स्ट पर क्लिक करना होगा। आधार नंबर और मोबाइल नंबर भरना होगा और फिर वेरिफाई करना होगा। आपका आभा कार्ड बनकर तैयार हो जाएगा, जिसकी आप पीडीएफ और प्रिंट भी निकाल सकते हैं।

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