छपरा के चिकित्सक डॉ. आनंद शंकर की कोरोना से मौत
छपरा। छपरा के युवा चिकित्सक डॉ. आनंद शंकर की कोरोना से रविवार की सुबह में मौत हो गई। वे जेनरल सर्जन सह ऑर्थोपेडिक्स डॉक्टर थे। कोरोना पॉजिटिव होने पर वे पटना एम्स में पिछले 10 दिनों से भर्ती थे। डॉ. शंकर छपरा के रामलीला मठिया दरोगा राय चौक के पास अपना क्लीनिक चलाते थे। कोरोना काल में भी वे मरीजों का सफल आपरेशन कर रहे थे। इसी दौरान वे कोरोना संक्रमित हो गये। जिसके बाद उन्हें एम्स पटना में भर्ती किया था। जहां उनका प्लाज्मा थेरपी चल रहा था। इसी दौरान हार्ट अटैक होने से मौत हो गई।
छपरा। छपरा के युवा चिकित्सक डॉ. आनंद शंकर की कोरोना से रविवार की सुबह में मौत हो गई। वे जेनरल सर्जन सह ऑर्थोपेडिक्स डॉक्टर थे। कोरोना पॉजिटिव होने पर वे पटना एम्स में पिछले 10 दिनों से भर्ती थे। डॉ. शंकर छपरा के रामलीला मठिया दरोगा राय चौक के पास अपना क्लीनिक चलाते थे। कोरोना काल में भी वे मरीजों का सफल आपरेशन कर रहे थे। इसी दौरान वे कोरोना संक्रमित हो गये। जिसके बाद उन्हें एम्स पटना में भर्ती किया था। जहां उनका प्लाज्मा थेरपी चल रहा था। इसी दौरान हार्ट अटैक होने से मौत हो गई।
डॉ. शंकर मूलत: जिला जिले के दरौली प्रखंड के चंचौरा सहदौली के रहने है। उनके पिता राजेंद्र मिश्र गांव में ही रहते है। मृत चिकित्सक की पत्नी डॉ. ज्योति एनडीआरएफ, कोलकाता में सरकारी चिकित्सक है। जो वर्तमान में नौकरी छोड़कर छपरा में ही प्रैक्टिस करने की योजना बना रही थी। पत्नी के साथ उनके दोनों बच्चा रहते है। डॉ. आनंद शंकर भी एक साल से छपरा में क्लीनिक चला रहे थे। पिछले दिनों उन्हें वेटिलेटर से हटाया गया था तो उन्होंने अपने एफबी पर फोटो भी पोस्ट किया था। लेकिन विधाता को कुछ और ही मंजूर था। उनका अंतिम संस्कार स्वजनों ने पटना बांस घाट पर कर दिया। उनके मौत की सूचना मिलने पर छपरा के चिकित्सक स्तब्ध है। छपरा में डॉ. आनंद शंकर के रिश्तेदार सुमन कुमार ने बताया कि डॉ. आनंद ने कोलकाता से एमएस ऑर्थोपेडिक्स किया था।वहीं से न्यूरो सर्जरी की पढ़ाई की थी। उनकी प्रारंभिक शिक्षा बेगूसराय के गांधी शिक्षण संस्थान में हुई थी। वहां उनके पिता भी नौकरी करते थे। उनका चयन नेतरहाट में हुआ था, जहां से वे प्लस टू किए थे। इसके बाद मेडिकल में सलेक्शन हो गया था।