Anand Mohan: 'सूद समेत चुकाऊंगा कीमत...', किस ओर है आनंद मोहन का इशारा? बेटे की 'पलटी' पर भी दिया जवाब
पूर्व सांसद आनंद मोहन ने अपने बेटे चेतन आनंद के पाला बदलने पर अब प्रतिक्रिया दी है। इसी के साथ पूर्व सांसद आनंद मोहन ने बिहार की मौजूदा राजनीतिक स्थिति पर भी अपनी बात रखी। आनंद मोहन ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि जो कुछ भी करते हैं डंके की चोट पर करते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि एहसान की कीमत सूद समेत चुकाऊंगा।
संवाद सूत्र, दाउदपुर। महान समाजवादी नेता व देश के पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर को भारत रत्न से सम्मानित किया जाना वर्तमान समय की मांग है। इससे पूर्वांचल के 20 करोड़ भोजपुरिया समाज के लोगों की मांग पूरी होगी। ये बातें पूर्व सांसद आनंद मोहन ने गुरुवार को मांझी के बलिया मोड़ पर पत्रकारों से बातचीत के क्रम में कही।
इससे पहले मांझी पहुंचने पर फ्रेंड्स ऑफ आनंद से जुड़े सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने आनंद मोहन का बैंड बाजे के साथ फूलमाला पहना कर भव्य स्वागत किया। उन्होंने कहा कि पांच दशकों तक समाजवादी आंदोलन के ध्वजवाहक रहे पूर्व प्रधानमंत्री को भारत रत्न से सम्मानित किए जाने से देश का मान सम्मान बढ़ेगा।
'सड़क से संसद तक संघर्ष करेंगे'
पत्रकारों के एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि अपनी जान जोखिम में डालकर देश व समाज के निर्माण में अपनी महती भूमिका निभाने वाले देश के पत्रकारों के लिए पत्रकार सुरक्षा कानून उनका हक है। इसे लागू कराने के लिए वे सड़क से संसद तक संघर्ष करेंगे।
'सूद समेत चुकाऊंगा कीमत...'
बिहार में जारी राजनीतिक गहमागहमी एवं उनके बेटे के पाला बदलने के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि वे जो कुछ भी करते हैं वह डंके की चोट पर करते हैं। उन्होंने कहा कि एहसान की कीमत वे सूद समेत चुकाते हैं तथा अपमान का हिसाब भी समय पर लेते हैं।
मौके पर गोबरही पंचायत के पूर्व मुखिया देवेन्द्र सिंह, उमाशंकर ओझा, उदय नारायण सिंह, सुनील कुमार पाण्डेय, मुकेश सिंह, धीरज सिंह, मयंक ओझा, धर्मेन्द्र सिंह, विक्की सिंह, जगमोहन चौहान तथा नागेन्द्र ठाकुर आदि मौजूद थे। आनंद मोहन अपने काफिले के साथ बलिया के लिए रवाना हो गए।
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