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अब सरकारी स्कूल के बच्चे QR कोड स्कैन कर करेंगे पढ़ाई, यूट्यूब पर देख पाएंगे लेक्चर; ये है सरकार की पूरी योजना

Bihar Govt School News सरकारी स्कूलों के बच्चे क्यूआर कोड स्कैन कर किसी भी चैप्टर को ऑनलाइन पढ़ सकते हैं। बिहार शिक्षा परियोजना परिषद और एससीइआरटी ने सभी विषयों की किताबों को डिजिटल किया है। क्यूआर कोड को स्कैन करते ही किताब बच्चों के मोबाइल में उपलब्ध हो जाएगी जिसके बाद बच्चे मोबाइल पर अपना मनचाहा पाठ आसानी से पढ़ सकेंगे।

By Amritesh Kumar Edited By: Rajat Mourya Updated: Tue, 06 Feb 2024 03:22 PM (IST)
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अब सरकारी स्कूल के बच्चे QR कोड स्कैन कर करेंगे पढ़ाई, यूट्यूब पर देख पाएंगे लेक्चर

जागरण संवाददाता, छपरा। अब सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले छात्र-छात्राएं मोबाइल से क्यूआर कोड स्कैन कर किसी भी विषय की पुस्तक पढ़ सकेंगे। शिक्षा विभाग ने ई-लॉट्स (ई-लाइब्रेरी टीचर्स एंड स्टूडेंट्स) से सरकारी स्कूलों की किताबें भी डिजिटल किया है। पहले से 12वीं कक्षा तक की सभी पुस्तकों को अब ऑनलाइन कर दिया गया है।

सरकारी स्कूलों के बच्चे क्यूआर कोड स्कैन कर किसी भी चैप्टर को ऑनलाइन पढ़ सकते हैं। बिहार शिक्षा परियोजना परिषद और एससीइआरटी ने सभी विषयों की किताबों को डिजिटल किया है। क्यूआर कोड को स्कैन करते ही किताब बच्चों के मोबाइल में उपलब्ध हो जाएगी, जिसके बाद बच्चे मोबाइल पर अपना मनचाहा पाठ आसानी से पढ़ सकेंगे।

शिक्षा विभाग ने जिला शिक्षा पदाधिकारी दिलीप कुमार सिंह को पत्र भेजकर ई-लॉट्स (ई-लाइब्रेरी टीचर्स एंड स्टूडेंट्स) के क्यूआर कोड का प्रचार प्रसार करने का निर्देश दिया है। प्रधानाध्यापक के माध्यम से सभी शिक्षक एवं विद्यार्थियों को ई-लॉट्स (ई-लाइब्रेरी टीचर्स एंड स्टूडेंट्स) को स्कैन कर पढ़ाई के लिए जागरूक करने के लिए कहा गया है।

शिक्षा विभाग का विभिन्न क्लासों का क्यूआर कोड। फोटो सौजन्य - डीईओ कार्यालय

किताब नहीं रहने की चिंता से भी मिली मुक्ति

शिक्षा विभाग ने सभी किताबों को क्यूआर कोड के माध्यम से ई-लाटस से लिंक कर दिया है। ऐसे में अगर किसी छात्र को किताब नहीं मिल पाई या किताब गुम हो गई, तो भी पढ़ाई करने में उसे परेशानी नहीं होगी। किसी साथी के किताब का क्यूआर कोड स्कैन कर वह पढ़ाई कर सकेगा। मैट्रिक एवं इंटर के विद्यार्थियों के विद्यार्थी विशेष रूप से इसका फायदा उठा सकते हैं।

स्मार्ट क्लास संचालन में भी मिलेगा मदद

जिले में कई प्राथमिक और मध्य विद्यालयों में स्मार्ट क्लास का संचालन हो रहा है। ई-लॉट्स (ई-लाइब्रेरी टीचर्स एंड स्टूडेंट्स) से विद्यालय में स्मार्ट क्लास संचालित करने में से बहुत मदद मिलेगी। है। क्यूआर कोड स्कैन करने के बाइ ई-लाटस के माध्यम से शिक्षण सामग्री आसानी से स्मार्ट बोर्ड पर आ जाएगी। इससे स्मार्ट क्लास में आसानी से पढ़ाई कराई जा सकेगी।

कन्फ्यूजन होने पर सवाल पूछ सकेंगे छात्र

ई-लाटस पर सभी कक्षा की पाठ्यपुस्तकें उपलब्ध हैं। इस पर पढ़ाई करने के दौरान अगर छात्रों के मन में कोई प्रश्न उठता है या कोई तथ्य समझ में नहीं आ रहा है, तो वे अपना प्रश्न लिखकर उसका जवाब पूछ सकते हैं। शिक्षिका संध्या कुमारी ने बताया कि ऑन द स्पॉट प्रश्न का उत्तर देने का कोई विकल्प ई-लॉट्स एप पर उपलब्ध नहीं है, लेकिन बाद में उन प्रश्नों के उत्तर उपलब्ध करा दिए जाते हैं। इतना ही नहीं यूट्यूब पर छात्र -छात्राएं लेक्चर भी सुन सकेंगे। इससे विद्यार्थियों को काफी फायदा होगा।

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