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KK Pathak: बिहार के इस जिले में 30 हजार से ज्‍यादा बच्‍चों के स्कूल से नाम कटे, स्‍कॉलरशिप समेत ये लाभ भी होंगे बंद

Bihar News सारण जिले में पहली से 12वीं तक के करीब 30 हजार 199 से छात्र-छात्राओं के नाम शिक्षा विभाग ने विद्यालयों से काट दिया है। विभाग ने यह कार्रवाई छात्र-छात्राओं की गैरहाजिरी को लेकर की है। मालूम हो कि शि‍क्षा विभाग के अपर मुख्‍य सचि‍व ने लगातार गैर हा‍जिर रहने पर वैसे बच्‍चों के नाम काटने का आदेश दिया था।

By Amritesh KumarEdited By: Prateek JainUpdated: Tue, 21 Nov 2023 03:48 PM (IST)
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बिहार शिक्षा विभाग के अपर मुख्‍य सचिव केके पाठक। (फाइल फोटो)
जागरण संवाददाता, छपरा (सारण)। सारण जिले में पहली से 12वीं तक के करीब 30 हजार 199 से छात्र-छात्राओं के नाम शिक्षा विभाग ने विद्यालयों से काट दिया है। विभाग ने यह कार्रवाई छात्र-छात्राओं की गैरहाजिरी को लेकर की है। मालूम हो कि शि‍क्षा विभाग के अपर मुख्‍य सचि‍व ने लगातार गैर हा‍जिर रहने पर वैसे बच्‍चों के नाम काटने का आदेश दिया था।

अब विभाग ऐसे छात्रों पर और भी शिकंजा कसने की तैयारी में है। नए विभागीय आदेश के तहत अब इन छात्रों को मिलने वाली विभिन्न योजनाओं की राशि पर भी लगाम लगाने की तैयारी हो रही है।

विभाग के निर्देश पर जिला शिक्षा पदाधिकारी ने सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों को वैसे छात्र-छात्राओं के नाम मेधा सॉफ्ट पोर्टल से हटाने का निर्देश दिया है।

जिनका नाम विद्यालयों से काटा जा चुका है। मेधा सॉफ्ट के माध्यम से ही बच्चों को साइकिल, पोषाक, छात्रवृत्ति, प्रोत्साहन, सेनेटरी पैड आदि की राशि विभाग की ओर से सीधे लाभुक विद्यार्थी के बैंक अकाउंट में भेजा जाता है। जिन बच्चों का नामांकन रद्द किया गया है। वैसे बच्चों का ब्‍योरा मेधा सॉफ्ट से नाम हटाया जा रहा है, ताकि वे योजना का लाभ न ले सकें।

संचिका प्रभारी को उपलब्ध कराने का निर्देश

जिला शिक्षा पदाधिकारी कौशल किशोर ने सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को वित्तीय वर्ष 2023-24 में उनके प्रखंड के अंदर आने वाले विद्यालयों में नामांकन रद्द किए गए छात्र-छात्राओं की विद्यालय वार सूची जिला शिक्षा कार्यालय योजना और लेखा संभाग के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी के संचिका प्रभारी को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है, जिससे कि मेधा सॉफ्ट पोर्टल पर यस या नो अंकित किया है।

मेधा सॉफ्ट पोर्टल से हटाया जा रहा नाम

शिक्षा विभाग ने यह चेतावनी दी है कि इसमें विलंब होने की स्थिति में यदि अपात्र छात्रों के खाते में राशि जाती है तो इसकी संपूर्ण जिम्मेदारी संबंधित प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी की होगी।

जिला शिक्षा पदाधिकारी कौशल किशोर ने कहा कि विभागीय निर्देश पर नाम कटे छात्रों का नाम मेधा सॉफ्ट पोर्टल से हटाया जा रहा है। ताकि ऐसे बच्चों को तमाम सरकारी योजनाओं के लाभ से वंचित रखा जा सके।

मिली जानकारी के अनुसार, शिक्षा विभाग के योजना लेखा संभाग ने अभी तक सदर प्रखंड के एक हजार से अधिक छात्र-छात्राओं का नाम मेधा सॉफ्ट पोर्टल से हटा दिया है। इसके अलावा शेष प्रखंडों के छात्र -छात्राओं के नाम हटाने की प्रक्रिया चल रही है।

किस कक्षा में कितने विद्यार्थियों का नाम काटा

वर्ग- नाम कटा

01-1263

02- 2492

03- 4148

04- 4857

05-5066

06- 3725

07-4031

08-3868

09- 195

10- 287

11-143

12-124

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